राजस्थान के प्रमुख साहित्यकार : यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा राजस्थान के प्रमुख साहित्यकारों के नामों (rajasthan poets name) एवं उनकी रचनाओं से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...
चंदवरदाई : ‘पृथ्वीराज रासौ’ शिवदास गाडण (चारण) : ‘अचलदास खींची री वचनिका’ सूर्य मिश्रण : ‘वंशभास्कर‘ व ‘वीर सतसई’ गिरधर आसिया : ‘सगत रासो’ कवि कलोल : ‘ढोला मारू रा दूहा’ मुहणोत : ‘नैणसी री ख्यात’ व ‘मारवाड़ रा परगना री विगत’ जग्गा खिडि़या : ‘राठौड़ रतनसिंह महेस दासोत री वचनिका’ बीठू सूजा : ‘राव जैतसी रो छंद’ नयनचंद्र सूरी : ‘हमीर महाकाव्य’ मंडन : ‘राजवल्लभ’ जयानक : ‘पृथ्वीराज विजय’ रणछोड़दास भट्ट : ‘अमरकाव्य वंशावली’ पदमनाभ : ‘कान्हड़दे प्रबंध’ व ‘हमीरायण’ नरपतिनाल्ह : ‘वीसलदेव रासौ’ महाकवि माघ : ‘शिशुपाल वध’ भट्ट सदाशिव : ‘राजविनोद’ कन्हैयालाल सेठिया : मींझर, गलगचिया, कूंक, पाताल पीथल तथा रमणिये रा सोरठा विजयदान देथा : बातां री फुलवारी (लोक कथाएं) सीताराम लालस : राजस्थानी शब्दकोश कोमल कोठारी : राजस्थानी लोकगीतों, कथाओं आदि का संकलन (रूपायन संस्था द्वारा) अगरचंद नाहटा : पांडुलिपी संग्रह एवं लघुकथाएं बसीर अहमद मयूख : गालिब की रचनाओं का राजस्थानी अनुवाद मणी मधुकर : भरत मुनी के बाद (उपन्यास), पगफैरो (काव्य) मनोहर वर्मा : आग का गोला सूर्य, एक थी चुहिया दादी, मैं पृथ्वी हूं आदि महेन्द्र भानावत : गेहरो फूल गुलाब रो, देव नारायण रो भारत आदि रामपालसिंह राजपुरोहित : सुंदर नैण सुधा (कहानी संग्रह) मेजर रतन जाँगिड़ : माई ऐड़ा पूत जण (कहानी संग्रह) चेतन स्वामी : किस्तुरी मिरग (कहानी संग्रह) नन्द भारद्वाज : सांम्ही खुलतो मारग (उपन्यास) संतोष मायामोहन : सिमरण (कविता संग्रह) भरत ओला : जीव री जात (कहानी संग्रह) अब्दुल वाहीद ‘कमल’ : घराणो (उपन्यास) जया प्रकाश पांड्या ‘ज्योतिपुँज’ : कंकू कबंध (नाटक) वासु आचार्य : सीर रो घर (कविता संग्रह) शांति भारद्वाज ‘राकेश’ : उड़ जा रे सुआ (उपन्यास) मालचंद तिवाड़ी : उतरियो है आभो (कविता संग्रह) नेम नारायण जोशी : ओळूं री अखियातां (संस्मरण) किशोर कल्पनाकांत : कूख पड़ियै री पीड़ (कविता संग्रह) करणीदान बारहठ : माटी री महक (कहानी संग्रह) नृसिंह राजपुरोहित : अधुरा सुपणा (कहानी संग्रह) डॉ॰ अर्जुनदेव चारण : धरमजुध (नाटक) प्रेमजी प्रेम : म्हारी कवितावाँ (कविता संग्रह) रेवतदान चारण ‘कलपित’ : उछाळो (कविता संग्रह) यादवेन्द्र `चन्द्र’ : जामरो (कहानी संग्रह) भगवती लाल व्यास : आणहद नाद (कविता संग्रह) नैण मल जैन : सागळां री पीड़ा स्वत मेघ (कविता संग्रह) महावीर प्रसाद जोशी : द्वारका (खंड काव्य) सांवर दइया : एक दुनिया म्हारी (कहानी संग्रह) सुमेरसिंह शेखावत : मारु-मंगल (कविता संग्रह) मोहन आलोक : गा-गीत (कविता संग्रह) मूलचन्द ‘प्रणेश’ : चसमदीठ गवाह (कहानी संग्रह) नारायण सिंह भाटी : बरसाँ रा डीगोड़ा डूँगर लांघियाँ (कविता संग्रह) रमेश्वर दयाल श्रीमाली : म्हारो गाँव (कविता संग्रह) डॉ॰ चन्द्र प्रकाश देवल : पागी (कविता संग्रह) अन्ना राम ‘सुदामा’ : मेवै रा रूंख (उपन्यास) सत्य प्रकाश जोशी : बोल भारमली (कविता संग्रह) मणि मधुकर : पगफेरौ (कविता संग्रह)