Vyaktitv Maapan Vidhiyan व्यक्तित्व मापन विधियाँ

व्यक्तित्व मापन विधियाँ

GkExams on 10-12-2018

शिक्षा मनोविज्ञान :-व्यक्तित्व मापन व मूल्यांकन
(Personality) :—


0* Personality शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के Persona शब्द से
हुई हैं, जिसका अर्थ हैं – ” मुखौटा ” ।


0* प्राचीन समय में बाहरी रूप रेखा के आधार पर व्यक्तित्व को परिभाषित किया जाता था । लेकिन आज परिभाषा बदल चुकी है


0*वर्तमान समय मे बाहरी व आंतरिक गुणों के समावेश को व्यक्तित्व कहाँ जाता हैं ।


0* ” व्यक्तित्व उन मनोदैहिक व्यवस्थाओं का गत्यात्मक संगठन है जो वातावरण के साथ समायोजन स्थापित कर लेता हैं “— अॉलपोर्ट ।


* व्यक्तित्व का वर्गिकरण – पाश्चात दृष्टिकोण से :——
01. क्रेश्चर ( क्रेश्मर ) के अनुसार – क्रेश्चर ने शारिरिक संरचना के आधार पर पहला वर्गिकरण किया हैं :–
(अ) स्थूलकाय – नाटे व्यक्ति
(ब) सुडौलकाय – खिलाड़ी प्रकृति वाले
(स) क्षीणकाय – दुर्बल शरीर वाले
(द) मिश्रितकाय – मिले-जुले


02. शैल्डन के अनुसार – शैल्डन ने शारिरीक संरचना के आधार पर
दुसरा वर्गिकरण किया हैं :–
(अ) गोलाकार – एण्ड़ोमोरफिक
(ब) आयताकार – मैसोमोरफिक
(स) लम्बाकार – एक्टोमोरफिक


0* शैल्डन का स्वभाव के आधार पर वर्गिकरण :–
(अ) विसेरोटॉनिक – मस्त -मौला, आराम पसंद, खाने-पिने का शौकिन,प्यार का इच्छुक आदि ।


(ब) सौमेटोटॉनिक – कर्मठ, स्पष्ट भाषी, साहसी, शक्तिशाली, अधिकार प्रिय आदि ।


(स) सैरिब्रोटॉनिक – शर्मिले, संकोंची, एकान्त प्रिय, दु:खी, परेशान, अन्तर्मुखी आदि ।


03. स्पेंग्लर के अनुसार – स्पेंग्लर ने समाज शास्त्री आधार पर व्यक्तित्व
का वर्गिकरण किया हैं :—-
(अ). सैंध्दातिक प्रवृति वाले,
(ब). सामाजिक प्रवृति वाले,
(स). राजनैतिक प्रवृति वाले,
(द). सौन्दार्यात्मक प्रवृति वाले,
(य). आर्थिक प्रवृति वाले,
(र). धार्मिक प्रवृति वाले ।


04. युंग / जुंग के द्वारा किया गया वर्गिकरण वर्तमान समय मे सबसेप्रसिध्द माना जाता हैं । इन्होंने मनोवैज्ञानिक आधार पर व्यक्तित्व का वर्गिकरण किया हैं :——-


(अ). अन्तर्मुखी – लेखक बनने के लिए उचित व्यक्तित्व ।


(ब). बर्हिमुखी – नेता या शिक्षक बनने के लिए उचित व्यक्तित्व ।


(स). उभयमुखी – उचित या वांचित व्यक्तित्व ।


05. भारतीय दृष्टिकोण से व्यक्तित्व का वर्गिकरण :—
(अ). सतोगुणी – ईश्वर और धर्म में,
(ब). रजोगुणी – कर्म मे,
(स). तमोगुणी – सुख प्राप्ति में ।


6. आधुनिक दृष्टिकोण से व्यक्तित्व का वर्गिकरण :—
(अ). भावुक,
(ब). कर्मशील,
(स). विचारशील ।


नोट :– उचित व्यक्तित्व होता हैं – ” संवेगिय स्थिरता ” ।


Dinesh Jarwal?Dausa Rajasthan


________________________________________


* व्यक्तित्व मापन की विधियाँ :–
(अ). प्रक्षेपण या प्रक्षेपी विधियाँ :______
0* प्रक्षेपण विधियाँ – प्रक्षेपण शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग सिगमण्ड फ्रायड
ने किया, प्रक्षेपण का अर्थ होता हैं – अपनी बातों, विचारों ओर
भावनाओं आदि को स्वयं ना बताकर किसी अन्य उद्दीपक या पदार्थ
के माध्यम से अभिव्यक्त करना ।


0* प्रक्षेपण विधियों के माध्यम से अवचेतन मन की बातों को ज्ञात किया
जाता हैं ।


0(1). प्रासांगिक अन्तबौध परीक्षण या कथा प्रसंग परीक्षण -( T.A.T.)
(THEMATIC Apperecption Test)- मॉर्गन एवं मुर्रे – 1935 ई.


0* कुल कार्डो की संख्या – 30+1 =31


0* चित्रों से सम्बन्धित कार्ड – 30


0* खाली कार्ड – 1


0* इस परिक्षण मे 10 कार्डो पर पुरूषों से सम्बन्धित चित्र तथा 10
कार्डो पर स्त्रीयों से सम्बन्धित चित्र तथा बाकी 10 कार्डो पर दोनों से
सम्बन्धित चित्र बने होते हैं । व्यक्ति को चित्र दिखाकर कहानी लिखने
को कहाँ जाता हैं यह परीक्षण 14 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों
के लिए विशेष उपयोगी हैं ।


0(2). बाल सम्प्रत्यक्ष परीक्षण – ( C.A.T.)
Children Appercption Test –
___ ल्योपोल्ड बैलोक – 1948 ई.


0* इसका विकास किया डॉ. अननेष्ठ क्रिस ने ।


0* इस परिक्षण मे 10 कार्डो पर जानवरों के चित्र बने होते हैं । बालक
को चित्र दिखाकर कहानी लिखने को कहाँ जाता हैं यह परीक्षण 3 से
11 वर्षो के बालकों के लिए विशेष उपयोगी हैं ।


0(3). रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण – (I.B.T. )
Ink Blot TesT – —–हरमन रोर्शा – 1921 ई.


0* इस परीक्षण मे 10 कार्डो पर स्याही के धब्बे बने होते हैं । पाँच कार्ड
पर काले व सफेद तथा बाकी पाँच कार्डो पर विभिन्न रंगों के धब्बे बने
होते हैं । बालक को धब्बा दिखाकर आकृति के बारे मे पूछाँ जाता हैं ।


0(4). वाक्य पूर्ति परीक्षण – ( S.C.T.)
SENTENCE Completion Test – निर्माण – 1930 ई.


0* इसका विकास किया हैं पाइन एवं टैण्डलर तथा इस दिशा मे सबसे
सराहनिय कार्य रोटर्स ने किया ।


0* इस परीक्षण मे अधुरे वाक्यों को पूरा करने को कहाँ जाता हैं । जैसे -.
(अ). मेरे माता-पिता मुझे ——————— ।
(ब). मैं बहुत खुश होता हुँ जब —————- ।

0(5). स्वतंत्र शब्द सहचार्य परीक्षण – ( F.W.A.T.)
Free Word Association Test – गाल्टन – 1879 ई.
0* इस परीक्षण के द्वारा व्यक्तित्व मापन के अलावा कई मनोवैज्ञानिक
रोगों का इलाज़ भी किया जाता हैं ।

Advertisements


Advertisements


Comments Pintu on 25-01-2022

Mppi Pariksha ka upyog kiske mapan me Kiya Jaya h

Deepak soni on 16-07-2021

व्यक्तित्व मूल्यांकन की एक प्रक्षेपी विवि ह

Neetika on 17-10-2020

Parsnawli vidhi ka prayog kisne kiya h

Advertisements

Ashish on 16-05-2019

व्यक्तित्व मापन की प्रक्षेपी विधि के लाभ


Advertisements

आप यहाँ पर gk, question answers, general knowledge, सामान्य ज्ञान, questions in hindi, notes in hindi, pdf in hindi आदि विषय पर अपने जवाब दे सकते हैं।
नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Current affairs International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity


इस टॉपिक पर कोई भी जवाब प्राप्त नहीं हुए हैं क्योंकि यह हाल ही में जोड़ा गया है। आप इस पर कमेन्ट कर चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं।

Labels: , , , , ,
अपना सवाल पूछेंं या जवाब दें।

अपना जवाब या सवाल नीचे दिये गए बॉक्स में लिखें।