Moth
= माठी() (Maathi)
माठी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की कपास जो बंगाल, आसाम और उत्तर प्रदेश में अधिकता से होती है । आजकल यह कपास बहुत निम्न कोटि की मानी जाती है । उ॰—सूर प्रभु को औसरे अतिही भई अवेर री, वेग चलि मजि श्रृंगार काढ़ि माटी खग वारी आइकै साज । — सूर (शब्द॰) । माठी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] कवच । माठी † ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] फूल नाम की धातु की बनी चूड़ी । माठिया । एक प्रकार का गहना जो हाथों में पहना जाता है । माठी † ^४ संज्ञा स्त्री॰ [?] दाख । — नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ १०४ ।
माठी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की कपास जो बंगाल, आसाम और उत्तर प्रदेश में अधिकता से होती है । आजकल यह कपास बहुत निम्न कोटि की मानी जाती है । उ॰—सूर प्रभु को औसरे अतिही भई अवेर री, वेग चलि मजि श्रृंगार काढ़ि माटी खग वारी आइकै साज । — सूर (शब्द॰) । माठी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] कवच । माठी † ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] फूल नाम की धातु की बनी चूड़ी । माठिया । एक प्रकार का गहना जो हाथों में पहना जाता है ।
माठी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की कपास जो बंगाल, आसाम और उत्तर प्रदेश में अधिकता से होती है । आजकल यह कपास बहुत निम्न कोटि की मानी जाती है । उ॰—सूर प्रभु को औसरे अतिही भई अवेर री, वेग चलि मजि श्रृंगार काढ़ि माटी खग वारी आइकै साज । — सूर (शब्द॰) । माठी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] कवच ।
माठी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की कपास जो बंगाल, आसाम और उत्तर प्रदेश में अधिकता से होती है । आजकल यह कपास बहुत निम्न कोटि की मानी जाती है । उ॰—सूर प्रभु को औसरे अतिही भई अवेर री, वेग चलि मजि श्रृंगार काढ़ि माटी खग वारी आइकै साज । — सूर (शब्द॰) ।
माठी meaning in english