प्रोफेसर मनोज दास को कवि सम्राट उपेन्द्र भांजा राष्ट्रीय अवार्ड

Professor Manoj Daas Ko Kavi Samrat upendra Bhanja Rashtriya Award


प्रोफेसर मनोज दास को कवि सम्राट उपेन्द्र भांजा राष्ट्रीय अवार्ड
प्रश्न-हाल ही में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए प्रोफेसर मनोज दास को कवि सम्राट उपेन्द्र भांजा राष्ट्रीय अवार्ड किस क्षेत्र में मिला ?
(a)       साहित्य
(b)       कविता
(c)       लेखन
(d)       गायकी
उत्तर-a-साहित्य
साहित्य के बीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध के प्रमुख कहानीकार मनोज दास का जन्म 1934 में ओडिशा में हुआ था । उनकी पहली कहानी ‘समुद्रर’ 1947 में प्रकाशित हुई थी । शुरू के दिनों में मनोज दास जी ने कविता,भ्रमण,कहानी तथा रम्यरचना लिखी है । उनकी साहित्य साधना की प्रधान विधा है । मनोज दास जी ओड़िया तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओँ के कहानीकार हैं । साहित्य के क्षेत्र में मनोज दास को काफी सफलता भी मिली है । उन्हें साहित्य के क्षेत्र में प्राप्त सम्मानों में से ओडिशा साहित्य अकादमी पुरस्कार (1965),केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार (1972),सारला सम्मान (1981) तथा विषुव सम्मान (1987) सम्मान से सम्मानित किया गया । वे जो भी कहानी लिखते थे उसका एक सशक्त आकर्षण रहा । प्रसिद्ध उड़िया व अंग्रेजी साहित्यकार प्रोफेसर मनोज दास को हाल ही में लाइफटाइम अचीवेमेंट के लिए कवि सम्राट उपेन्द्र भांजा राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया । उन्हें यह सम्मान ओडिशा के बेरहामपुर विश्वविदधालय में एक समारोह का दौरान प्रदान किया गया । 53वें स्थापना दिवस के अवसर पर विश्वविदधालय ने लोक नृत्य गुरु नाबघना परिंदा को दक्षिण ओडिशा लोक संस्कृति सम्मान से सम्मानित किया गया ।



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