भारत का संविधान-अनुच्छेद 21 प्राण और दैहिक स्वतंत्रता

Anuchhed 21 Prann Aur Daihik Swatantrata Ka Sanrakhshan । Kisi Vyakt

अनुच्छेद 21 प्राण और दैहिक स्वतंत्रता का संरक्षण।
21. किसी व्यक्ति को उसके प्राण या दैहिक स्वतंत्रता से
विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही वंचित किया जाएगा, अन्यथा नहीं।

शिक्षा का अधिकार।
1 [21क. राज्य, छह वर्ष से चौदह वर्ष तक की आयु वाले
सभी बालकों के लिए नि—शुल्क और अनिवार्य शिक्षा देने का ऐसी रीति में, जो राज्य विधि द्वारा, अवधारित करे, उपबंध करेगा।]



सम्बन्धित महत्वपूर्ण लेख
अनुच्छेद 13. मूल अधिकारों से असंगत या उनका अल्पीकरण करने वाली विधियां
मूल अधिकार अनुच्छेद 12 परिभाषा
अनुच्छेद 14 विधि के समक्ष समता
अनुच्छेद 15 धर्म मूलवंश जाति लिंग या जन्मस्थान के आधार पर विभेद का प्रतिषेध
अनुच्छेद 16 लोक नियोजन के विषय में अवसर की समता
अनुच्छेद 17 अस्पृश्यता का अंत
अनुच्छेद 18 उपाधियों का अंत
अनुच्छेद 19 स्वातंत्र्य-अधिकार - वाक्-स्वातंत्र्य आदि
अनुच्छेद 20 अपराधों के लिए दोषसिद्धि के संबंध में संरक्षण
अनुच्छेद 21 प्राण और दैहिक स्वतंत्रता
अनुच्छेद 22 कुछ दशाओं में गिरफ्तारी और निरोध से संरक्षण
अनुच्छेद 23 और 24 शोषण के विरुद्ध अधिकार
अनुच्छेद 25 26 27 28 धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार अल्पसंख्यक वर्गों के हितों का संरक्षण
शिक्षा संस्थाओं की स्थापना अौर प्रशासन करने का अल्पसंख्यक वर्गों का अधिकार
29 अल्पसंख्यक - वर्गों के हितों का संरक्षण
कुछ अधिनियमों अौर विनियमों का विधिमान्यकरण।
कुछ निदेशक तत्वों को प्रभावी करने वाली विधियों की व्यावृत्ति
संवैधानिक उपचारों का अधिकार इस भाग द्वारा प्रदत्त अधिकारों को प्रवर्तित कराने के लिए उपचार।

Anuchhed, 21, Prann, Aur, Daihik, Swatantrata, Ka, Sanrakhshan, ।, Kisi, Vyakti, Ko, Uske, Ya, Se, Vidhi, Dwara, Sthapit, Prakriya, Ke, Anusaar, Hee, Vanchit, Kiya, Jayega,, Anyatha, Nahi, Shiksha, Adhikar, 1, sbrkto, 21A, Rajya, Chhah, Year, Chaudah, Tak, Ki, Ayoo, Wale, Sabhi, Balakon, Liye, नि, —, Shulk, Anivarya, Dene, Aisi, Reeti, Me, Jo, अवधारित, Kare, Upbandh, Karega, sbrktc