कृषि एवं उद्यानिकी-आँवले की किस्में

Anwle Ki Kismein

आँवले की किस्में
पूर्व में आँवला की तीन प्रमुख किस्में यथा बनारसी, फ्रांसिस (हाथी झूल) एवं चकैइया हुआ करती थी। इन किस्मों की अपनी खूबियाँ एवं कमियाँ रही हैं। बनारसी किस्म में फलों का गिरना एवं फलों का कम भंडारण क्षमता, फ्रान्सिस किस्म में यद्यपि बड़े आकार के फल लगते हैं परन्तु उत्तक क्षय रोग अधिक होता है। चकैइया के फलों में अधिक रेशा एवं एकान्तर फलन की समस्या के कारण इन किस्मों के रोपण को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। पारम्परिक किस्मों की इन सब समस्याओं के निदान हेतु नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, फैजाबाद ने कुछ नयी किस्मों का चयन किया है जिनका संक्षिप्त विवरण निम्न है:



आँवला की किस्म कंचन (एन ए-4)
आँवला की किस्म कृष्णा (एन.ए.-5)
नरेन्द्र आँवला-6
नरेन्द्र आँवला-7
नरेन्द्र आँवला-10




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आँवला क्षेत्र एवं वितरण
सामान्य जानकारी
आँवले का उपयोग
आँवले की खेती के लिए जलवायु
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आँवले की किस्में
आँवले का प्रवर्धन एवं मूलवृंत

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