पालतू पशु-पक्षी सदैव से मानव जाति के उपयोग में आते रहें हैं और वे मनुष्यजाति को सुख, सुविधा और समृद्धि प्रदान करते रहे हैं।
पालतू पशुओं में गाय, घोड़ा, बैल, भैंस, बकरी, भेड़, गधा, कुत्ता, ऊँट, हाथी आदि के नाम लिये जा सकते हैं। उनकों पालतू बनाकर मानव समाज ने अपनी सुख समृद्धि का कारण बना लिया है।
जनजीवन में गाय का जैसा स्थान है, वैसा किसी अन्य पालतू पशु का नहीं है। गाय एक उपयोगी पशु मात्र नहीं है, वरन् एक प्रकार से प्रमुख आधार ही है। भगवान श्री कृष्ण गायों की सेवा करने के कारण ही गोपाल और गोविंद कहे जाते हैं। ब्रज में इस पशु को जो अनुपम गौरव दिया गया है, उसका कारण वस्तुत: इसका अतिशय उपयोग ही है। ब्रज में बहुत बड़ी संख्या में सदियों से गायों को पाला जाता रहा है। भगवान कृष्ण के समय में गिरिराज पहाड़ी प्रमुख गौचरण का केन्द्र थी। इसीलिए इस गोवर्धन का विरुद प्राप्त हो सका है। ब्रजवाले गोपों का समस्त जीवन ही गौवंश पर आधारित था। वे इससे दूध, दही, मक्खन जैसे पौष्टिक पदार्थों के प्राप्त करते थे उसके गोबर और मूत्र से जो खाद निर्मित करते थे, वह उनके खेत की उपज के बढ़ाने में उपयोगी होता था। गाय से उत्पन्न बछड़े होकर हल हल खीचतें थे, माल ढोते थे। इस प्रकार गाय ब्रजवासियों के जीवन का आवश्यक अंग ही नहीं, उनके परिवार का प्रमुख सदस्य ही बन गई थी।
फिर उसने कृषि करना भी सीख लिया और जानवरों का शिकार करने के स्थान पर उन्हें पालना सीख लिया । इस तरह मनुष्य और पशुओं की मित्रता की कहानी बहुत पुरानी है । संभव हैं, मानव ने सबसे पहले कुत्ते से मित्रता प्रारंभ की हो, और फिर दूसरे पशुओं जैसे गाय, बैल, घोड़े आदि को पलना प्रारंभ किया हो । ये पशु हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं ।
इन से हमारे अनेक कार्य सिद्ध होते हैं । उदाहरण के लिए कुत्ता एक बड़ा स्वामिभक्त जानवर है । अपने स्वामी के लिए वह अपने प्राण भी बलिदान कर देता है । सुरक्षा करने, मार्ग दिखाने आदि में कुत्ते अतुलनीय है । पुलिस के कुत्ते चोर-डाकुओं, आतंकवादियों, तस्करियों को पकड़ने में बड़े सहायक होते हैं ।
संकट में फंसे हुए लोगों को बचाने में भी कुत्ते बहुत कुशल होते हैं । मनुष्य भी एक प्रकार का पशु ही है, परन्तु यह एक सामाजिक और बुद्धिमान प्राणी है । इस बुद्धि का उपयोग मानव ने अपने विकास और समृद्धि के लिए बड़ी चतुराई से
किया है । उसने पशुओं को पालकर उनसे काम लेना प्रारंभ किया । चार्ल्स डारविन ने मानव का विकास पशुओं और वानरों से माना है । इस तरह हमारार और पशुओं का संबंध बहुत पुराना और घनिष्ठ है । हिन्दू-धर्म में गणेश, हनुमान आदि महत्वपूर्ण देवता हैं ।
Nice
जीव व जंतु के बारे में जानकारी हिंदी में।
पागल
Jeev jantu hamare liye mahatavpurn kyu he
jeev jantu ke sanrakshan par bhashan
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