भारद्वाज (Bhardwaj) = Bharadwaj
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भारद्वाज संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भरद्वाज के कुल में उत्पन्न पुरुष ।
२. द्रोणाचार्य ।
३. मंगल ग्रह ।
४. भरदूल नामक पक्षी । उ॰— भारद्वाज सुपंषी उभयं मुख उद्दरँ एक । —पृ॰ रा॰, भा॰ २, पृ॰ ५१९ ।
५. बृहस्पति के एक पुत्र का नाम ।
६. अगस्त्य ऋषि (को॰) ।
७. एक देश का नाम ।
८. हड्डी ।
९. एक ऋषि का नाम जिनका रचा हुआ श्रौतसूत्र और गृह्यसूत्र है ।
१०. कौटिल्य द्वारा निर्दिष्ट एक ग्रंथकार जिन्होंने अर्थ- शास्त्र पर ग्रंथ लिखा था (को॰) ।
भरद्वाज प्राचीन भारतीय ऋषि थे। चरक संहिता के अनुसार भरद्वाज ने इन्द्र से आयुर्वेद का ज्ञान पाया। ऋक्तंत्र के अनुसार वे ब्रह्मा, बृहस्पति एवं इन्द्र के बाद वे चौथे व्याकरण-प्रवक्ता थे। उन्होंने व्याकरण का ज्ञान इन्द्र से प्राप्त किया था (प्राक्तंत्र 1.4) तो महर्षि भृगु ने उन्हें धर्मशास्त्र का उपदेश दिया। तमसा-तट पर क्रौंचवध के समय भरद्वाज वाल्मीकि के साथ थे। महर्षि भरद्वाज व्याकरण, आयुर्वेद संहित, धनुर्वेद, राजनीतिशास्त्र, यंत्रसर्वस्व, अर्थशास्त्र, पुराण, शिक्षा आदि पर अनेक ग्रंथों के रचयिता हैं। पर आज यंत्र सर्वस्व तथा शिक्षा ही उपलब्ध हैं। वायुपुराण के अनुसार उन्होंने एक पुस्तक आयुर्वेद संहिता लिखी थी, जिसके आठ भाग करके अपने शिष्यों को सिखाया था। चरक संहिता के अनुसार उन्होंने आत्रेय पुनर्वसु को कायचिकित्सा का ज्ञान प्रदान किया था। ऋषि भरद्वाज को प्रयाग का प्रथम वासी माना जाता है अर्थात ऋषि भरद्वाज ने ही प्रयाग को बसाया था। प्रयाग में ही उन्होंने घरती के सबसे बडे गुरूकुल(विश्वविद्यालय) की स्थापना की थी और हजारों वर्षों तक विद्या दान करते रहे। वे शिक्षाशास्त्री, राजतंत्र मर्मज्ञ, अर्थशास्त्री, शस्त्रविद्या विशारद, आयुर्वेेद विशारद,विधि वेत्ता, अभियाँत्रिकी विशेषज्ञ, विज्ञानवेत्ता और मँत्र द्रष्टा थे। ऋग्वेेद के छठे मंडल के द्रष्टाऋषि भरद्वाज ही हैं। इस मंडल में 765 मंत्र हैं। अथर्ववेद में भी ऋषि भरद्वाज के 23 मंत्र हैं। वैदिक ऋषियों में इनका ऊँचा स्थान है। आपके पिता वृहस्पति और माता ममता थीं। ऋषि भरद्वाज को आयुर्वेद और सावित्र्य अग्नि विद्या का ज्ञान इन्द्र और कालान्तर में भगवान श्री ब्रम्हा जी द्वारा प्राप्त हुआ था। अग्नि के सामर्थ्य को आत्मसात कर ऋषि ने अमृत तत्व प्राप्त किया था और स्वर्ग
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भारद्वाज गोत्र की कुलदेवी
Bhardwaj meaning in Gujarati: ભારદ્વાજ
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Bhardwaj meaning in Marathi: भारद्वाज
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Bhardwaj meaning in Bengali: ভরদ্বাজ
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Bhardwaj meaning in Telugu: భరద్వాజ
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Bhardwaj meaning in Tamil: பரத்வாஜ்
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