Privilege = विशेषाधिकार() (ViSheshadhikar)
राज्य अथवा किसी अन्य प्राधिकारी द्वारा किसी छोटे समूह को दिया गया अधिकार/छूट (इम्युनिटी) को विशेषाधिकार (privilege) कहलाता है। संसदीय विशेषाधिकार वे विशिष्ट अधिकार हैं जो संसद के दोनों सदनों को, उसके सदस्यों को और समितियों को प्राप्त है। विशेषाधिकार इस दृष्टि से दिए जाते हैं कि संसद के दोनों सदन, उसकी समितियां और सदस्य स्वतंत्र रूप से काम कर सकें। उनकी गरिमा बनी रहे परंतु इसका यह अर्थ नहीं है कि कानून की नजरों में साधारण नागरिकों के मुकाबले में विशेषाधिकार प्राप्त सदस्यों की स्थिति भिन्न है। जहां तक विधियों के लागू होने का संबंध है, सदस्य लोगों के प्रतिनिधि होने के साथ साथ साधारण नागरिक भी होते हैं। मूल विधि यह है कि संसद सदस्यों सहित सभी नागरिक कानून की नजरों में बराबर माने जाने चाहिए। जो दायित्व अन्य नागरिकों के हों वही उनके भी होते हैं और शायद सदस्य होने के नाते कुछ अधिक होते हैं। संसदों का सबसे महत्वपूर्ण विशेषाधिकार है सदन और उसकी समितियों में पूरी स्वतंत्रता के साथ अपने विचार रखने की छूट। संसद के किसी सदस्य द्वारा कही गई किसी बात या दिए गए किसी मत के संबंध में उसके विरूद्ध किसी न्यायालय में कोई कार्यवाही नहीं की जा सकती। संसदीय विशेषाधिकारों की सूचियां तैयार की जा सकती हैं। वास्तव में ये तैयार भी की गईं हैं परंतु ऐसी कोई भी सूची पूरी नहीं है। थोड़े में कह सकते हैं कि कोई भी वह काम जो सदन के, उसकी समितियों के या उसके सदस्यों के काम में किसी प्रकार की बाधा डाले वह संसदीय विशेषाधिकार का हनन करता है। उदाहरण के लिए, कोई सदस्य न केवल उस समय गिरफ्तार नहीं किया जा सकता जबकि उस सदन का, जिसका कि वह सदस्य हो, अधिवेशन चल रहा हो या जबकि उस संसदीय समिति की, जिसका वह सदस्य हो, बैठक चल रही हो, या जबकि दोनों सदनों की संयुक्त बैठक चल रही हो, या जबकि दोनों सदनों की संयुक्त बैठक चल रही हो। संसद के अधिवेशन के प्रारंभ से 40 दिन पहले और उसकी समाप्ति से 40 दिन बाद या जबकि वह सदन को आ रहा हो या सदन के बाहर जा रहा हो, तब भी उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। संसद के परिसरों के भीतर, अध्यक्ष/सभापति की अनुमति के बिना, दीवानी या आपराधिक कोई कानूनी ‘समन’ नहीं दिए जा सकते हैं। अध्यक्ष/सभापति की अनुमति के बिना संसद भवन के अंदर किसी को भी गिरफ्तार नह
विशेषाधिकार meaning in english
सामंतों को प्राप्त विशेषाधिकार , जिसमें किसी सामंत के दरबार में आने व वापस जाने के समय महाराणा खड़ा होकर उन्हें सम्मान देता था , कहलाता था
1717 ई . में निम्नलिखित में कौन से मुगल सम्राट ने अंग्रेजो की ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत में व्यापार पर विशेषाधिकार प्रदान करने का फरमान जारी किया -
किस दिनांक को राजस्थान राज्य चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी को भारत के चुनाव आयोग के विशेषाधिकारी पद पर नियुक्ति दे दी गई थी ?
सामन्तों को प्राप्त विशेषाधिकार जिसमें किसी सामन्त के दरबार में आने व वापस जाने के समय महाराणा खड़ा होकर उन्हें सम्मान देता था , कहलाता था -
देशी नरेशों के प्रिवीपर्सो और विशेषाधिकारों को किस संवैधानिक संशोधन अधिनियम द्वारा समाप्त किया गया -
Privilege meaning in Gujarati: વિશેષાધિકાર
Translate વિશેષાધિકાર
Privilege meaning in Marathi: विशेषाधिकार
Translate विशेषाधिकार
Privilege meaning in Bengali: বিশেষাধিকার
Translate বিশেষাধিকার
Privilege meaning in Telugu: విశేషాధికారం
Translate విశేషాధికారం
Privilege meaning in Tamil: சலுகை
Translate சலுகை