Bharat Ki Aajadi Ka Itihas भारत की आजादी का इतिहास

भारत की आजादी का इतिहास



GkExams on 13-08-2022


भारत की आजादी का इतिहास (History of india's independence) : सबसे पहले तो आपको बता दे की यहाँ भारत की आजादी का मतलब है की "अंग्रेजों से भारत को आजादी"


क्योंकि दोस्तों आज से लगभग 250 साल पहले कुछ दोगले और लालची लोगों की वजह से भारत पर अंग्रेजों की हुकूमत हो गयी थी। जिसका खामियाजा हमारे दादा - परदादा को भुगतना पड़ा था। और कई प्रकार की यातनाएं भी सहनी पड़ी थी।


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Essay On Independence Day In Hindi :




भारत के प्रसिद्ध नेताओं एवं स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी गयी जिसमें मुख्य रूप से महात्मा गाँधी, भगत सिंह, सरदार वल्लभभाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस जवाहरलाल नेहरू,दादा भाई नौरोजी, रानी लक्ष्मी बाई, मंगल पांडे, आदि महान व्यक्तियों के द्वारा आजादी की लड़ाई लड़ी गयी थी। इन महान व्यक्तियों के द्वारा देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों का भी बलिदान दिया गया था।


लेकिन लगभग 200 वर्ष के कठोर संघर्ष के बाद आख़िरकार 15 अगस्त, 1947 को भारत माता के क्षितिज पर स्वतंत्रता (short essay on independence day) रूपी सूर्य का उदय हुआ था और हमारी अपनी सरकार सत्ता में आई। यहाँ 15 अगस्त 1947 को हम आजाद तो हो गए लेकिन यह आजादी विभाजन के साथ आई।


दरअसल हुआ यूँ की भारत की जमीन से नया देश पाकिस्तान अस्तित्व में आया। देश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बने इस नए देश की वजह से भारत को अपना एक बड़ा भूभाग और लोगों को खोना पड़ा। इसके बाद कश्मीर और अक्साई चीन में हमें अपनी जमीन खोनी पड़ी। हालांकि, सिक्किम को अपने साथ जोड़ने पर हमारी सरकार कामयाब हुई।


आज भारत के पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है लेकिन इन सफलताओं एवं उपलब्धियों के बावजूद सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों में ह्रास हुआ है। व्यक्ति से लेकर समाज, राजनीति सभी क्षेत्रों में मूल्यों का पतन देखने को मिला है।


स्वतंत्रता दिवस : 15 अगस्त




आज के दिन भारत में प्रतिवर्ष हम 15 अगस्त को उन सभी वीर क्रांतिकारियों को याद करते है जो देश की आजादी पाने के लिए लड़ते लड़ते शहीद हुए, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए ब्रिटिशों के अत्याचार सहे। इस दिन हमे उन सभी वीरों को याद करते है और उनके बलिदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते है।


निष्कर्ष :


जैसा की पहले के समय में लोग अपने लालच के लिए भारत को अंग्रेजों के अधीन करते गये ठीक उसी प्रकार आज भी हमारे देश में कई ऐसे लोग है जो केवल धर्म के नाम पर लोगों को गुलाम बना रहे है। और ताजुब की बात यह है की आज हम पढ़े लिखे होकर भी उनकी बातों पर यकीन करके अपने से विपरीत धर्म के लोगों से लड़ने लग जाते है।


इसलिए जैसा हमने अतीत में होता देखा उससे समझ लेनी होगी और जो भी कार्य देश की हिफाजत के खिलाफ हो उसमे साथ नही देना होगा। वरना यह हमारे कल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।



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