पत्र-मुद्रा -
कागजी नोटों के रूप में निगर्मित मुद्रा को ‘पत्र-मुद्रा ‘ कहा जाता है। पत्र-मुद्रा पर किसी सरकारी अधिकारी अथवा केन्द्रीय बकैं के गवर्नर के हस्ताक्षर होते है। अलग-अलग नोटों का आकार एवं रगं अलग-अलग निधार् िरत किया जाता है तथा कागज के नोटों पर नम्बर भी अंिकत रहता है। भारत में 1 रूपये का नोट भारत सरकार द्वारा निर्गमित किया जाता है, जिस पर वित्त मत्रं ालय के सचिव के हस्ताक्षर होते है। तथा 2, 5, 10, 20, 50, 100, 500 एवं 1000 रूपये के नोटों का निर्गमन भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है। इन नोटों पर रिजर्व बकैं के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं । पत्र-मुद्रा को दो भागों में बाँटा जा सकता है-
प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा तथा
प्रादिष्ट पत्र-मुद्रा।
(अ) प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा -जब निगरिमत पत्र-मुद्रा के पीछे ठीक इसके मूल्य के बराबर सोना व चाँदी, आरक्षित निधि रूप में रखे जाते है। तब इस मुद्रा को प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा कहा जाता है। निगरिमत पत्र-मुद्रा क्योंिक उस धातु काषेा का प्रतिनिधित्व करती है, जिसके आधार पर पत्र-मुद्रा निर्गमित की जाती है इसलिए इस प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा कहते हैं । प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा भी दो प्रकार की होती है-
परिवर्तनशील प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा- जब किसी देश में पत्र-मुद्रा इस प्रकार जारी की जाती है कि उसको जनता किसी भी समय सोन अथवा चाँदी में परिवर्तित कर सकती है, तब इस प्रकार की मुद्रा का परिवतर्न शील प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा कहते हैं । इस प्रकार की गारण्टी दिये जाने पर जनता का विश्वास पत्र-मुद्रा में बना रहता है तथा कवे ल आवश्कयता पड़ने पर ही वह पत्र-मुद्रा को बहुमल्ूय धातुओं में परिवर्तित करती है।
अपरिवर्तनशील प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा - जब किसी देश में पत्र-मुद्रा इस प्रकार जारी की जाती है कि सरकार उसे सोने या चाँदी में परिवर्तित करने की कोर्इ गारण्टी नहीं देती है, तब इस प्रकार की मुद्रा को अपरिवतर्न शील प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा कहते हैं । दूसरे शब्दों में नोटों को सिक्कों में परिवर्तित करने की कार्इे गारण्टी सरकार द्वारा नहीं दी जाती है। इस प्रकार मुद्रा पूर्णत: सरकार की साख पर आधारित होती है।
निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि प्रतिनिधि पत्र-मुद्रा में जनता का विश्वास होता है, लेकिन यह प्रणाली बेलोचदार एवं खर्चीली होती है क्यांेिक बहुमूल्य धातु कोष के अभाव में सरकार नोटों का निगर्म न नहीं कर सकती है तथा देश में मुद्रा की अपयार्प् तता के कारण आथिर्क विकास की याजे नाएँ क्रियान्वित नहीं हो पाती हैं । इसके अलावा स्वर्ण या रजत का एक विशाल भडांर व्यर्थ में रखना पड़ता है।
(ब) प्रादिष्ट पत्र-मुद्रा - यह भी पत्र-मुद्रा का ही एक रूप है। प्रादिष्ट मुद्रा प्राय: संकटकालीन स्थिति में निर्गमित की जाती है। इसीलिए इसे कभी-कभी संकटकालीन मुद्रा भी कहा जाता है। प्रथम महायुद्ध के प्रारम्भ (सन् 1914) में इसे अस्थायी आधार पर जारी किया जाता था, किन्तु अब यह स्थायी रूप धारण कर चुकी है। प्रादिष्ट मुद्रा के पीछ े किसी भी प्रकार का सरु क्षित कोष नहीं रखा जाता है और न ही सरकार पत्र-मुद्रा को धातु में परिवतिर्त करने की गारण्टी ही देती है। प्रादिष्ट मुद्रा का एक उदाहरण, अमेिरका में गृहयुद्ध के दौरान ग्रीनवैक्स नामक मुद्रा का जारी करना है। इसी प्रकार, प्रथम महायुद्ध के पश्चात् जमर्नी में भी कागजी मार्क मुद्रा जारी की गयी थी जो एक प्रकार की प्रादिष्ट मुद्रा ही थी।
प्रादिष्ट मुद्रा इसलिए अच्छी मानी जाती है क्याेिक इसमें सकंटकालीन परिस्थिति में बहमुल्ूय धातुओं का कोष रखने की आवश्यकता नहीं होती है किन्तु जब सरकार इस प्रकार की पत्र-मुद्रा जारी करती है तो इससे अत्यधिक मुद्रा -प्रसार का भय बना रहता है, जिससे अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती है। प्रादिष्ट मुद्रा इसलिए अच्छी मानी जाती है क्याेिक इसमें सकंटकालीन परिस्थिति में बहमुल्ूय धातुओं का कोष रखने की आवश्यकता नहीं होती है किन्तु जब सरकार इस प्रकार की पत्र-मुद्रा जारी करती है तो इससे अत्यधिक मुद्रा -प्रसार का भय बना रहता है, जिससे अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती है।
Paper money posseses the following qualities answer
Patra mudra kiya h
Patra mudra ki Kya visesta h
पञ मुद्रा का महत्व समझाते
भारतीय पत्र मुद्रा परिवर्तनशील /अपरिवर्तनशील प्रतिनिधि पत्रमुद्रा है ?
Isko rijarb bank off India
which is highest bridge in Asia?
नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Question Bank International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity
Bharat me Patra mudra ka nirgaman kaun karta hai ?