भारत सरकार की योजनाएं-अभिसरण

Abhisaran

अभिसरण
पीएमकेएसवाई जल संरक्षण एवं प्रबंधन कार्यक्रम योजना जैसे महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना (एमजीएनआरईजीएस), राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई), जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सोलर मिशन एवं ग्रामीण विद्युतीकरण कार्यक्रम, ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (आरआईडीएफ), सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास (एमपीएलएडी) योजना, विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास (एमएलएएलएडी) योजना, स्थानीय निकाय निधि, राज्य वन प्रभाग की कार्य योजना, विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास (एमएलएएलएडी) योजना, स्थानीय निकाय निधि, राज्य वन प्रभाग की कार्य योजना आदि से संबंधित कार्यक्रमों आधारित सभी ग्रामीण परिसंपत्तियों/अवसंरचना के साथ समरूपता सुनिश्चित करेगी। 2500 पिछड़े ब्लॉकों में मनेरगा के तहत पहले से ही संचालित सहभागिता योजना कार्यक्रम (आईपीपीई) से आदानों को डीआईपी तैयार करने में उपयोग किए जा सकते है। अधिकतर मामलों में, स्रोत सूजन के लिए मजदूर सघन कार्यों जैसे भूमि कार्य को एनजीएनआरइजीए के तहत शुरू किया जा सकता है। सिंचाई उददेश्यों हेतु जल की उपलब्धता के लिए भंडारण क्षमता में सुधार एवं लक्ष्यों के सूजन करने के लिए पुराने तालाबों, जल मंदिर, खुल, टैंक आदि जैसे तालाब नहर निष्क्रिय जल निकाय से गाद हटाने के लिए मनेरगा निधि का उपयोग करने पर जोर दिया जाएगा। पीएमकेएसवाई (प्रति बूंद अधिक फसल) निधि को परत, प्रवेशिका, निकास, गाद हटाने, समायोजन गेट आदि के लिए मनेरगा में विशिष्ट सीमा के बाहर अर्थात 40% की सामग्री को लागत को भरने में भी उपयोग किया जा सकेगा। सभी किसानों, पंचायत, एवं जमीनी स्तर के कर्मियों को नहरों को साफ करने, गाद निकालने, जल संचयन संरचनाओं का निर्माण आदि की वैज्ञानिक/तकनीकी प्रक्रिया कार्यों के लिए मनेरगा का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए आईइसी का उपयोग करते हुए विस्तार कार्यकलापों, लघु एनिमेटेड फिल्म आदि के माध्यम से इन कार्यों के लिए जागरूक बनाया जाएगा। कार्य के प्रकार एवं प्रकृति पर निर्भर होते हुए पीएमकेएसवाई (हर खेत को पानी), पीएमकेएसवाई (पणधारा) से अन्य कार्य शुरू किए जा सकते है। जहाँ सिंचाई स्रोत सृजित किए जाते है, पीएमकेएसवाई (प्रति बूंद अधिक फसल) घटक को इसके स्रोत से सिंचाई दक्षता में सुधार एवं बृहद कवरेज को बढ़ाने के लिए सशक्त रूप से उपयोग किया जाएगा। भूमि संसाधन विभाग, विश्व बैंक सहायता प्राप्त “ नीरांचल ” परियोजना शुरू कर रहा है। नीरांचल का प्रस्ताव बेहतर वैज्ञानिक बेसिन स्तर की आयोजना तैयार करने, कुशल जल प्रबंधन के लिए प्रौदयोगिकियाँ, समुदाय आधारित जल विज्ञान वर्धित उत्पादन और उपज, मंड़ी के साथ संपर्क, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और शहरी पणधारा का उपयोग करते हुए वास्तव समय मॉनिटरिंग प्रणाली एवं नीरांचल दोनों कार्यक्रमों के बीच पर्याप्त साहचर्य के साथ पीएमकेएसवाई का समर्थन करेगा।
जहां एक से अधिक विभाग को योजना का क्रियान्वयन करने के लिए कवरेज करना पड़ता है, प्रत्येक विभाग क्रियान्वयन के लिए पृथक घटक प्रारंभ कर सकते है। जहां कहीं सिंचाई क्षमता का निर्माण किया गया है, लेकिन फील्ड चैनल के अभाव में अनुपयोग पड़े रहते हैं, ऐसे समर्थित अवसंरचनाओं के सूजन के लिए कार्य को प्राथमिकता पर मनेरगा के तहत प्रारंभ किया जाएगा तथा ऐसे कायों को जिला सिंचाई योजना का भाग भी होना चाहिए। मनेरगा के तहत प्रारंभ किए गए सिंचाई कार्य के सन्दर्भ में, अन्य लाइन विभाग को तकनीकी सहायता प्रदान किए की जाएगी। वास्तव में, ऐसी सहायता पीएमकेएसवाई के भाग के रूप में कायों की वैजानिक योजना एवं सम्पादन को समर्थन देगी ।
पंचायती राज्य मंत्रालय स्थानीय/पंचायत स्तर आवश्यकताओं का डीआईपी एवं एसआईपी पर्याप्त रूप से समाधान किया जाता है, को सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त रूप से विचार विमर्श किया जाएगा। पीएमकेएसवाई संसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत चिन्हित गाँवों को प्राथमिकता देते हुए भी अनुबंध करेगी।


सम्बन्धित महत्वपूर्ण लेख
प्रस्तावना
पीएमकेएसवाई के मुख्य उद्देश्य
योजना की रणनीति और फोकस क्षेत्र
कार्यक्रम घटक
जिला और राज्य सिंचाई योजनाएं
लागत मानदण्ड और सहायता का प्रतिमान
पात्रता मानदण्ड
नोडल विभाग
जिला स्तर क्रियान्वयन समिति (डीएलआईसी) :
राष्ट्रीय परिचालन समिति (एनएससी)
राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एनईसी)
निधियों की निर्मुक्ति
प्रशासनिक व्यय एवं आकस्मिकताएं
अभिसरण
पीएमकेएसवाई के तहत व्याख्यात्मक कार्यकलाप दिशा निर्देश
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है ?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
योजना के उद्देश्यों की उपलब्धि के लिए कौन कौन से कार्यक्रम चलाए जाएगों तथा इसके लिए धनराशि की क्या व्यवस्था है ?
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में माननीय संसद सदस्य तथा स्थानीय विधायक की क्या भूमिका होगी ?

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