हाल ही में, उत्तराखंड राज्य सरकार ने अपने सभी 13 जिलों में एक-एक ‘संस्कृत- ग्राम (Sanskrit Gram)’ विकसित करने का निर्णय लिया है। इसका मतलब ये हुआ की अब हर जिले में एक ऐसा गांव होगा जहां के लोग संस्कृत भाषा में ही बातचीत किया करेंगे। यहाँ इन गांवों के निवासियों को प्राचीन भारतीय भाषा को दैनिक बोलचाल में इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिया जाएगा।