कुलदेवी किसे कहते है : कुलदेवी या देवता कुल या वंश के रक्षक देवी-देवता होते हैं। मान्यता ये है की ये घर-परिवार या वंश-परंपरा के प्रथम पूज्य तथा मूल अधिकारी देव होते हैं। अत: प्रत्येक कार्य में इन्हें याद करना आवश्यक होता है।
राजस्थान की कुल देवियां :
निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आप राजस्थान की कुल देवियों की सूची जान सकते है, जो इस प्रकार है...
सीरवी जाति - आईमाता कल्ला जाति - लुटियाला माता बिस्सा जाति - आशापुरा माता ओसवाल जाति - सचियाँ माता खंडेलवाल जाति - सकराय माता नाइ जाति - नारायणी माता पांचाल जाति - त्रिपुरा सुंदरी भील जाति - आमजा माता भोपा जाति - विरात्रा माता मीणा जाति - कैला देवी गुर्जर जाति - कैला देवी यादव जाति - कैला देवी कंजर जाति - चौथ माता बीकानेर के राठौड़ - करणी माता खंगारोत - ज्वाला माता यादव राजवंश - अंजना/ केला देवी चौहान - जीण माता शाकंभरी के चौहान - शाकंभरी माता कछवाहा राजवंश - जमुआ माता भाटी राजवंश - स्वांगिया माता भरतपुर जाट वंश - राजेश्वरी माता जोधपुर के राठौड़ - नागणेची माता जालौर के सोनगरा चौहान - आशापुरी माता सिसोदिया राजवंश - बाण माता गुर्जर प्रतिहार राजवंश - चामुंडा माताराजस्थान के प्रमुख लोक देवता :
बाबा राम देव जी :
जन्म - बाड़मेर ज़िले की शिव तेहसिल के ऊँडूका समेर गाँव
गुरू - बालीनाथ जी
पिताजी - अजमल जी
माताजी - मैणा दे
विवाह - अमर कोट (पाकिस्तान) मे सौढ़ा दलैसिंह की पुत्री
मुख्य केन्द्र - रूणीचा, जैसलमेर
पंथ - कामड़िया पंथ
बहन - डाली बाई ( मेघवाल जाति)
मेला - भाद्र शुक्ल पक्ष द्वितिया से एकादशी तक रामदेवरा, जैसलमेर
घोड़ा - लीला
गोगा जी :
जन्म - चुरू ज़िले के ददरेवा मे
पिताजी - जैवर
माताजी - बाछल
विवाह - कोलुमण्ड ( जोधपुर ) की राजकुमारी केमल दै
ख्याती - नागों के देवता
युध्द - तुर्क आक्रांता महम्मूद गज़नवी
घोड़ा - नीला
मेला - भाद्र कृष्ण पक्ष की नवमी को नोहर ( हनुमानगढ़ )
पाबूजी :
जन्म - जोधपुर ज़िले के फलौदी के निकट कोलु गाँव मे
पिताजी - धांधल जी
माताजी - कमला दे
विवाह - अमरकोट ( पाकिस्तान ) मे सूरज मल सौढ़ा की पुत्री
प्राण - देवल चारणी की गायों की रक्षा करते समय
घोड़ी - केसर कालमी
ख्याती - गायों के मुक्ति दाता और ऊँटों के देवता
अवतार - लक्ष्मण जी का अवतार
हड़बू जी :
जन्म - नागौर ज़िले के भुण्डेल मे
पिताजी - मेहा जी साँखला
मुख्य कर्म स्थल - जोधपुर ज़िले मे फलौदी के निकट स्थित बैंगटी
पूजा - हड़बू जी की गाड़ी की पूजा
पुजारी - साँखला राजपूत
तेजा जी :
जन्म - खड़नाल ( नागौर )
पिताजी - ताहड़ जी
माताजी - राजकँवर
विवाह - पनेर ( अजमेर ) मे रामचन्द्र जी की पुत्री पैमल दे
प्राण - लाछा गुर्जरी की गायों को छुड़ाने के समय
साँप ने काटा - सेन्दरिया ( ब्यावर )
मृत्यु - सुरसरा ( किसनगढ़ )
घोड़ी - लीलण
ख्याती - गायों के मुक्ति दाता और नाग देवता
पूजा स्थल - धान, पुजारी - घुड़ला
मेला - भाद्र शुक्ल पक्ष दशमी को परबतसर ( नागौर )
देवनारायण जी :
पिताजी - सवाई भोज
माताजी - सेडू खटानी
विवाह - मालवा ( मध्य प्रदेश ) के शासक जयसिंह की पुत्री
अवतार - भगवान विष्णु का अवतार
मुख्य केन्द्र - भीलवाड़ा के आसिंद मे स्थित सवाई भोज मन्दिर
Kankeshwar gotra ki kuldevi maa dudeshwari koi jankari nahi he karpiya google pe jankari deve