भारत सरकार की योजनाएं-पीएमकेएसवाई के तहत व्याख्यात्मक कार्यकलाप दिशा निर्देश

PMKSY Ke Tahat Vyakhayatmak Karyakalap Disha Nirdesh

पीएमकेएसवाई के तहत व्याख्यात्मक कार्यकलाप दिशा निर्देश
अनुबंध ख

क्र.सं.
कार्यक्रम घटक
व्याख्यात्मक कार्यकलाप
1.
एआईबीपी
राष्ट्रीय परियोजना सहित चल रही प्रमुख एवं मध्यम सिंचाई को तेजी से पूर्ण करने पर फोकस करना ।

2.
पीएमकेएसवाई (हर खेत को पानी

लघु सिंचाई (दोनों सतही एवं भू-जल) के माध्यम से नये जल स्त्रोतों का सृजन
जल निकायों की मरम्मत, पुन:स्थापन एवं नवीकरण, परम्परागत जल स्त्रोतों की वाहक क्षमता का सुदृढीकरण करना, वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण (जल संचय) ;
कमांड एरिया विकास, सुदृढीकरण एवं फार्म के स्रोत से वितरण नेटवर्क का सूजन,
उपलब्ध स्त्रोतों का लाभ उठाने के लिए जल निकायों हेतु जल प्रबंधन एवं वितरण प्रणाली में सुधार, जो उसके पूर्ण क्षमता में टैब नहीं होते हैं । सूक्ष्म एवं परिशुद्ध सिंचाई के तहत कमांड एरिया के कम से कम 10 प्रतिशत कवर किया जाता है।
विभिन्न स्थानों के स्त्रोतों से जल का विपतन जहां यह सिंचाई कमांड के विचार किए बिना आईडब्ल्यूएमपी तथा मनरेगा के अलावा अनुपूरक आवश्यकताओं को निम्न उत्कर्ष पर जल निकाय/नदियों से सिंचाई का उन्नयन करना, जल स्रोत क्षेत्रों से पर्याप्त होते हैं।
सुकर स्थानों पर पारम्पिक जल भंडारण प्रणाली जैसे जल मंदिर (गुजरात) ; खतरी, खुल (हिमाचल प्रदेश) ; जेबो (नागालैंड) ; इरी, ऊरानीस (तमिलनाडु) ; डांगस (असम) ; कतास, भंडास (ओडिशा और मध्य प्रदेश) आदि का सृजन एवं पुर्नरुद्धार ।

3
पीएमकेएसवाई (पणधारा)

पणधारा जैसे चैक डैम, नाला,बंड, फार्म तालाब, टैंक आदि ।
लघु एवं सीमांत किसान आदि के लिए परिसंपत्ति रहित व्यक्तियों तथा उत्पादन प्रणाली एवं सूक्ष्म उदयमियों के लिए क्षमता निर्माण, प्रवेश बिन्दु कार्यकलाप, मेड क्षेत्र उपचार, जल निकास लाइन उपचार, मृदा एवं नमीय संरक्षण, नर्सरी रेजिंग, वनरोपण, बागवानी, चारागाह विकास, जीविका कार्यकलाप ।
प्रभावी वर्षा प्रबंधन जैसे फील्ड बंडिग, कंटोर बंडिंग/ट्रेचिंग, स्टेग ट्रेचिंग, लेंड लेवलिंग, मल्चिंग आदि।
4
पीएमकेएसवाई (प्रति बूंद अधिक फसल)

कार्यक्रम प्रबंधन, राज्य/जिला सिंचाई योजना की तैयारी, वार्षिक कार्य योजना, मॉनिटरिंग आदि का अनुमोदन ।
फार्म में ड्रिप स्प्रिक्लर, पाइलट, रेनगन जैसे पर्याप्त जल वाहक तथा परिशुद्धता जल अनुप्रयोगों का प्रोन्न्यन (जल सिंचन) ;
कार्यकलाप जैसे लाइनिंग इनलेट, आउटलेट, सिल्ट ट्रैप, वितरण प्रणाली आदि के लिए मनरेगा के तहत अनुज्ञेय सीमा (40 प्रतिशत) के बाहर सिविल निर्माण के तहत विशेषत: आदान लागत को संपूरित करना ;
टयूब वैल एवं डग वैल सहित अनुपूरक स्रोत सूजन कार्यकलाप (ऐसे क्षेत्रों में जहां भू-जल उपलब्ध होते हैं तथा विकास के अर्ध जटिल/जटिल/अत्यधिक शोषित नहीं हो), जिसे पीएमकेएसवाई (डब्ल्यूआर), पीएमकेएसवाई (पणधारा) तथा मनरेगा के तहत सहायता नहीं दी जाती है, की सूक्ष्म सिंचाई संरचना का निर्माण ।
जल संग्रह करने के लिए जब जल पर्याप्त मात्रा (वर्षा मौसम) में उपलब्ध होता हैं या प्रभावी आन फार्म जल प्रबंधन के माध्यम से सूखी अवधि के दौरान उपयोग करने के लिए धारा के रुप में चिर स्थाई स्त्रोतों से नहर प्रणाली के अन्तिम छोर पर गोण भंडारण संरचना ।
जल वाहक पाइप सहित डीजल/विद्युत/सौर ऊर्जा पम्प से जैसे जल उठाने वाले उपकरण ।
वर्षा सहित उपलब्ध जल का अधिकतम उपयोग तथा सिंचाई आवश्यकताओं (जल संरक्षण) को कम करने के लिए फसल संयोजन सहित वैज्ञानिक आर्टता संरक्षण तथा कृषि विज्ञान उपायों का उन्नयन के लिए विस्तार कार्यकलाप
समुदाय सिंचाई सहित प्रौद्योगिकीय, कृषि संबंधी तथा प्रबंधन प्रचालकानों के माध्यम से जल स्रोत उपयोग की क्षमता को बढ़ावा देने के लिए क्षमता निर्माण प्रशिक्षण।
जल बचत प्रौद्योगिकियों, प्रचालनों, कार्यक्रमों आदि के संबंध में जागरूकता अभियान, कार्यशालाओं, सम्मेलनों का वृत्तचित्र, विज्ञापन आदि का प्रकाशन।
नियंत्रित आउटलेट के साथ पाइप तथा बॉक्स आउटलेट प्रणाली जैसी उन्नत/अभिनव वितरण प्रणाली तथा जल उपयोग क्षमता को बढ़ाने की अन्य गतिविधियाँ I
5
मनरेगा
कमजोर वर्गों के व्यक्तिगत भूमि पर जल संचयन संरचना, नए सिंचाई स्त्रोतों का निर्माण, पारंपरिक जल निकायों को उन्नत करना / गाद हटाना, जल संरक्षण कार्य आदि ।
संपूर्ण क्षमता के विकास हेतु उन पनधारा परियोजनाओं के साथ योजनाओं को तैयार कर अभिज्ञात पश्चगामी वर्षा सिंचित खंडों में मृदा तथा जल सरंक्षण कार्यों को पूरा करना।
नहर की सफाई तथा वितरण प्रणाली, मौजूदा जल निकायों को गहरा करना तथा सफाई करना तथा बांध/ तटबंध आदि का सुदृढ़ीकरण।
गाद हटाना तथा गहरा करना आदि जैसी गतिविधियों के माध्यम से जल मंदिर, प्रणालियों की क्षमता का पुर्नभण्डारण।


सम्बन्धित महत्वपूर्ण लेख
प्रस्तावना
पीएमकेएसवाई के मुख्य उद्देश्य
योजना की रणनीति और फोकस क्षेत्र
कार्यक्रम घटक
जिला और राज्य सिंचाई योजनाएं
लागत मानदण्ड और सहायता का प्रतिमान
पात्रता मानदण्ड
नोडल विभाग
जिला स्तर क्रियान्वयन समिति (डीएलआईसी) :
राष्ट्रीय परिचालन समिति (एनएससी)
राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एनईसी)
निधियों की निर्मुक्ति
प्रशासनिक व्यय एवं आकस्मिकताएं
अभिसरण
पीएमकेएसवाई के तहत व्याख्यात्मक कार्यकलाप दिशा निर्देश
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है ?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
योजना के उद्देश्यों की उपलब्धि के लिए कौन कौन से कार्यक्रम चलाए जाएगों तथा इसके लिए धनराशि की क्या व्यवस्था है ?
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में माननीय संसद सदस्य तथा स्थानीय विधायक की क्या भूमिका होगी ?

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