पुर्तगालियों का भारत आगमन
इटली के नगरों की समृद्धि से प्रभावित होकर पुर्तगाली भी भारत के साथ व्यापार करना चाहते थे। इस समय तीनों मार्गो पर तुर्कों का कब्जा था, अतः भारत के साथ व्यापार करने के लिए एक नये मार्ग की खोज की आवश्यकता अनुभव हुई। अतः पुर्तगाली सम्राट इमेनवुल ने जुलाई, 1497 में इस कार्य हेतु वास्को-डि-गामा को भेजा। वह आशा अन्तरीप होता हुआ 20 मई, 1948 को भारत के कालीकट बन्दरगाह पर पहुँचा। उसने वहाँ के राजा से एक व्यापारिक संधी भी की। अतः: पुर्तगालियों ने भारत के साथ अपना व्यापार करना शुरू कर दिया।