विवाह क्या है : शादी या पाणिग्रहण हमारी संस्कृति में सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र घटनाओं में से एक है। शादी का असली मतलब वेद में लिखा गया हैं। हिन्दू शास्त्रों में प्रमुख 16 संस्कारों में विवाह भी है।
यदि कोई मनुष्य संन्यास नहीं लेता है तो प्रत्येक व्यक्ति को विवाह करना जरूरी है। विवाह करने के बाद ही पितृऋण चुकाया जा सकता है। वि + वाह = विवाह अर्थात अत: इसका शाब्दिक अर्थ है- विशेष रूप से (उत्तरदायित्व का) वहन करना। विवाह को पाणिग्रहण कहा जाता है।
शादी की रात क्या करना चाहिए?
जैसा की दोस्तों शादी से पहले हर लड़का-लड़की अपनी पहली सुहाग रात
(First Night Story) के बारे में काफी कुछ सोचते हैं। उन्हें अपनी शादी से जितनी ज्यादा उम्मीदें होती हैं उतनी ही पहली रात के बारे में सोंच कर घबराहट भी होती है।
पहली रात का मतलब केवल यही नहीं होता कि अपने नए नवेले पति या पत्नी के साथ हमबिस्तर
(Indian marriage first night) हो कर गुज़ारेंगे। अगर आप लोगों के मन में भी यही विचार आतें हैं, तो हम आपको बता दें, कि जरुरी नहीं है कि सबकी सुहागरात ऐसे ही गुज़रें।
वे लोग जो शादी से अभी कोसों दूरी पर हैं, उनके मन में सुहागरात के बारे में कई विचार आतें हैं। आज हम आपका इंतजार यहीं पर खत्म करते हैं क्योंकि हम आपको बताने जा रहें हैं कि भारतीय शादियों में वर-वधु शादी की अपनी पहली रात को क्या करते हैं।
थकान की वजह से सो जाते हैं :
हमारे भारतीय समाज में शादी के बहुत सारे विधि विधान होते हैं, और यह सब ज्यादातर वर-वधू ही करते हैं। जिन्हें करते-करते वे इतना थक जाते हैं कि अपने कमरे में पहुँचते ही वे सोने की तैयारी करते हैं।
शादी के कपड़ों और सामान से निजात पाना :
शादी के कपड़े काफी भारी होते हैं, फिर चाहे वह लड़के की शेरवानी हो या लड़की का लहंगा। वे दोनों ही यह कपडे काफी देर तक पहने रहते हैं। इसलिए वे जैसे ही अपने कमरे में पहुँचते हैं, तो सब कुछ उतारने लग जाते हैं। लड़के के लिए तो आसान है लेकिन लड़की को सिर्फ अपना लहंगा या गहने ही नहीं उतारने पड़ते हैं, बल्कि उसके जूड़े में लगी ढेर सारी पिन भी निकलनी पड़ती हैं जिसमें लड़का भी मदद करता है।
दोस्तों और रिश्तेदारों की मजाक मस्ती से निपटना :
हर नव वर वधू को दोस्तों और चचेरे भाई बहनो के कुछ अनचाहे मज़ाक झेलने पड़ते हैं, जैसे आधी रात फोन करना, घड़ी का अलार्म बजाना, और दरवाजा खटखटाना। यह सब पूरी रात चलता रहता है।
दिल खोल कर बातें करना :
जैसे जैसे शादी का दिन नज़दीक आता है, दोनों लड़का और लड़की अपनी-अपनी तैयारियों में इतना मशरूफ हो जाते हैं, कि उन्हें एक दूसरे से बात भी करने का समय नहीं मिलता है। इसलिए यह देखा गया है कि शादी की पहली रात को दोनों एक दूसरे से दिल खोल कर बात करतें हैं।
साथ में नहाना :
यह काम ज्यादातर नव वर वधू शादी की पहली रात को करते हैं। इससे उनकी थकान तो दूर होती ही है साथी एक दूसरे के और करीब आने का मौका भी मिलता है।
दुल्हन के उपहारों को खोलना :
थोड़ी आश्चर्य की बात तो है लेकिन हैं सच है कि दुल्हन अपने पति के लिए बहुत सारे उपहार लाती है और उन्हें दिखाने के लिए वे दोनों शादी की पहली रात सारे ही सरे गिफ्ट्स खोल कर देखते हैं।
शादी के तोहफे खोलना :
शादी की पहली रात में मेहमानों के दिए गए गिफ्ट्स को खुल कर देखना। यह सुनने में बड़ा रोमांचक लगता है लेकिन जब वे गिफ्ट्स को खोलते हैं तो सारा इक्साइट्मन्ट खत्म हो जाता है, जब से घरेलू उपकरणों, बरतन, और लैंप जैसे गिफ्ट्स को देखते हैं।
इतना लंबा समय बिताने के बाद शादी की पहली रात को दोनों अकेले एक साथ होते हैं, और शादी के दुरान गुज़ारे अच्छे पालों को याद करते हैं। एक दूसरे के करीब आने के बजाये वे उन पालों के बारे में बात करते हैं।
इन सबके अलावा जो वर वधू शादी की पहली रात को कुछ अनचाहे कारणों से एक दूसरे के करीब ना आ सके, वे आराम से शर्माते हुए सो जाते हैं। अपनी अगली सुबह के इंतज़ार में।
Sahdi ki pahli rat