किला (Kila) = fort
किला संज्ञा पुं॰ [अ॰ किलाअ] 1 लड़ाई के समय बचाव का एक सुदुढ़ स्थान । दुर्ग । गढ़ । क्रि॰ प्र॰— टूटना । —तोड़ना । — बाँधना । —ले लेना । यो॰— किलेदार=दुर्गपति । गढ़पति । किलेदारी=दुर्ग की अध्यक्षता । किलबंदी=किला बाँधने का काम । मुहावरा—किला फतेह करना=महा कठिन काम कर लेना । अत्यंत विकट कार्य करने में सफलता प्राप्त करना । किला टूटना=किसी बड़ी भारी कठिनता या अड़चन का दूर होना । किसी दु:साध्य कार्य का पूरा होना । 2 विशाल और सुदुढ़ पक्का मकान 3 शतरंज के खेल में वह सुरक्षित स्थान जहाँ बादशाह शह से बचा रहता है । मुहावरा—किला बाँधना=शतरंज के खेल में बादशाह को किसी घर में सुरक्षित रखना, जिससे प्रतिपक्षी जल्दी मात न कर सके ।
शत्रु से सुरक्षा के लिए बनाए जानेवाले वास्तु का नाम किला या दुर्ग है। इन्हें 'गढ़' और 'कोट' भी कहते हैं। दुर्ग, पत्थर आदि की चौड़ी दीवालों से घिरा हुआ वह स्थान है जिसके भीतर राजा, सरदार और सेना के सिपाही आदि रहते है। नगरों, सैनिक छावनियों और राजप्रासादों सुरक्षा के लिये किलों के निर्माण की परंपरा अति प्राचीन काल से चली आ रही है। आधुनिक युग में युद्ध के साधनों और रण-कौशल में वृद्धि तथा परिवर्तन हो जाने के कारण किलों का महत्व समाप्त हो गया है और इनकी कोई आवशकता नहीं रही। वैदिककालीन साहित्य में पुरों का जिस रूप में उल्लेख है उससे ज्ञात होता है कि उन दिनों दुर्ग से घिरी बस्तियाँ हुआ करती थीं। ऋग्वेद तक में दुर्ग का उल्लेख है। दस्युओं के 96 दुर्गों को इंद्र ने ध्वस्त किया था। मनु ने छह प्रकार के दुर्ग लिखे हैं-महाभारत में युधिष्ठिर ने जब भीष्म से पूछा है कि राजा को कैसे पुर में रहना चाहिए तब भीष्म जी ने ये ही छह प्रकार के दुर्ग गिनाए हैं और कहा है कि पुर ऐसे ही दुर्गों के बीच में होना चाहिए। मनुस्मृति और महाभारत दोनों में कोष, सेना, अस्त्र, शिल्पी, ब्राह्मण, वाहन, तृण, जलाशय अन्न इत्यादि का दुर्ग के भीतर रहना आवश्यक कहा गया है। अग्निपुराण, कल्किपुराण आदि में भी दुर्गों के उपर्युक्त छह भेद बतलाए गए हैं। पुरातात्विक उत्खनन से मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, रूपड़ आदि पुरा-ऐतिहासिक नगरों के जो अवशेष प्रकाश में आए हैं उनसे ज्ञात होता हैं कि उन दिनों नगरों के दो खंड होते थे; एक खंड ऊँचे प्राचीरों से घिरा होता था। ऐतिहासिक काल के किले के प्राचीनतम अवशेष रा
Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictionary. हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा शब्दकोष। देवनागरी और रोमन लिपि में। एक लाख शब्दों का संकलन। स्थानीय और सरल भाषा में व्याख्या।
दुर्ग, गढ़, गढी, कोट,