Hariyana Me Haldi Ki Kheti हरियाणा में हल्दी की खेती

हरियाणा में हल्दी की खेती



GkExams on 02-10-2022


हल्दी के बारें में : यह एक भारतीय वनस्पति है जिसका उपयोग हर घर में किया जाता है। इसका इस्तेमाल मसालों के रुप में प्रमुखता से किया जाता है। हिंदू धर्म में पूजा में या कोई भी शुभ काम करते समय हल्दी का उपयोग किया जाता है। खाने के अलावा कई तरह की बीमारियों से बचाव में भी हल्दी का उपयोग होता है।


Hariyana-Me-Haldi-Ki-Kheti


आपको बता दे की हल्दी का वानस्पतिक नाम Curcuma longa Linn (कुरकुमा लौंगा) है और इसके कुल का नाम Zingiberaceae है। वैसे आयुर्वेद में हल्‍दी को एक महत्‍वपूर्ण औषधि‍ कहा गया है। इसका कारण यह है की हल्दी में उड़नशील तेल 5.8%, प्रोटीन 6.3%, द्रव्य 5.1%, खनिज द्रव्य 3.5%, और करबोहाईड्रेट 68.4% के अतिरिक्त कुर्कुमिन नामक पीत रंजक द्रव्य, विटमिन A पाए जाते हैं।


इसके अलावा हल्दी (haldi ke fayde) पाचन तन्त्र की समस्याओं, गठिया, रक्त-प्रवाह की समस्याओं, कैंसर, जीवाणुओं (बेक्टीरिया) के संक्रमण, उच्च रक्तचाप और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की समस्या और शरीर की कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत में लाभकारी है।


हल्दी की खेती का तरीका :




दोस्तों हल्दी की फसल मिट्टी के नीचे बैठती है जैसे आलू, प्याज, लहसुन आदि की खेती होती है। बाजार में कच्ची हल्दी बेचने पर किसानों को बहुत अच्छी कमाई नहीं होती, इसलिए इसकी खुदाई के बाद इसे प्रोसेस कर सुखाने के बाद भंडारण कर अच्छी कमाई की जा सकती है। हल्दी की फसल 7 से 10 महीने (turmeric crop duration) में तैयार होती है।


सबसे पहले आप खेत को 2-3 बार जोत कर और सुहागे से समतल करके तैयार करें। हल्दी की बिजाई के लिए बैड 15 सैं.मी. ऊंचे, 1 मीटर चौड़े और आवश्यकनुसार लंबे होने चाहिए। दो बैडों के बीच 50 सैं.मी. का फासला होना चाहिए।


समय की बात करें तो अधिक पैदावार लेने के लिए बिजाई अप्रैल के अंत में करें। इसे पनीरी के साथ भी उगाया जा सकता है। इसके लिए जून के पहले पखवाड़े तक पनीरी खेत में लगा दें। पनीरी के लिए 35-45 दिनों के पौधों को खेत में लगा दें।


इसके बाद समय - समय पर हल्दी की खेती की देखभाल करें और फिर 7 से 10 महीने बीत जाने के बाद कटाई करें। आपको बता दे की पत्ते सूखने और पीले होने पर कटाई का अनुकूल समय होता है। गांठों को उखाड़ कर बाहर निकालें और साफ करें। गांठों को 2-3 दिनों के लिए छांव में सुखाएं। इससे छिल्का सख्त हो जाता है और आसानी से उबलता है।


हरियाणा में हल्दी की खेती :




राज्य (turmeric farming in india) में अलग - अलग तकनीक से हल्दी की खेती करके आजकल किसान मोटा मुनाफा कमा रहे है। इस प्रकार की खेती का मुख्य फायदा तो यह है की हल्दी को पशु नुकसान नहीं पहुंचाते, जिससे यह खेती का सुरक्षित विकल्प है।


पौष्टिक तत्वों से भरपूर हल्दी में एंटी आक्सीडेंट, एंटी वायरल व एंटी बायोटिक जैसे तत्व विभिन्न रोगों से निजात दिलाते हैं। इसके अलावा महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसमें करक्यूमिन नामक विशेष तत्व की करीब चार-पांच प्रतिशत मात्रा होती है, जो शरीर से फ्री रेडिकल्स हटाता है।


Pradeep Chawla on 27-09-2018


Check link below -

https://www.bhaskar.com/harayana/ambala/news/HAR-OTH-228260-3089981.html



सम्बन्धित प्रश्न



Comments Mujhe haldi bachani hai on 12-03-2022

Mujhe haldi bachani hai

Rajkumar on 04-10-2021

Ch.dadri ke dohka hariya me seeds h mob.9671732380

Amarchand on 16-09-2021

मैं मेवात हरियाणा से हूं और मुझे आधा एकड़ हरदीकर भी चाहिए जो कहां से मिलेगा और कब और कहां उसकी सेल होगी


Amarchand on 16-09-2021

मैं हरियाणा जिला मेवात से हूं मुझे हल्दी का भी चाहिए कहां से मिलेगा और इसकी फसल उत्पन्न होने के बाद इसकी सेल कहां पर होगी


Jagannath on 17-07-2021

Haldi haryana me sabse jyada kaha hoti hai

Priyanka Rani on 18-01-2021

Haryana m haldi ki kheti kha hoti h sbse jyada

Haldi Haryana me Sabse jyada Kahan Hoti h on 09-08-2019

Ambala




Vikas on 05-11-2018

Haryana mein haldi ki kheti sabse jyada Kaha hoti h

हरचरन सिंह नरवाना on 23-06-2019

हल्दी का बीज कहाँ ओर कैसे मिलेगा ?, में जिला जींद से हूँ, लगभग दो एकड़ के लिए ।



नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Current affairs International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity

Labels: , , , , ,
अपना सवाल पूछेंं या जवाब दें।






Register to Comment