Rishabhdeo
= ऋषभदेव() (Rishabhdev)
Category: person
ऋषभदेव संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भागवत के अनुसार राजा नाभि के पुत्र जो विष्णु के २४ अवतारों में गिने जाते हैं ।
२. जैन धर्म के आदि तीर्थंकर ।
ऋषभदेव जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता है जो तीर्थ की रचना करें। जो संसार सागर (जन्म मरण के चक्र) से मोक्ष तक के तीर्थ की रचना करें, वह तीर्थंकर कहलाते हैं। ऋषभदेव जी को आदिनाथ भी कहा जाता है। भगवान ऋषभदेव वर्तमान अवसर्पिणी काल के प्रथम दिगम्बर जैन मुनि थे। ऋषभदेव का जन्म दर्शाती प्रदर्शनीऐरावत हाथी पर इंद्र द्वारा सुमेरु पर्वत पर अभिषेक के लिए बाल ऋषभदेव को ले जाया जानानीलांजना का नृत्य दिखलाती प्रदर्शनीभगवान ऋषभदेव का समवशरणजैन पुराणों के अनुसार अन्तिम कुलकर राजा नाभिराज के पुत्र ऋषभदेव हुये। भगवान ऋषभदेव का विवाह यशावती देवी और सुनन्दा से हुआ। ऋषभदेव के १०० पुत्र और दो पुत्रियाँ थी। उनमें भरत चक्रवर्ती सबसे बड़े थे एवं प्रथम चक्रवर्ती सम्राट हुए जिनके नाम पर इस देश का नाम भारत पडा। दुसरे पुत्र बाहुबली भी एक महान राजा एवं कामदेव पद से बिभूषित थे। इनके आलावा ऋषभदेव के वृषभसेन, अनन्तविजय, अनन्तवीर्य, अच्युत, वीर, वरवीर आदि ९९ पुत्र तथा ब्राम्ही और सुन्दरी नामक दो पुत्रियां भी हुई, जिनको ऋषभदेव ने सर्वप्रथम युग के आरम्भ में क्रमश: लिपिविद्या (अक्षरविद्या) और अंकविद्या का ज्ञान दिया। बाहुबली और सुंदरी की माता का नाम सुनंदा था। भरत चक्रवर्ती, ब्रह्मी और अन्य ९८ पुत्रों की माता का नाम सुमंगला था। ऋषभदेव भगवान की आयु ८४ लाख पूर्व की थी जिसमें से २० लाख पूर्व कुमार अवस्था में व्यतीत हुआ और ६३ लाख पूर्व राजा की तरह|जैन ग्रंथो के अनुसार लगभग १००० वर्षो तक तप करने के पश्चात ऋषभदेव को केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। ऋषभदेव भगवान के समवशरण में निम्नलिखित व्रती थे :वैदिक धर्म में भी ॠषभदेव का संस्तवन किया गया है। भागवत में अर्हन् राजा के रूप में इनका विस्तृत वर्णन है। इसमें भरत आदि 100 पुत्रों का कथन जैन धर्म की तरह ही किया गया है। अन्त में वे दिगम्बर (नग्न) साधु होकर सारे भारत में विहार करने का भी उल्लेख किया गया है। ॠग्वेद आदि प्राचीन वैदिक साहित्य में भी इनका आदर के साथ संस्तवन किया गया है। हिन्दूपुराण श्रीमद्भागवत के पाँचवें स्कन्ध के अनुसार मनु के पुत्र प्रियव्रत के पुत्र आग्नीध्र हुये जिनके
ऋषभदेव meaning in english
कौनसी जनजाति केसरिया नाथ ( ऋषभदेव ) पर चढ़ी केसर का पानी पीकर कभी झूठ नहीं बोलता है ?
धूलेव नामक कस्बे में स्थित ऋषभदेव , केसरियानाथ जी या भीलों के कालाजी का मंदिर किस जिले में स्थित है ?
राजस्थान में जैन समाज द्वारा भगवान ऋषभदेव का जन्म दिवस के रूप् में ऋषभ जयंती कब मनायी जाती है
Rishabhdeo
meaning in Gujarati: ઋષભદેવ
Translate ઋષભદેવ
Rishabhdeo
meaning in Marathi: ऋषभदेव
Translate ऋषभदेव
Rishabhdeo
meaning in Bengali: ঋষভদেব
Translate ঋষভদেব
Rishabhdeo
meaning in Telugu: రిషభదేవ్
Translate రిషభదేవ్
Rishabhdeo
meaning in Tamil: ரிஷபதேவ்
Translate ரிஷபதேவ்