रेग्यूलेटिंग एक्ट (1773 ई.)
18 मई, 1773 ई. को लार्ड नॉर्थ ने कॉमन्स सभा में ईस्ट इण्डिया कम्पनी रेग्यूलेटिंग बिल प्रस्तुत किया, जिसे कॉमन्स सभा ने 10 जून को और लार्ड सभा ने 19 जून को पास कर दिया। यह 1773 ई. के रेग्यूलेटिंग एक्ट के नाम से प्रसिद्ध है। इस एक्ट का मुख्य उद्देश्य कम्पनी के संविधान तथा उसके भारतीय प्रशासन में सुधार लाना था। सी.एल.आनन्द ने इस सम्बन्ध में लिखा है, यद्यपि इससे कम्पनी की शासन-प्रणाली की बुराइयाँ बुरी तरह दूर नहीं हो पाई, फिर भी उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इस एक्ट में कम्पनी की दिशा में आवश्यक सुधार हुआ। इतना ही नहीं, यह एक्ट एंग्लो भारतीय प्रशासनिक ढाँचे की आधारशिला भी बना रहा।