Mahila Kuteer Udyog महिला कुटीर उद्योग

महिला कुटीर उद्योग



GkExams on 21-01-2023


कुटीर उद्योग के बारें में (Cottage Industries In Hindi) : इस प्रकार के उद्योग को "लघु उद्योग" भी कहते हैं। कुटीर उद्योग की शुरुआत करने के लिए हमारे पास एक समूह होना चाहिए। इसका सबसे अच्छा उपाय है की हम समूह अपने परिवार के लोगों को मिला करके बना सकते हैं या फिर अपने परिचित लोगों को मिला करके बना सकते हैं।

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कुटीर उद्योग की खासियत यह होती है कि यह बहुत ही कम लागत में चालू हो जाते हैं। इसलिए अगर आपके पास थोड़े बहुत पैसे भी हैं तो आप कुटीर उद्योग (cottage industry in india) प्रारंभ कर सकते हैं। इसके अलावा भारत सरकार के द्वारा कुटीर उद्योग को चालू करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। आप उन योजनाओं का लाभ ले करके कुटीर उद्योग चालू कर सकते हैं।




लघु उद्योग के प्रकार :




मैन्युफैक्चरिंग/असेंबली/प्रोसेसिंग इंडस्ट्री :




इस प्रकार के उद्योग उपभोग के लिए तैयार माल का मैन्युफैक्चरिंग करते हैं या प्रोसेसिंग में आगे उपयोग किए जाते हैं। ऐसे लघु उद्योगों के कुछ उदाहरण पावर लूम, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, इंजीनियरिंग इकाइयाँ हैं।




सहायक उद्योग :




सहायक उद्योग फीडर उद्योग हैं, जो अन्य निर्माताओं के लिए कंपोनेंट्स का निर्माण करते हैं। ये निर्माता तब अंतिम उत्पाद को इकट्ठा या शामिल करते हैं।




सर्विस इंडस्ट्री :




इसमें सेवा-आधारित उद्योग किसी भी प्रकार के निर्माण में शामिल नहीं हैं। वे ज्यादातर बिक्री के बाद उत्पादों की मरम्मत, रखरखाव और देखभाल करते हैं।




एक्स्पोर्ट यूनिट :




इस प्रकार के लघु उद्योग को एक निर्यात इकाई के रूप में माना जाता है।




कुटीर उद्योग :




इन छोटी इकाइयों में एक सम्पूर्ण सुविधा शामिल नहीं होती है और इन्हें मालिकों या संचालन करने वालों के घरों या रहने की जगहों से संचालित किया जाता है।




ग्राम उद्योग :




ग्रामीण क्षेत्रों में कई उद्योग जो संगठित क्षेत्र का हिस्सा नहीं हैं उन्हें ग्राम उद्योग के तहत माना जा सकता है।




कुटीर उद्योग के उदाहरण :




यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा कुटीर उद्योग के उदाहरणों (cottage industry example) से अवगत करा रहे है, जिन्हें समझकर आप भी अपने लिए कोई ऐसा ही कुटीर उद्योग शुरू कर सकते है...


  • हथकरघा की वस्तुएं बनाना
  • कपड़ों की सिलाई व एंब्रॉयडरी
  • बॉल पेन, पेन रिफिल का निर्माण
  • चौक, पेम व स्लट बनाना
  • इत्र, सेंट और अगरबत्ती बनाना
  • मिट्टी के बर्तन व खिलौने बनाना
  • लकड़ी के खिलौने बनाना
  • चमड़े के जूते-चप्पल का निर्माण
  • हथकरघा पर दरी, खेस और अन्य कपड़े बनाना
  • कपड़ों की रंगाई छपाई
  • धातु के बर्तन बनाना
  • हस्त शिल्प
  • लोहे और लकड़ी की विभिन्न वस्तुओं का निर्माण
  • दोने पत्तल का निर्माण
  • केंचुआ खाद बनाना
  • पापड़, मंगोड़ी, अचार व मसाला बनाना



  • कुटीर उद्योग का महत्व :




  • इस प्रकार के उद्योगों (cottage industry history) से बेरोजगारी में गिरावट आती है।
  • पेशेवर लोग अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।
  • इनसे देश में उद्योगों के विकेन्द्रीकरण में सहायता प्राप्त होती हैं।
  • यह उद्योग कलात्मक वस्तुओ को संरक्षण प्रदान करते हैं।





  • सम्बन्धित प्रश्न



    Comments Sangita devi on 16-12-2023

    हमको विलेज कुटीर उद्योग को चालू करना हैं इसके लिए जानकारी प्राप्त करना चाहती हूं

    Shital Patre on 30-11-2020

    Sir/Madam,I have to start business at society resided flat.I have in need of government rules/circular for it to convince society peoples.





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