हाल ही में, के.के. बिरला फाउंडेशन द्वारा डॉ. शरणकुमार लिंबाले के मराठी उपन्यास "सनातन" को वर्ष 2020 के सरस्वती सम्मान (Saraswati Samman 2020) के लिए चुना गया है। पाठकों को बता दे की मराठी भाषा का यह उपन्यास 2018 में प्रकाशित हुआ था। मराठी उपन्यास सनातन मुगल और ब्रिटिश कालखंड के इतिहास पर नए रूप में प्रकाश डालता है। यह संपूर्ण कालखंड राजा-महाराजाओं की लड़ाइयों और संधियों का कालखंड रहा। इस कालखंड का सामाजिक इतिहास इस उपन्यास ने उजागर किया है।