MaSala Udyog MaRaathi मसाला उद्योग मराठी

मसाला उद्योग मराठी



GkExams on 28-07-2022


मसाला उद्योग मराठी (Spice business in marathi) : जैसा की दोस्तों हम सब जानते है की भारतीय खाने में मसालों का स्थान हमेशा से ही महत्वपूर्ण रहा हैं। विश्व में भारतीय खाने की पहचान इसमें डालें गये मसालें ही हैं इसलिए मसालों की मांग हमेशा मार्किट में बनी रहती हैं।


MaSala-Udyog-MaRaathi


इसलिए अगर आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आप आसानी से मसाले बनाने की यूनिट लगा सकते हैं। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की इस बिज़नस (spice business ideas) में लागत कम आती हैं और प्रॉफिट आपको ज्यादा मिल सकता हैं। यहाँ हम आपको मसालों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट छोटे स्तर पर लगाने के विषय में समस्त जानकारी देंगे, जो इस प्रकार है...


बिज़नस का रजिस्ट्रेशन करें :




सबसे पहले आपको आपके बिज़नस (home-based spice business) का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। यहाँ आपको ROC का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वैसे छोटे स्केल पर या घर से ही मसाला मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने पर आप one person company रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं।


और यहाँ आपको BIS सर्टिफिकेट भी लेना होगा। मसालों के लिए आपको ये ISI के विभिन्न दिशा निर्देश (spice business equipment) उपलब्ध है...


Black whole and ground (काली मिर्च) ISI-1798-1961


Chilli powder (मिर्च पाउडर) ISI-2445-1963


Coriander powder (धनिया पाउडर) ISI-2444-1963


Curry powder (करी पाउडर) ISI-1909-1961


Turmeric powder (हल्दी पाउडर ) ISI-2446-1963


मशीनरी व Raw मटेरियल :




अब आपको मसालों के प्रोडक्शन एरिया के लिए लगभग 75 स्क्वायर फीट की जगह की आवश्यकता होती हैं। पैकिंग एरिया और गोडाउन के लिए 150 स्क्वायर फीट की जगह चाहिए होगी। मसाले ग्राइंड करने के लिए और उन्हें प्रोसेस करने के लिए सिंपल मशीनरी और उपकरणों की आवश्यता होती हैं।


मसालों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए आपको dis integrator इंस्टाल कराना होगा। और इसके साथ ही स्पाइस ग्राइंडर और पाउच सीलिंग मशीन की भी आवश्यता होगी। मसालों का भार तौलने के लिए वेट मशीन का होना भी आवश्यक हैं। इसके लिए आप पूरी तरह से आटोमेटिक मशीन भी ले सकते हैं। जिसमें ग्राइंडिंग, वेट मापना ओर पैकिंग सब एक प्रोसेस में अपने आप होता रहेगा।


कच्चे माल में आपको साबुत हलदी, साबुत काली मिर्च, साबुत धनिये की जरूरत होगी। जितना अच्छा आपका कच्चा माल होगा उतनी ही अच्छी क्वालिटी आपके प्रोडक्ट की भी होगी।


ऐसे बनाए मसाले और कमायें :




दोस्तों मसाले बनाने के प्रोसेस में साबुत मसालों को साफ़ करना फिर उन्हें सुखाना, साफ़ व सूखे हुए मसालों को भूनना और उन्हें छानना आदि आता हैं। उसके बाद मसालों की पैकिंग का काम किया जाता हैं। मसालों की सफाई मैन्युअली की जाते हैं।


साबुत मसालों की सफाई में मसालों से कंकर या मिटी निकली जाती हैं। फिर मसालों को धुप में सुखाया जाता हैं। उसके बाद मसालों को ग्राइंड किया जाता हैं। वैसे आपको बता दे की मसाले ग्राइंड करने की मशीन 85,000 रूपये में मिल सकती हैं।


जब ये छोटा से बिजनेस शुरू करते है तो आपके पीछे कई लोगों को तो रोजगार मिलता ही है इसके अलावा आपको भी इससे अच्छा - खासा मुनाफा (spices business profit) कमाने को मिलता है। इसलिए अगर आप मसाला व्यवसाय के बारें में सोच रहे है तो दोस्तों आज ही इसे शुरू करें ये आपके लिए बेहतर होगा।





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