कहानी (Kahani) = story
कहानी संज्ञा स्त्रीलिंग [सं॰ कथानक, *कथानिका, प्रा॰ कहुनी, हिं॰ कहानी]
1. कथा । किस्सा । आख्यायिका ।
2. झूठी बात । गढ़ी बात । क्रि॰ प्र॰—कहना । —सुनना । —सुनना ।
2. वृत्तांत ।
4. किसी घटना या परिस्थिति के आधार पर गद्य में लिखी उपन्यास के ढंग की छोटी रचना । मुहावरा—कहानी जोड़ना = कहानी बनाना । आख्यायिका रचना । यौ॰—राम कहानी = लंबा चौड़ा वृतांत । कहानी पु संज्ञा स्त्रीलिंग [सं॰ कथानक, कथानिका, हिं॰ कहानी] कहानी । कथा । उ॰—पुरिस काहानी हजो (कहओ) जसु पत्यावे पुंडु । —कीर्ति॰, पृ॰ 8 ।
कहानी संज्ञा स्त्रीलिंग [सं॰ कथानक, *कथानिका, प्रा॰ कहुनी, हिं॰ कहानी]
1. कथा । किस्सा । आख्यायिका ।
2. झूठी बात । गढ़ी बात । क्रि॰ प्र॰—कहना । —सुनना । —सुनना ।
2. वृत्तांत ।
4. किसी घटना या परिस्थिति के आधार पर गद्य में लिखी उपन्यास के ढंग की छोटी रचना । मुहावरा—कहानी जोड़ना = कहानी बनाना । आख्यायिका रचना । यौ॰—राम कहानी = लंबा चौड़ा वृतांत ।
कहानी हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे कहानी के नाम से जाना गया। बंगला में इसे गल्प कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से की। कहानी गद्य कथा साहित्य का एक अन्यतम भेद तथा उपन्यास से भी अधिक लोकप्रिय साहित्य का रूप है। मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव का आदिम स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है। वेदों, उपनिषदों तथा ब्राह्मणों में वर्णित 'यम-यमी', 'पुरुरवा-उर्वशी', 'सौपणीं-काद्रव', 'सनत्कुमार- नारद', 'गंगावतरण', 'श्रृंग', 'नहुष', 'ययाति', 'शकुन्तला', 'नल-दमयन्ती' जैसे आख्यान कहानी के ही प्राचीन रूप हैं। प्राचीनकाल में सदियों तक प्रचलित वीरों तथा राजाओं के शौर्य, प्रेम, न्याय, ज्ञान, वैराग्य, साहस, समुद्री यात्रा, अगम्य पर्वतीय प्रदेशों में प्राणियों का अस्तित्व आदि की कथाएँ, जिनकी कथानक घटना प्रधान हुआ करती थीं, भी कहानी के ही रूप हैं। 'गुणढ्य' की "वृहत्कथा" को, जिसमें 'उदयन', 'वासवदत्ता', समुद्री व्यापारियों, राजकुमार तथा राजकुमारियों के पराक्रम की घटना प्रधान
Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictionary. हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा शब्दकोष। देवनागरी और रोमन लिपि में। एक लाख शब्दों का संकलन। स्थानीय और सरल भाषा में व्याख्या।
कहानी, कथा, गध्यांश, दृष्टांत,