Grace
= भूषण (Bhooshan)
Bhooshan के पर्यायवाची:
भूषण संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. अलंकार । गहना । जेवर ।
२. वह जिससे किसी चीज की शोभा । बढ़ती हो । जैसे,— आप अपने कुल के भूषण हैं ।
३. विष्णु ।
भूषण (१६१३-१७१५) रीतिकाल के तीन प्रमुख कवियों में से एक हैं, अन्य दो कवि हैं बिहारी तथा केशव। रीति काल में जब सब कवि श्रृंगार रस में रचना कर रहे थे, वीर रस में प्रमुखता से रचना कर भूषण ने अपने को सबसे अलग साबित किया। 'भूषण' की उपाधि उन्हें चित्रकूट के राजा रूद्रसाह के पुत्र हृदयराम ने प्रदान की थी। ये मोरंग, कुमायूँ, श्रीनगर, जयपुर, जोधपुर, रीवाँ, शिवाजी और छत्रसाल आदि के आश्रय में रहे, परन्तु इनके पसंदीदा नरेश शिवाजी और बुंदेला थे। कविवर भूषण का जीवन विवरण अभी तक संदिग्धावस्था में ही है। उनके जन्म मृत्यु, परिवार आदि के विषय में कुछ भी निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता। आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार भूषण का जन्म संवत 1670 तदनुसार ईस्वी 1613 में हुआ। उनका जन्म स्थान कानपुर जिले में तिकवांपुर नाम(वर्तमान में टिकमापुर ) का ग्राम बताया जाता है। उनके पिता का नाम 'रतिनाथ' या रत्नाकर त्रिपाठी था। वे काव्यकुब्ज ब्राह्मण थे। इनके छोटे भाई थे -चिंतामणि और मतिराम। भूषण के वास्तविक नाम का ठीक पता नहीं चलता। शिवराज भूषण ग्रंथ के निम्न दोहे के अनुसार 'भूषण' उनकी उपाधि है जो उन्हें चित्रकूट के राज हृदयराम के पुत्र रुद्रशाह ने दी थी -कहा जाता है कि भूषण कवि मतिराम और चिंतामणि के भाई थे। एक दिन भाभी के ताना देने पर उन्होंने घर छोड़ दिया और कई आश्रम में गए। यहां आश्रय प्राप्त करने के बाद शिवाजी के आश्रम में चले गए और अंत तक वहीं रहे। पन्ना नरेश छत्रसाल से भी भूषण का संबंध रहा। वास्तव में भूषण केवल शिवाजी और छत्रसाल इन दो राजाओं के ही सच्चे प्रशंसक थे। उन्होंने स्वयं ही स्वीकार किया है-संवत 1772 तदनुसार ईस्वी 1705 में भूषण परलोकवासी हो गए। विद्वानों ने इनके छह ग्रंथ माने हैं - शिवराजभूषण, शिवाबावनी, छत्रसालदशक, भूषण उल्लास, भूषण हजारा, दूषनोल्लासा। परन्तु इनमें शिवराज भूषण, छत्रसाल दशक व शिवा बावनी ही उपलब्ध हैं। शिवराजभूषण में अलंकार, छत्रसाल दशक में छत्रसाल बुंदेला के पराक्रम, दानशीलता व शिवाबवनी में शिवाजी के गुणों का वर्णन किया गया है। शिवराज भूषण एक विशालकाय ग्रन्थ है जिसमें 385 पद्य हैं। शिवा बावनी में 52 कवित
Tags: Bhooshan meaning in Hindi. Grace
meaning in hindi. Grace
in hindi language. What is meaning of Grace
in Hindi dictionary? Grace
ka matalab hindi me kya hai (Grace
का हिन्दी में मतलब ). Bhooshan in hindi. Hindi meaning of Grace
, Grace
ka matalab hindi me, Grace
का मतलब (मीनिंग) हिन्दी में जाने। What is Grace
? Who is Grace
? Where is Grace
English to Hindi dictionary(शब्दकोश).
ये शब्द भी देखें:
Bhishan(भीषण),
Bhashann(भाषण),
Bhooshan(भूषण),
Bhashannon(भाषणों),
Bhashane(भाषणे),
synonyms of Grace
. What are synonyms of Grace
Grace
similar words, Grace
synonyms in English, along with the derivation of the word Grace
is also given here for your enlightenment. "synonym" and "similar words" both reveal the same expressions. What is the synonym of Grace
in English?
Keywords:-
Synonym of Grace
noun
ornamentआभूषण, बूटा, अलंकार, अलंकरण, भूषण, ठाट-बाट
decorationसजावट, अलंकरण, सज्जा, आभूषण, पदक, भूषण
embellishmentज़ेब, मंडन, ठाठ, अलंकार, सिंगार, भूषण
jewelryआभूषण, जवाहिरात, भूषण
get-upबनावट, वेष, ठाट, ठाठ, भूषण, भूषा
jewelleryआभूषण, जवाहिरात, भूषण
trappingsश्रृंगार, घोडे की झूल, भूषण
हिंदी वर्णमाला के अनुसार शुरू होने वाले शब्द
अ
आ
इ
ई
उ
ऊ
ए
ऐ
ओ
औ
अं
क
ख
ग
घ
च
छ
ज
झ
ट
ठ
ड
ढ
त
थ
द
ध
न
प
फ
ब
भ
म
य
र
ल
व
श
ष
स
ह
क्ष
त्र
ज्ञ
Bhooshan meaning in Gujarati: ગ્રેસ
Translate ગ્રેસ
Bhooshan meaning in Marathi: ग्रेस
Translate ग्रेस
Bhooshan meaning in Bengali: অনুগ্রহ
Translate অনুগ্রহ
Bhooshan meaning in Telugu: దయ
Translate దయ
Bhooshan meaning in Tamil: கருணை
Translate கருணை