Kandahar
= कंधार() (KanDhar)
Category: place
कंधार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गान्धार, मि॰ फा॰ कंदहार] [वि॰ कंधारी] अफगानिस्तान के एक नगर और प्रदेश का नाम । — हुमायूँ॰, पृ॰ ५ । कंधार पु ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ कर्णधार, प्रा॰ कण्णधार] [वि॰ कंधारी] केवट । मल्लाह । उ॰—(क) जो लै भार निबाह न पारा । सों का गरब करे कंधारा । —जायसी (शब्द॰) । (ख) राम प्रताप सत्य सीता को यहै नाव कंधार । बिनु अधार छन में अवलंब्यो आवत भई न बार । —सूर (शब्द॰) ।
कंधार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गान्धार, मि॰ फा॰ कंदहार] [वि॰ कंधारी] अफगानिस्तान के एक नगर और प्रदेश का नाम । — हुमायूँ॰, पृ॰ ५ ।
कांधार या कंदहार अफ़ग़ानिस्तान का एक शहर है। यह अफगानिस्तान का तीसरा प्रमुख ऐतिहासिक नगर एवं कंदहार प्रान्त की राजधानी भी है। इसकी स्थिति 31 डिग्री 27मि उ.अ. से 64 डिग्री 43मि पू.दे. पर, काबुल से लगभग 280 मील दक्षिण-पश्चिम और 3,462 फुट की ऊँचाई पर है। यह नगर टरनाक एवं अर्ग़ंदाब नदियों के उपजाऊ मैदान के मध्य में स्थित है जहाँ नहरों द्वारा सिंचाई होती है, परंतु इसके उत्तर का भाग उजाड़ है। समीप के नए ढंग से सिंचित मैदानों में फल, गेहूँ, जौ, दालें, मजीठ, हींग, तंबाकू आदि लगाई जाती हैं। कंदहार से नए चमन तक रेलमार्ग है और वहाँ तक पाकिस्तान की रेल जाती है। प्राचीन कंदहार नगर तीन मील में बसा है जिसके चारों तरफ 24 फुट चौड़ी, 10 फुट गहरी खाई एवं 27 फुट ऊँची दीवार है। इस शहर के छह दरवाजे हैं जिनमें से दो पूरब, दो पश्चिम, एक उत्तर तथा एक दक्षिण में है। मुख्य सड़कें 40 फुट से अधिक चौड़ी हैं। कंदहार चार स्पष्ट भागों में विभक्त है जिनमें अलग-अलग जाति (कबीले) के लोग रहते हैं। इनमें चार-दुर्रानी, घिलज़ाई, पार्सिवन और काकार-प्रसिद्ध हैं। यहाँ वर्षा केवल जाड़े में बहुत कम मात्रा में होती है। गर्मी अधिक पड़ती है। यह स्थान फलों के लिए प्रसिद्ध है। अफगानिस्तान का यह एक प्रधान व्यापारिक केंद्र है। यहाँ से भारत को फल निर्यात होते हैं। यहाँ के धनी व्यापारी हिंदू हैं। नगर में लगभग 200 मस्जिदें हैं। दर्शनीय स्थल हैं अहमदशाह का मकबरा और एक मस्जिद जिसमें मुहम्मद साहब का कुर्ता रखा है। कंधार का इतिहास उथल-पुथल से भरा हुआ है। पाँचवीं शताब्दी ई. पू. में यह फ़ारस के साम्राज्य का भाग था। लगभग 326 ई. पू. में मकदूनिया के राजा सिकन्दर ने भारत पर आक्रमण करते समय इसे जीता और उस
कंधार meaning in english