Khanan Aur Utkhanan Me Antar
Archaeological excavation (उत्खनन) या पुरातात्विक खनन को उत्खनन कहते हैं।
उत्खनन = उत् + खनन यहां उत् उपसर्ग का उपयोग हुआ है जिसका अर्थ होता है उत्तम, उत्थान, श्रेष्ठ।
अतः उत्खनन का अर्थ हुआ उत्तम प्रकार का खनन जो बहुत सावधानी और बारिकियों का ध्यान रखते हुए किया जाए। अक्सर पुरातात्विक जगहों के खनन को ही उत्खनन कहते हैं।
शब्द पुरातात्विक उत्खनन के दो अर्थ हैं।
पृथ्वी के गर्भ से धातुओं, अयस्कों, औद्योगिक तथा अन्य उपयोगी खनिजों को बाहर निकालना खनिकर्म या खनन (mining) हैं। आधुनिक युग में खनिजों तथा धातुओं की खपत इतनी अधिक हो गई है कि प्रति वर्ष उनकी आवश्यकता करोड़ों टन की होती है। इस खपत की पूर्ति के लिए बड़ी-बड़ी खानों की आवश्यकता का उत्तरोत्तर अनुभव हुआ। फलस्वरूप खनिकर्म ने विस्तृत इंजीनियरों का रूप धारण कर लिया है। इसको खनन इंजीनियरी कहते हैं।
संसार के अनेक देशों में, जिनमें भारत भी एक है, खनिकर्म बहुत प्राचीन समय से ही प्रचलित है। वास्तव में प्राचीन युग में धातुओं तथा अन्य खनिजों की खपत बहुत कम थी, इसलिए छोटी-छोटी खान ही पर्याप्त थी। उस समय ये खानें 100 फुट की गहराई से अधिक नहीं जाती थीं। जहाँ पानी निकल आया करता था वहाँ नीचे खनन करना असंभव हो जाता था; उस समय आधुनिक ढंग के पंप आदि यंत्र नहीं थे।
Hadppa sbhyta Kya h
Kahan kay hai
Khanan or utkhanan me anter
Khanan Kya he