someone = किसी(pronoun) (Kisi)
किसी ^1 सर्व॰, वि॰ [हिं॰ किस+ ही] हिंदी के प्रश्नार्थक क' श्रृंखला का वह रूप जो उसे विभक्ति लगने से पहले प्राप्त होता है । जैसे, किसी ने, किसी को, किसी पर आदि । किसी ^2 वि॰ हिंदी के प्रशनार्थक 'क' श्रृंखला का वह रूप जो उसे उस समय प्राप्त होता है जब उसके विशेष्य में विभक्ति लगाई जाती है । मुहा.—किसी न किसी=कोई न कोई । कोई एक । एक न एक । किसी पर तान तोड़ना = किसी को लक्ष्य करके खेद या क्रोंधसूचक बात कहना । आक्षेप करना । बौछार छोड़ना । तान भरना, मारना, लेना = गाने में लय के साथ सुरों को खींचना । अलापना । तान की जान = सारांश । खुलासा । सौ बात की एक बात ।
3. ज्ञान का विषय । ऐसा पदार्थ जिसका बोध इंद्रियों आदि को हो ।
4. कंबल का तान — (गडे़रिए) ।
5. भाटे का हलड़ा । लहर । तरंग । — *(लश॰) ।
6. लोहे की छड़ जिसे पलंग या हौदे में मजबूती के लिये लगाते हैं । (7) एक प्रकार का पेड़ । (8) सूत्र । सूत । धागा (को॰) । (9) एकरस स्वर । एक ही प्रकार का स्वर (को॰) । किसी बात का स्थिर होना । उ॰—अहैं ग्यारहें भौम अस भरत कुंडली नेत । —रघुराज (शब्द॰) ।
2. निश्चय । ठहराव । ठान । संकल्प । इरादा । उ॰—(क) आजु न लान देहुँ री ग्वालिन बहुत दिनन को नेत । —सूर (शब्द॰) । (ख) चार चोर चामीकर हेतू । किय मारन जयदेवहि नेतू । —रघुराज (शब्द॰) ।
3. व्यनस्था । प्रबंध । आयोजन । बंदिश । ढंग । उ॰—(क) हाय हाय माच्यी विश्वधाम बीच भाखैं सुर काल काहे प्रभु बाँधे प्रलय नेत है । —रघुराज (शब्द॰) । (ख) नेत करन की है गति तोरी । जामें जाय बात नहिं मोरी । —रघुराज (शब्द॰) । किसी प्रसंग की चर्चा चनाना या छेड़ना । उ॰—(2) फिरि फिरि नृपति चलावत बात । कहो सुमत कहाँ तें पलटे प्रान- जिनव कैसे बन जात । —सूर (शब्द॰) । (ख) ऊधो कत ये बातें चाली । कछु मीठी कछु करुई हरि की अंतर में सब साली । —सूर (शब्द) । (अमुक की) बात मत चलाओ = इस संबंध में (अमुक की) चर्चा करना (द्दष्टांत या उदारहण के लिये व्यर्थ है । (अमुक का) दृष्टांत देना ठीक नहीं है । जैसे,—उनकी बात मत चलाओ;वे रुपए बाले हैं सब कुछ खर्च कर सकते हैं । (अमुक की) बात क्या चलाते हो = दे॰ 'बात मत चलाओ' । बात छिड़ना = दे॰ 'बात चलना' । बात छेड़ना = दें 'बात चलाना' । बात निकालना = बात चलाना । बात पड़ना = किसी किसी विषय का प्
किसी meaning in english
7318188367