ईसा मसीह को सूली पर कब चढ़ाया गया
गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं। यह के लोगों द्वारा में पर चढ़ाने के कारण हुई मृत्यु के उपलक्ष्य में मनाया है। यह त्यौहार के दौरान मनाया जाता है, जो से पहले पड़नेवाले को आता है और इसका पालन के अंश के तौर पर किया जाता है और यह अक्सर यहूदियों के के साथ पड़ता है।
के आध्यात्मिक विवरणों के अनुसार यीशू का क्रुसिफिकेशन संभवतः किसी
शुक्रवार को किया गया था। दो भिन्न वर्गों के अनुसार गुड फ्राइडे का
अनुमानित वर्ष AD 33 है, जबकि ने बाइबिल और के बीच के अन्तर और चांद के आकार के आधार पर गणना की है कि वह वर्ष मूलतः AD 34 है।
सुसमाचार के अनुसार, यीशू को मंदिर के प्रहरियों ने में उनके शिष्य की अगुवाई में गिरफ्तार किया। यहूदा ने (चांदी के 30 टुकड़ों)( )
के बदले यीशू से विश्वासघात किया और मंदिर के प्रहरियों से कहा कि वह जिसे
चुम्बन लेगा उसे ही उन्हें गिरफ्तार करना है। यीशू को गिरफ्तार कर के घर लाया गया, जो तत्कालीन
का ससुर था। वहाँ उनसे पूछताछ की गयी किन्तु उसका कोई खास नतीजा नहीं
निकला जिसके बाद उन्हें उच्च पुरोहित काइयाफस के पास भेज दिया गया, जहां इकट्ठे थे ( ).
कई गवाहों ने यीशू के खिलाफ विरोधाभासी बयान दिये जिसका यीशू ने कुछ भी
जवाब नहीं दिया.अंत में उच्च पुरोहित ने यीशू को कहा कि वह पवित्र शपथ लेकर
उत्तर देने का आदेश देते हुए कहा - "मैं, तुम्हें ईश्वर के नाम का वास्ता
देकर तुम्हें आदेश देता हूं कि तुम हमें बताओं कि क्या तुम्ही एकमात्र
अभिषिक्त व्यक्ति, परमेश्वर के पुत्र हो?" यीशू ने सकारात्मक उत्तर देते
हुए कहा कि "तुमने कहा है और समय आने पर तुम देखोगे कि स्वर्ग के बादलों के
बीच मनुष्य का पुत्र सर्वशक्तिमान की दाहिनी ओर बैठा है।"उच्च पुरोहित ने
यीशू को का दोषी ठहराया और सर्व सम्मति से की सुनवाई में यीशू को मौत की सज़ा सुनायी ( ).पीटर
ने भी पूछताछ के दौरान यीशू को पहचानने से तीन बार इनकार किया। यीशू पहले
से ही जानते थे कि पीटर उन्हें तीन बार पहचानने से इनकार करेगा. उनकी दोनों
सुनवाइयों के सम्बंध में
सुनवाई का लेख देखें, जिनमें से एक रात में हुई थी तथा दूसरी सुबह और इस
तरह समय के अन्तर के कारण गुड फ्राइडे का दिन प्रभावित होता है।
सुबह पूरी परिषद यीशू को साथ लेकर रोमन राज्यपाल
के पास पहुंची. उन पर आरोप लगाये गये कि वह देशद्रोही हैं, उन्होंने सीज़र
के करों का विरोध किया है और स्वयं को राजा घोषित किया है ( ).पायलट
ने यहूदी नेताओं को यह जिम्मेदारी दी कि वे यीशू को अपने कानून के अनुसार
फांसी दें किन्तु यहूदी नेताओं ने कहा कि रोमन लोगों ने उन्हें प्राणदंड
देने की अनुमति नहीं दी है ( ).
पायलट ने यीशू से पूछताछ की और सभा से कहा कि यीशू को सजा देने का कोई आधार नहीं है। यह जानकर कि यीशू के निवासी हैं पायलट ने इस मामले को गैलिली के को सौंपा, जो में
की दावत के लिए गये थे। हेरोड ने यीशू से सवाल किये पर उसे कोई जवाब नहीं
मिला; हेरोड ने यीशू को पायलट के पास वापस भेज दिया. पायलट ने सभा से कहा
कि न तो उसने और न ही हेरोड ने यीशू में कोई दोष पाया है; पायलट ने निश्चय
किया की यीशू को कोड़े मारकर रिहा कर दिया जाये ( ).
रोम में पासओभर के भोज के दौरान यह प्रथा थी कि यहूदियों के अनुरोध पर एक
कैदी को रिहा कर दिया जाता था। पायलट ने लोगों से पूछा कि वे किसको रिहा
करना चाहते हैं। मुख्य पुरोहित के निर्देश पर लोगों ने कहा कि वे
को रिहा करना चाहते हैं, जो एक विद्रोह के दौरान हत्या के जुर्म जेल में
है। पायलट ने पूछा कि वे यीशू के साथ किस प्रकार का सलूक चाहेंगे और उन
लोगों ने मांग की, " उसे सूली पर लटका दो"( ). ने उसी दिन यीशू को सपने में देखा था, उसने पायलट को आगाह कर दिया कि "इस धार्मिक व्यक्ति के साथ कोई सरोकार न रखे"( ).
पायलट ने यीशू को कोड़े मरवाए और भीड़ के सामने ला कर उसे रिहा कर दिया.
मुख्य पुरोहित ने पायलट को एक नये आरोप की जानकारी दी कि यीशू स्वयं को
"परमेश्वर का पुत्र होने का दावा" करता है इसलिए उसे मौत की सज़ा सुनायी
जाये.इससे पायलट भयभीत हो जाता है और यीशू को वापस महल के अन्दर ले जाता है
तथा उनसे जानना चाहता है कि वह कहां से आये हैं ( ).
भीड़ के सामने आखिरी बार आकर, पायलट यीशू के निर्दोष होने की घोषणा की
और यह दिखाने के लिए कि इस दंडविधान में उसकी कोई भूमिका नहीं है, पानी से
अपने हाथ धोये. आखिरकार, पायलट ने दंगे से बचने के लिए यीशू को सूली पर
चढ़ाने के लिए सौंप दिया ( ).
दंडादेश में लिखा था "नासरत का यीशू, यहूदियों का राजा."सायरीन के साइमन
की सहायता से यीशू अपनी सूली को स्वयं ढोते हुए बधस्थल तक ले गये, जहां
उन्हें सूली पर चढ़ाया गया, उस स्थान को हिब्रू में कपाल का स्थान या " " और लैटिन में कैलवरी कहते हैं। वहाँ उन्हें दो अपराधियों के साथ सूली पर चढ़ाया गया ( ).
यीशू छह घंटे तक सूली पर यातना सहते रहे. सूली पर लटकाये रखे जाने के आखिरी
तीन घंटों के दौरान दोपहर से अपराह्न 3 बजे तक पूरे देश में अंधेरा छाया
रहा. एक
जोरदार चीख के बाद यीशू ने अपने प्राण त्याग दिये.उसी समय एक भूकंप आया,
कब्रें टूट कर खुल गयीं और इस मंदिर का पर्दा ऊपर से नीचे तक फट गया। सूली
पर लटकाये जाने के स्थल पर उपस्थित एक घोषणा की, "सचमुच यह भगवान का बेटा था !" ( )
सैन्हेद्रिन का एक सदस्य यीशू का एक गुप्त शिष्य था, जिसने यीशू को यह दंडादेश देने की सहमति नहीं दी थी, पायलट के पास गया और उसने यीशू का शव मांगा ( ). यीशू के एक अन्य गुप्त अनुयायी और नाम के सैन्हेद्रिन के सदस्य ने एक सौ पौंड वजन का मसाले का मिश्रण लाया और मसीह के शरीर को कपड़े में लपेटने में सहायता की ( ).पायलट ने सूबेदार से कहा कि वह इस बात की पुष्टि कर ले कि यीशू मर चुके हैं ( ).एक सिपाही ने यीशू के शरीर पर भाले से वार किया जिसमें से खून और पानी बाहर निकला ( ) और उसके बाद सूबेदार ने पायलट से इस बात की पुष्टि कर दी कि यीशू मर चुके हैं ( ).
अरिमेठिया के जोसफ ने यीशू के शरीर को एक साफ मखमल के कफन में लपेट कर सूली पर चढ़ाये जाने के पास स्थित एक बगीचे में एक चट्टान ( ) को खोद कर बनायी गयी उनकी नयी कब्र में दफना दिया. निकोदेमस ( ) भी 75 पाउंड का और एक औषधि के साथ पहुंचा था और दफन करने के यहूदी नियमों के अनुसार उसने यीशू के कफन के साथ उन्हें रख दिया ( ). उन्होंने कब्र ( ) के प्रवेश द्वार पर एक विशाल पत्थर रखकर उसे बंद कर दिया.उसके बाद वे घर लौटे और विश्राम किया क्योंकि सूर्यास्त के बाद शुरू हो गया ( ). तीसरे दिन, रविवार को, जो अब रविवार (या पश्चा) के रूप में जाना जाता है, मृत यीशू जी उठे.
रोमन कैथोलिक चर्च गुड फ्राइडे को के तौर पर मानता है, जबकि चर्च के के अनुसार एक बार पूरा भोजन (हालांकि वह नियमित भोजन से कम होता है और अक्सर उसमें मांस के बदले मछली खायी जाती है) और दो (एक
अल्पाहार, जिसकी दोगुनी मात्रा भी एक पूर्ण भोजन के बराबर नहीं होती) लिया
जाता है। जिन देशों में गुड फ्राइडे का दिन अवकाश का दिन नहीं होता, वहां
अपराह्न 3 बजे के बाद आमतौर पर कुछ घंटों के लिए कामकाज बंद कर दिया जाता
है।
के अनुसार सामान्यतः की शाम को प्रभु के भोज के उपरांत कोई उत्सव नहीं होता जब तक कि
की अवधि बीत न जाये बशर्ते किसी धर्मसंबंधी गंभीर मामले में या किसी मातम
सम्बंधी मसले पर वैटिकन या स्थानीय बिशप द्वारा विशेष छूट न प्रदान की गयी
हो अथवा बप्तिस्म (जिनको मौत का खतरा हो) हो रहा हो, कर रहे हो या मौत से जूझ रहा हो.
प्रभु ईसा मसीह के स्मरण में भोज का कोई उत्सव नहीं होता और वह केवल
पस्सिओं ऑफ़ द लोर्ड के सर्विस के दौरान भक्तों में वितरित किया जाता है
किन्तु जो बीमारी के कारण इस सर्विस में भाग नहीं ले पाते, वे बाद में किसी
भी समय ग्रहण कर सकते हैं।
पूजा वेदी पूरी तरह से खाली रहती है और क्रॉस, मोमबत्ती अथवा वस्त्र कुछ भी वहां नहीं रहता. प्रथा के अनुसार ईस्टर निगरानी अवधि में जल का आशीर्वाद पाने के लिए पवित्र जल संस्कार के पात्र खाली किये जाते हैं। की अवधि के दौरान गुड फ्राइडे अथवा पवित्र शनिवार को घंटियाँ नहीं बजाने की परम्परा है।
पैशन ऑफ़ द लोर्ड के उत्सव का आदर्श समय अपराह्न तीन बजे है, लेकिन यह समय
पादरी या श्रेष्ठ कारणों से एक घंटे के बाद का भी चुना जा सकता है। इस समय पादरी के पहनावे का रंग लाल होता है। 1970 से पहले पहनावे का रंग काला होता था केवल कम्यूनियन वाला हिस्सा बैगनी रंग का होता था और 1955 से पहले पूरा पहनावा ही काला होने का विधान था। अगर कोई बिशप यह अनुष्ठान संपन्न करता है, वह एक सादा मुकुट पहनता है।
प्रार्थना के तीन भाग होते हैं : बाइबल और धर्म ग्रंथों का पाठ, क्रॉस की पूजा और प्रभु भोज में सहभागिता.
बाइबल पाठ के पहले भाग में से , ,
और गुणगान की आवृत्ति या गायन होता है जो अक्सर एक से अधिक पाठकों या
गायकों द्वारा किया जाता है। इस प्रथम चरण में प्रार्थना की एक शृंखला होती
है जो चर्च, पोप, पादरी और चर्च में आने वाले गृहस्थों, बपतिस्मा के लिए
तैयार लोगों, ईंसाइयों की एकता, यहूदी लोगों, प्रभु यीशु मसीह में विश्वास
नहीं करने वालों, भगवान पर विश्वास नहीं करने वालों, सार्वजनिक कार्यालयों
में काम करने वालों और विशेष तौर पर जरूरतमंद लोगों के लिए की जाती है।
गुड फ्राइडे के त्यौहार के दूसरे चरण में क्रॉस की पूजा की जाती है, एक
जिसमें एक खास पारम्परिक ढंग से यीशु के लिए गीत गाये जाते हैं। हालांकि
यह जरूरी नहीं है फिर भी यह धार्मिक समागम आम तौर पर वेदी के पास होता है,
जिसमें सत्य और निष्ठा के साथ सम्मान व्यक्त किया जाता है और खास तौर पर
व्यक्तिगत रूप से जब प्रभु यीशू के प्रति प्रेम भाव के गीत गाये जा रहे
हों.
इसका तीसरा भाग होता है पवित्र प्रभु भोज का, जो इस त्यौहार की अंतिम कड़ी है। यह शुरू होती है के साथ लेकिन "रोटी तोड़ने की रस्म" और इससे संबंधित मंत्र, "Agnus DEI." का उच्चारण नहीं किया जाता. की प्रार्थना सभा में अभिमंत्रित प्रभु को भक्तों में वितरित किया जाता है।
के सुधार के पहले केवल धर्माधिकारी को ही पूर्व पवित्र प्रार्थना सभा का
उपहार मिलता था, जिसमें आमतौर की प्रार्थनाओं के साथ यज्ञपात्र में शराब
रखने का अधिकार भी शामिल था लेकिन को खत्म कर दिया गया।
पादरी और भक्त गण उसके बाद चुपचाप चले जाते हैं और प्रस्थान वेदी से कपड़े
निकाल लिये जाते हैं, वेदी के पास केवल क्रॉस और दो या चार अगरबत्तियां रह
जाती हैं।
सेवाओं के निष्क्रिय हो जाने के अलावा या तो चर्च के अन्दर ही होते हैं या फिर उसके बाहर तथा प्रार्थना अपराह्न तीन बजे होती है जिसे कहा जाता है। , , , और में यीशू की मूर्तियों जो पैशन ऑफ़ क्राइस्ट को दर्शाती हों, के साथ जुलूस निकाले जाते हैं।
पॉलिश चर्चों में यीशु के मकबरे की एक झांकी की प्रतिकृति प्रार्थनास्थल पर
रखी गयी है। कई श्रद्धालु रात में कई घंटे उनके मकबरे के पास बिताते हैं,
जहां यीशु के शरीर के घावों पर चुम्बन करने की प्रथा है। यीशू के मकबरे में
स्थित आदमकद प्रतिमा का दर्शन व्यापक रूप से भक्तों द्वारा विशेषकर पवित्र
शनिवार को किया जाता है। इस सजीव चित्रण में फूले, मोमबत्तियाँ, निगरानी
में खड़े स्वर्गदूत की मूर्तियाँ और माउन्ट कलवारी के ऊपर तीन क्रॉसें
सम्मिलत हो सकती है। हर पेरिश सबसे कलात्मक और धार्मिक सद्भाव को उजागर
करनेवाले प्रबंध के साथ पेश करने का प्रयास करते है जिसमे पवित्र प्रभु भोज
को पारदर्शी कपडे में लपेट कर प्रर्दशित किया जाता है।
परंपरा में विशेष प्रार्थनाएं, यातनाएं और अपमान जो , उनके लिए सुधार कार्यो के रूप में समर्पण शामिल है, जैसा यीशू ने गुड फ्राइडे पर अपने पैशन के दौरान कष्ट सहें. कार्यो में जीवित या दिवंगत हिताधिकारी के लिए याचिका शामिल नहीं है, लेकिन यीशू के विरूद्व के किये गए पापों का प्रायश्चित करने के उद्देश्य से किया जाता है। द कैथोलिक प्रार्थना किताब (1854 के आदेश द्वारा अनुमोदित्त और 1898 में द्वारा प्रकाशित) में ऐसी प्रार्थनाएं शामिल की गयी है, जिसमे के रूप में प्रार्थनाये भी शामिल हैं।
सुधारों पर पोप के परिपत्र में, ने को कैथोलिकों का कर्तव्य कहा और यीशु "को पहुंचाए गए आघातों के लिए एक प्रकार की क्षतिपूर्ति के रूप में " सम्मान के साथ समर्पित किया।
ने को "अथीन
क्रॉसो के बगल में खड़े रहने का अविराम प्रयास है जिसपर प्रभु के पुत्र
निरंतर सूली पर चढाये जाते हैं" के रूप में संदभित किया हैं".
जैसे ही पैशन ऑफ़ क्राइस्ट मनाते है, गुड फ्राइडे पर पवित्र सप्ताह का स्मरणोत्सव अपने चरम सीमा पर पहुँच जाता है। और
के आसपास के विभिन्न गावों में जुलूस के साथ सभी चर्चो में पवित्र
अनुष्ठान होते हैं। इस उत्सव के दौरान, कुछ स्थानों में पैशन की कथा पढ़ी
जाती हैं। तत्पश्चात क्रूस की आराधना की जाती है। गुड फ्राइडे के जुलूस , , , , , , , , , , , और में निकले जाते हैं। गोज़ो में जुलूस , (सेंट जोर्ज और कैथेडरल), और , में होंगे.
इस लेख में हेतु अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर । स्रोतहीन सामग्री को चुनौती दी जा सकती है और हटाया भी जा सकता है। (April 2009) |
मुख्यतः रोमन कैथोलिक में, यह दिन सड़क पर जुलूसों, और एक जिसे
कहा गया है, के साथ मनाया जाता है। इस दिन घंटियों को न बजाकर और कोई
प्रार्थना न कराकर चर्च पवित्र रखता है। देशभर के कुछ समुदायों में
(विशेषकर मरीनाडक के कुछ द्वितीय प्रांत या , में) जुलूसों में भक्त (जिन्हें
कहा जाता है) शामिल होते हैं और स्वास्थ्य की चिंता किये बिना और चर्च की
अस्वीकृति के बावजूद, तपस्या के प्रतीक के रूप में स्वयं अपने आप को कोड़े
मारते है और कभी-कभी अपने आप को कीलों से सूली पर लटका लेते हैं। गुड
फ्राइडे के दिन दोपहर में 3 बजे के बाद (वह समय जो परंपरानुसार यीशू के
मरने का समय माना जाता है) शोर मचाने से निरुत्साहित किया जाता है, कुछ और और दुकाने बंद हो जाते है और भक्तों को
रविवार तक बहुत पवित्र और प्रर्थनापूर्ण रहने के लिए निवेदन किया जाता है।
अभी भी कुछ टेलीविजन नेटवर्क पवित्र उत्सव से संबंधित धार्मिक कार्यक्रमों
के प्रसारण के लिए प्रयासरत हैं।
और में स्थानीय लोग साधारणत: के तौर पर और खाते है। बड़े बुजुर्ग भी गुड फ्राइडे के दिन तीन बजे के बाद स्नान करने को मना करते हैं।[ ]
मुख्य जैसे SVD संचार मंत्रालय और डोमीनिकन फादरस ऑफ़ फीलिपींस और दूसरे पेरिश में घटना प्रसारित करते हैं। इन घटनाओं में सेवेन लास्ट वर्ड का पठन, का अनुवाचन और कोमेमोरेशन ऑफ़ द लोर्ड की सेवाएं शामिल हैं।[ ]
बाइज़ैंटीनी के ईसाई ( जो करते हैं: और ) इस दिन को "पवित्र और महान फ्राइडे" या सामान्यत: महान फ्राइडे कहते हैं।
इस बलिदान से संबंधित दुःख और अनुताप के कराण, (ईंसाइयों के प्रार्थना करने की एक रीति) कभी भी गुड फ्राइडे को नही मनाया जाता; सिर्फ उस दिन को छोड़कर जब का मनाया जाता है, जिसकी तारिख निशिचत हैं, उन चर्चो के लिए जो पारंपरिक का अनुसरण करते है, आधुनिक में 25 मार्च वर्तमान में 7 अप्रैल को पड़ता है).ग्रेट फ्राइडे पर भी, पादरी बैंगनी या लाल कपड़े, जो नियमानुसार, के दौरान पहना जाता था, अब नहीं पहनते लेकिन इसके बजाय काले वस्त्र धारण करते हैं। को वेदी को अनावृत करना, जैसा कि पश्चिम में होता है, यहाँ नही है, बजाए इसके को काले में बदल दिया जाता है और ऐसा के पवित्र लिटरजी तक जारी रहता है।
भक्त इस दिन को दिनभर विशेष के सार्वजनिक गायन और के पठन के द्वारा याद करते है और यीशू की मौत से संबंधित गाते हैं। बहुमूल्य दृश्य चित्र और प्रतीक साथ ही विशेष भजनगान इन धार्मिक विधियों के उल्लेखनीय तत्व हैं। में,
की घटनाएं, भूतपूर्व घटनाओं का वार्षिक स्मरणोत्सव मात्र नहीं है, लेकिन
भक्त यीशु की मृत्यु और पुनस्र्ज्जीवन में वास्तव में भाग लेते हैं।
इस दिन का हर घंटा नए कष्टों और उद्धारक के कष्टों के प्रायश्चित का नया
प्रयास है। और इस पीड़ा की गूंज हमारी अर्चनाओं में पहले ही सुनी जा चुकी
है जो करुणा की शक्ति और भावना में अद्वितीय और अतुलनीय हैं तथा
उद्वारकर्ता की पीड़ा के लिए करुणा की अनन्त गहराई, दोनों ही में है।
पवित्र चर्च भक्तों की आंखों के सामने खून पसीने से लथपथ प्रभु के कष्ट
गेथ्सिमाने गार्डेन से लेकर गोल्गोथा में क्रूस पर चढाने तक का पूर्ण चित्र
खोल देता है। सोच द्वारा हमें अतीत में पहुंचाकर, "पवित्र चर्च हमें
गोलगोथा पर निर्मित क्रॉस के पायदान पर ला देता है और हमें उद्वारक के
प्रति किये गए अत्याचार के समक्ष दर्शको के रूप में उपस्थित कराता है।
पवित्र और महान फ्राइडे को एक कठोर
के रूप में माना जाता है और वयस्क बाइज़ैंटीनी ईसाईयों से आशा की जाती है
कि वे अपने आप को, जहाँ तक उनका स्वास्थय सह सके, पूरे दिन के लिए सभी
प्रकार के खाद्य पदार्थो और पेय पदार्थो से दूर रखेंगे.इस पवित्र दिन पर न
ही किसी को खाना परोसा जाता है और न ही इस बलिदान के दिन हम कुछ खाते हैं।
अगर कोई असमर्थ है या बहुत बूढा हो गया है, उपवास करने में असमर्थ है, तौ
उसे सूर्यास्त के बाद रोटी और पानी दिया जा सकता हैं। इस तरह हम पवित्र
देवदूतों के आदेश, कि महान फ्राइडे को नहीं खाना चाहिए, के निकट आते है।
पवित्र और महान फ्राइडे की बाइज़ैंटीनी ईसाई रीति, जिसे औपचारिक तौर पर द आर्डर ऑफ़ होली एंड सेविंग पैशन ऑफ़ आवर लोर्ड जेसस क्राइस्ट की शुरुआत गुरूवार रात को माटीन्स ऑफ़ द ट्वेल्व पैशन गोस्पेल्स के साथ होती हैं। इस की सर्वत्र बिखरी हुई सेवाएँ सभी चार धार्मिक शिक्षाओं से बारह पठन जो यीशू के और तक की . इन बारह पठनो में पहला साल का सबसे बड़ा धार्मिक पठन है। छठे धार्मिक उपदेश पठन के ठीक पहले, जो यीशु को क्रूस पर कीलो से गाडे जाने की कहानी को स्मरण कराता है; मोम्बतियों और सहित, एक बड़ा पवित्र स्थान से द्वारा निकाला जाता है। इसे के केंद्र में स्थापित कर दिया जाता है (जहाँ सभी भक्त इकठ्ठा होते है) साथ में यीशू के शारीर का (soma or corpus) दो-आयामी प्रतीक इसमें चिपका रहता हैं। जैसे ही क्रॉस को उठाया जाता है, पादरी या एक विशेष का गायन करते हैं।
आज वह जिसने पृथ्वी को जल पर लटकाया; क्रूस पर लटका है (तीन बार)
वह जो देवदूतों का राजा है, कांटो के ताज से सजा है।
वह जो स्वर्ग को बादलो में लपेटे है, उपहास के जामुनी रंग में लिपटा है।
वह जिसने एडम को जार्डन में स्वतंत्र किया, अपने चेहरे पर आघात सहता है।
चर्च के दूल्हे का नाखून छेद दिया गया है।
वर्जिन के बेटे को भाला भोंक दिया गया है।
हे यीशु, हम तेरे जुनून का सम्मान करते हैं (तीन बार).
अपने गौरवपूर्ण पुनरुज्जीवन का पथ हमें भी दिखाओ.
सेवा के दौरान, सभी सामने आते है और क्रॉस पर लटके यीशू के पैर को चूमते हैं। के बाद, एक छोटी, भजन स्तुति, द वाइज थीफ उन गायकों के द्वारा गायी जाती है जो चर्च के केंद्र में स्थित क्रॉस के नीचे खड़े रहते हैं। सेवा के साथ खत्म नहीं होती, जैसा कि सामान्यतः होता है, लेकिन पादरी द्वारा एक विशेष बर्खास्तगी के साथ संपन्न होती है।
अगले दिन फ्राइडे को पूर्वाह्न में, सभी फिर से श्रेष्ठ घंटे की प्रार्थना के लिए इकट्ठे होते है, का विशेष विस्तारित उत्सव (जिसमे पहला घंटा, , , और ) साथ में बाइबिल पठन की अतिरिक्तता ( , और )
और हर घण्टे में बलिदान के बारे में स्तुति होती है (कुछ अंश पिछले रात की
पुनरावृति होती है).यह सेवा किसी तरह चरित्रत: उत्सव अधिक है और इसका
"श्रेष्ठ" नाम उन दोनों तथ्यों से निकला है कि घण्टे सामान्य से अलग
गंभीरता से आज्ञा पालन करने के लिए, यीशू राजा के स्मरण में, जिसने मनुष्य
जाति के उद्धार के लिए अपना विनम्र बलिदान कर दिया और इस तथ्य से भी कि
पहले सेवा में महाराजा और उनके दरबारी भाग लिया करते थे।
अपराह्न 3 बजे वेवेस्पर्स ऑफ़ द टेकिंग-डाउन फ्रॉम द क्रॉस के लिए हेतु इकट्ठा होते है। यह धर्म पाठ चारों से लिया गया एक श्रृंखला है। सेवा के दौरान, जैसे ही धर्म पाठ के समय का वर्णन होता है, यीशू के शारीर (the soma) को क्रॉस से हटा दिया जाता है और मखमल के कफ़न में लपेटकर, पवित्र पर लाया जाता है। सेवा के समापन के समय एक या वक्र चादर(यीशू के अंतिम संस्कार के लिए उनके चित्र की कढ़ाई किया हुआ कपड़ा) जो का प्रतिनिधित्व करता है, उसको जुलूस के साथ
रखे एक मेज़ पर लाकर रखा जाता है; यह अक्सर फूलों के गुच्छो के साथ सजाया
जाता है। समाधि खुद भी, अंतिम संस्कार के कफ़न में लपेटे गए यीशू के शरीर
का प्रतिनिधित्व करती है। उसके बाद पुरोहित सबको देते है और सभी आगे बढ़कर समाधि के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं। रीति में, सांध्य उपासना के बाद, की जाती है जिसमे लोगोठेते के सीमोन द्वारा वितरित हमारे प्रभु का सूली पर चढ़ाया जाना और पवित्र का मातम - एक विशेष धर्मविधान होता हैं।
शुक्रवार की रात, की मध्यरात्रि में होनेवाली चर्च वन्दनाएँ, एक अद्वितीय आयोजन जिसे द लैमेनटेशन ऐट द टोम्ब (Epitáphios Thrēnos) के नाम से जाना जाता है, आयोजित होती हैं, जिसमे कब्र पर मातम मनाया जाता है। इस आयोजन को कभी-कभी येरुशलम की मध्यरात्रि
वन्दनाएँ भी कहा जाता है। आयोजन का ज्यादातर हिस्सा चर्च के मध्य भाग में
स्थित यीशु की समाधि के आस-पास होता है। आयोजन की एक अद्वितीय विशेषता है स्तुति (Enkōmia) या भजनों से वन्दना, जो (जो बाइबल के सबसे लंबे में से भी बड़ा है) के छंदो में से ली गयी होती हैं और पादरी द्वारा उच्चारण की जाती हैं . गान के अंत में, जब गाया जाता है, समाधी को चर्च के अन्दर और बाहर चारो ओर
में लाया जाता है और उसके बाद मकबरे में लौटा दिया जाता है। कुछ चर्च
समाधि को दरवाजे पर; कमर के स्तर के ऊपर पकड़ने की प्रथा का पालन करते है,
इससे अधिकांश विश्वासी इसके नीचे झुक जायेंगे, जैसे वे चर्च के अन्दर, यीशू
के मौत और उसके जी उठने के प्रतीक में प्रवेश कर रहे है।
गुड फ्राइडे का भजन (The (hymn of the day)) है:
कविता
महान , जब उसने तेरे पवित्र शरीर को से नीचे लाया, मसृण मखमल में लपेटा, मसालों के साथ लेप किया और इसे नए मकबरे में रख दिया. और को और को गौरव प्रदान हो, अभी और आने वाले कई पीढियों के लिए. आमीन. देवदूत के पास आया और कहा: मृतकों के लिए ठीक है, लेकिन यीशु ने खुद को भ्रष्टाचार से अनजान दिखाया है।
1662 की
गुड फ्राइडे पर पालन किए जाने वाले किसी विशेष रीति का वर्णन प्रस्तुत
नहीं करती, लेकिन स्थानीय विधि आयोजन के पृथक्करण की आज्ञा ली, जिसमे और एक तीन घंटे का संबंधित आयोजन, (परिशेष के में का उपयोग करके) और शामिल हैं। हाल के समय में और के संशोधित संस्करण दुबारा निकाले गए हैं, गुड फ्राइडे के रूपों को मनाने के लिए जो आज के रोमन कैथोलिक चर्च में होता है, साथ ही भजन के सम्मान के लिए, जो इंग्लैण्ड के प्रमुख के रूप में पालन होता हैं जिसमे क्रॉस के पास आगे बढ़ना भी शामिल है।
कई समुदाय भी इस दिन विशेष आयोजन रखते हैं। जर्मन
परंपरा में 16वी से 20वी सदी तक, यह सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार था।
लुथरेसियम में गुड फ्राइडे का पवित्र भोज मनाने पर कोई पाबंदी नहीं थी,
इसके विपरीत, यह प्राप्त करने का प्रमुख दिन था और यहाँ तक कि आयोजन में ज्यादा जोर जिन बातों पर होता था वे है विशेष संगीत लुथरन द्वारा
का आयोजन. 20वीं सदी के मध्य में गुड फ्राइडे पर आयोजित होने वाले पवित्र
भोज से लुथरन म्रिथ्योप्रांत प्रथा को हटा दिया गया, पवित्र भोज गुड
फ्राइडे पर नहीं भी मनाया जा सकता है, लेकिन उसकी जगह को मनाया जा सकता है। जो कुछ भी हो, अपने सरकारी सेवा किताब में गुड फ्राइडे पर युकेरिस्ट करने की अनुमति प्रदान करती है। गुड फ्राइडे पर मनाते है क्यूंकि वे पवित्र भोज को रखते हैं। भी स्मरणोत्सव गुड फ्राइडे का , वंदना जो पर आधारित है, के साथ करते हैं।
कुछ , , कई और चर्च गुड फ्राइडे मनाने का विरोध करते है और को शुक्रवार के बजाय बुधवार को मनाते हैं, जो
लंब के यहूदी बलिदान से मेल खाता है (जिसे ईसाई ईसा मसीह के पुराने विधान
का सूचक है).ईसा मसीह के बलिदान का उत्सव अगर बुधवार को मनाया जाता है तो
ईसा तीन दिन और तीन रात के लिए कब्र (पृथ्वी का वक्ष) में होते जैसा
उन्होंने फारिसियों को कहा था। मृत्यु का दिन शुक्रवार को मानने से वे दो
रात और एक दिन के लिए कब्र में रहते ( 12:40)
बहुत सारे देशों में जहाँ ईसाई परंपरा का कठोरता से पालन किया जाता है, जैसे , , , , , , , , , , देशे, , , , और , इस दिन को के रूप में पालन किया जाता है।
बहुत से अंग्रेजी भाषी देशों, जैसे में अधिकाँश दुकाने बंद कर दी जाती हैं और टेलिविज़न और रेडियो प्रसारण से कुछ को हटा दिया जाता हैं।
में, बैंक और सरकारी (सभी स्तर पर) और सार्वजनिक क्षेत्र के व्यवसायों को
अधिकांश नीति क्षेत्र के व्यवसायों के साथ बंद कर दिया जाता है, सिर्फ
छोड़कर जहाँ सरकारी कार्यालयों और स्कूलों को बंद कर दिया जाता है पर नीति
क्षेत्र के अधिकांश व्याव्साय (बैंक के अलावा) खुले रहते हैं।
में, सभी व्यव्साय प्रतिष्ठान और सरकारी कार्यालय सार्वजनिक त्यौहार के लिए बंद रहते हैं।
में संघीय स्तर पर गुड फ्राइडे राष्ट्रीय त्यौहार नहीं है, अलग-अलग राज्य
और नगर पालिका छुट्टी मना सकते हैं। निजी व्यवसाय और कुछ अन्य संस्थान गुड
फ्राइडे के लिए अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार बंद कर सकते हैं और नहीं भी कर
सकते हैं। शेयर बाजार गुड फ्राइडे पर बंद रहता है। जो कुछ भी हो,
व्यवसायों का विशाल बहुमत गुड फ्राइडे पर खुला रहता है। कुछ सरकारी स्कूल
संयोगवश धर्मनिरपेक्षता की प्रधानता के कारन स्प्रिंग ब्रेक के रूप में
छुट्टी मन सकते हैं। डाक सेवा चालू रहती है और संघीय सरकार द्वारा संचालित
बैंक गुड फ्राइडे पर कार्य बंद नहीं करते.
मुख्यतः एक कैथोलिक देश, गुड फ्राइडे को बेचे जाने वाले सभी शराबो पर रोक
लगा देता है। बैंक और सरकारी संस्थान इस दिन बंद रहते हैं पर यह कोई सरकारी
नहीं
है (सरकारी छुट्टी), इसलिए कई कार्यालय और दूसरे कार्यस्थल खुले रहते हैं।
और आयरलैण्ड के सभी पब और कई रेस्तूरेंट इस दिन बंद रहते हैं - इस मामले
में यह
दिवस के समान ही है। हाल ही में यह परंपरा आलोचना का शिकार हुई, जब
धर्मनिरपेक्ष व्यापारियों ने धार्मिक उत्सवों को अपनी कमाई में हुई हानि के
साथ जोड़ा.
में, थिएटर के नाटक प्रदर्शनों और आयोजन जिसमे सार्वजनिक नृत्य शामिल हैं,
इस दिन अवैध माने जाते हैं (यद्यपि यह प्रतिबन्ध ढीले तरीके से लागू किया
जाता है); सिनेमा और दूरदर्शन प्रभावित नहीं होते यद्यापि कई टेलीविजन चैनल
इस दिन धार्मिक अनुष्ठान दिखाते हैं। पिछले दशक में इन नियमों का
गैर-ईसाईयों पर भी सख्ती से लागू किये जाने के कारण घोर विरोध हुआ।
में, इस दिन सरकार व्यवसायों को खोलती और मनोरंजन केन्द्रों को संचालित
करती है (जैसे क्रिस्मश दिवस के दिन होता है). सभी सरकारी कार्यालय,
विद्यालय और कुछ विशेष कारोबार कानूनानुसार इस दिन बंद रहते हैं। शराब को
बेचना और खरीदना प्रतिबंधित हैं।
में, गुड फ्राइडे केन्द्रीय छुट्टी के साथ ही साथ राज्य की भी छुट्टी है,
यद्यपि शेयर बाज़ार सामान्यतः बंद रहते हैं। कुछ राज्य जैसे- , और जहाँ बहुमत में न होने के बावजूद ईसाईयों की प्रतिशत जनसंख्या अधिक है, (जहाँ पर ईसाईयों की ज्यादा तादाद है, के कई दूसरे व्यवसाय भी बंद रहते हैं)
लेकिन देश के बाकी हिस्सों में ज्यादातर व्यवसाय गुड फ्राइडे के दिन खुले
रहते हैं। अधिकांश विद्यालय गुड फ्राइडे के दिन बंद रहते हैं।
बहुतमत
में, गुड फ्राइडे राष्ट्रीय छुट्टी है। सभी सरकारी कार्यालय, विद्यालय,
कुछ विशेष कारोबार गुड फ्राइडे के दिन कानूनानुसार बंद रहते हैं और कई
अखबारें इस दिन प्रकाशन न करने का निर्णय लेती हैं। में और और के राज्यों में इसे सरकारी छुट्टी माना गया है।
पूर्वी रूढ़िवादी ईसाई इस दिन और इसके अगले दिन कठोर व्रत रखते हैं जबकि रोमन कैथोलिक चर्च इस दिन और को और करते हैं।
कई अंग्रेजी भाषी देशों में इस दिन खाइ जाती हैं।
में
उड़ाई जाती हैं। अक्सर ये पतंगें, लकड़ी, रंगीन टिशू कागज़, गोंद और
स्ट्रिंग की सहायता से हस्तनिर्मित होती हैं। पतंग का आकार और लकड़ी का
उपयोग का प्रतीकत्व करती हैं, जिस पर मरे थे। साथ ही, पतंग का आसमान में उडना के लिए उनके का प्रतीक है।
परम्परानुसार, रोमन कैथोलिक तपस्या के रूप में हर शुक्रवार को मांस खाने से
परहेज़ करते हैं। आजकल, यह नियम चालीसा के शुक्रवारों के दौरान ही पालन की
जाती हैं; वर्ष के दूसरे शुक्रवारों के दौरान तपस्या की अन्य विधियों को
अपनाया जाता है, उधाहरणस्वरुप एक अतिरिक्त प्रार्थना. आधुनिक परंपरा के रूप
में, कई रोमन कैथोलिक (और दूसरे ईसाई वर्गों के सदस्य) गुड फ्राइडे के दिन
और खातें हैं।
ब्रिटेन में गुड फ्राइडे के दिन कोई घुड़दौड़ नहीं होती, हालांकि 2008 में जुए घरों को पहली बार इस दिन खुला रखा गया था। कई वर्षो से गुड फ्राइडे के दिन रेडियो-4 पर सुबह 7 बजे समाचार प्रसारित करता है जो के भजन के छंद के साथ शुरू होती है।
गुड फ्राइडे के पहले का फ्राइडे है, जो और में अलग तरीकों से गिनी जाती है। ( को विस्तार से देखिये) ईस्टर , वह जो को या उसके बाद की तारीख होती है, के बाद आनेवाले सबसे पहले रविवार को पड़ता है। पश्चिमी गणना का उपयोग करती है, जबकि पूर्वीय गणना का, जिसका जोर्जियन कैलेंडर के से मेल खाता है। पूर्ण चंद्रमा के तारीख को निश्चित करने के तरीके भी अलग होते हैं। के नियम देखिये (दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया का खगोलीय समाज)
पूर्वी ईसाईयत में, जूलियन कैलेंडर के अनुसार ईस्टर मार्च 20 और अप्रैल 25
के बीच पड़ सकता है (इस तरह जोर्जियन कैलेंडर में अप्रैल 4 से मई 8 के बीच;
1900 और 2099 की अवधि के दौरान), इसलिए गुड फ्राइडे 20 मार्च से 23 अप्रैल
के बीच हो सकता है, संयुक्त: (जोर्जियन कैलेंडर के अनुसार 2 अप्रैल और 6
मई के बीच).( देखें.)
Yeshu masih kon hai
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Jisu masih ji ko suli kn di thhi esvi kitni
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