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Rajesh Kumar at  2018-08-27  at 09:30 PM
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आँवले की खेती के लिए जलवायु
आँवला एक शुष्क उपोष्ण (जहाँ जाड़ा एवं गर्मी स्पष्ट रूप से पड़ती है) क्षेत्र का पौधा है परन्तु इसकी खेती उष्ण जलवायु में भी सफलतापूर्वक की जा सकती है। भारत में इसकी खेती समुद्र तटीय क्षेत्रों से 1800 मीटर ऊँचाई वाले क्षेत्रों में सफलतापूर्वक की जा सकती है। जाड़े में आँवले के नये बगीचों में पाले का हानिकारक प्रभाव पड़ता है परन्तु एक पूर्ण विकसित आँवले का वृक्ष 0-460 सेंटीग्रेट तापमान तक सहन करने की क्षमता रखता है। गर्म वातावरण, पुष्प कलिकाओं के निकलने हेतु सहायक होता है जबकि जुलाई-अगस्त माह में अधिक आर्द्रता का वातावरण सुसुप्त छोटे फलों की वृद्धि हेतु सहायक होता है। वर्षा ऋतु में शुष्क काल में छोटे फल अधिकता में गिरते हैं तथा नए छोटे फलों के निकलने में देरी होती है।



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Anwle Ki Kheti Ke Liye Jalwayu Anwla Ek Shushk Uposhnn Jahan जाड़ा Aivam Garmi Spashta Roop Se Padti Hai Shetra Ka Paudha Parantu Iski Ushnn Me Bhi SafalTapoorvak Jaa Sakti Bhaarat Samudra Tatiya Area 1800 Meter Unchai Wale Jade Naye Bagichon Pale HaniKaarak Prabhav Padta Poorn Viksit Vriksh 0 460 सेंटीग्रेट Tapaman Tak Sahan Karne Shamta Rakhta Garm Watavaran Pushp कलिकाओं Nikalne Hetu Sahayak Hota Jabki July August Month Adh


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