1793 से 1854 ई. तक के चार्टर एक्ट्स
1784 ई. में पिट्स इण्डिया के द्वारा बोर्ड ऑफ कण्ट्रोल की स्थापना हुई थी। उसके द्वारा कम्पनी के प्रशासन पर नियंत्रण स्थापित हो चुका था। परन्तु ब्रिटिश सरकार इससे पूर्णतया सन्तुष्ट नहीं थी। अतः आगामी 70 वर्षों में ब्रिटिश सरकार ने कम्पनी के प्रशासन पर प्रभावशाली नियंत्रण स्थापित करने का प्रयत्न किया। अपनी इस नीति के अनुसार ब्रिटिश सरकार ने 1857 से 1853 के बीच चार चार्टर एक्ट्स पारित किए, जिससे कम्पनी की शक्तियाँ कम होती गईं और भारत में एक शासकीय पद्धति का विकास हुआ।