संस्कृत अनुवाद कैसे करें
Pradeep Chawla on 20-10-2018
- मेरे मित्र ने पुस्तक पढ़ी । -- मम मित्रः पुस्तकं अपठत् ।
- वे लोग घर पर क्या करेंगे । -- ते गृहे किं करिष्यन्ति ।
- वह गाय का दूध पीता है । -- सः गोदुग्धं पिवति ।
- हम लोग विद्यालय जाते है । -- वयं विद्यालयं गच्छामः ।
- तुम शीघ्र घर जाओ । -- त्वं शीघ्रं गृहं गच्छ ।
- हमें मित्रों की सहायता करनी चाहिये । -- वयं मित्राणां सहायतां कुर्याम ।
- विवेक आज घर जायेगा । -- विवेकः अद्य गृहं गमिष्यसि ।
- सदाचार से विश्वास बढता है । -- सदाचारेण विश्वासं वर्धते ।
- वह क्यों लज्जित होता है ? -- सः किमर्थम् लज्जते ?
- हम दोनों ने आज चलचित्र देखा । -- आवां अद्य चलचित्रम् अपश्याव ।
- हम दोनों कक्षा में अपना पाठ पढ़ेंगे । -- आवां कक्षायाम् स्व पाठम पठिष्यावः ।
- वह घर गई । -- सा गृहं अगच्छ्त् ।
- सन्तोष उत्तम सुख है । -- संतोषः उत्तमं सुखः अस्ति ।
- पेड़ से पत्ते गिरते है । -- वृक्षात् पत्राणि पतन्ति ।
- मै वाराणसी जाऊंगा । -- अहं वाराणासीं गमिष्यामि ।
- मुझे घर जाना चाहिये । -- अहं गृहं गच्छेयम् ।
- यह राम की किताब है । -- इदं रामस्य पुस्तकम् अस्ति ।
- हम सब पढ़ते हैं । -- वयं पठामः ।
- सभी छात्र पत्र लिखेंगे । -- सर्वे छात्राः पत्रं लिखिष्यन्ति ।
- मै विद्यालय जाऊंगा । -- अहं विद्यालयं गमिष्यामि ।
- प्रयाग में गंगा -यमुना का संगम है । -- प्रयागे गंगायमुनयोः संगमः अस्ति ।
- हम सब भारत के नागरिक हैं । -- वयं भारतस्य नागरिकाः सन्ति ।
- वाराणसी गंगा के पावन तट पर स्थित है । -- वाराणसी गंगायाः पावनतटे स्थितः अस्ति ।
- वह गया । -- सः आगच्छ्त् ।
- तुम पुस्तक पढ़ो । -- त्वं पुस्तकं पठ ।
- हम सब भारत के नागरिक हैं । -- वयं भारतस्य नागरिकाः सन्ति ।
- देशभक्त निर्भीक होते हैं । -- देशभक्ताः निर्भीकाः भवन्ति ।
- सिकन्दर कौन था ? -- अलक्षेन्द्रः कः आसीत् ?
- राम स्वभाव से दयालु हैं । -- रामः स्वभावेन दयालुः अस्ति ।
- वृक्ष से फल गिरते हैं । -- वृक्षात् फलानि पतन्ति ।
- शिष्य ने गुरु से प्रश्न किया । -- शिष्यः गुरुं प्रश्नम् अपृच्छ्त् ।
- मैं प्रतिदिन स्नान करता हूँ । -- अहं प्रतिदिनम् स्नानं कुर्यामि ।
- मैं कल दिल्ली जाऊँगा । -- अहं श्वः दिल्लीनगरं गमिष्यामि ।
- प्रयाग में गंगा-यमुना का संगम है । -- प्रयागे गंगायमुनयोः संगमः अस्ति ।
- वाराणसी की पत्थर की मूर्तियाँ प्रसिद्ध हैं । -- वाराणस्याः प्रस्तरमूर्त्तयः प्रसिद्धाः ।
- अगणित पर्यटक दूर देशो से वाराणसी आते हैं । -- अगणिताः पर्यटकाः सुदूरेभ्यः देशेभ्यः वाराणसी नगरिम् आगच्छन्ति ।
- यह नगरी विविध कलाओ के लिए प्रसिद्ध हैं । -- इयं नगरी विविधानां कलानां कृते प्रसिद्धा अस्ति ।
- वे यहा निःशुल्क विद्या ग्रहण करते हैं । -- ते अत्र निःशुल्कं विद्यां गृह्णन्ति ।
- वाराणसी में मरना मंगलमय होता है । -- वाराणस्यां मरणं मंगलमयं भवति ।
- सूर्य उदित होगा और कमल खिलेंगे । -- सूर्यः उदेष्यति कमलानि च हसिष्यन्ति ।
- रात बीतेगी और सवेरा होगा । -- रात्रिः गमिष्यति, भविष्यति सुप्रभातम् ।
- कुँआ सोचता है कि हैं अत्यन्त नीच हूँ । -- कूपः चिन्तयति नितरां नीचोऽस्मीति ।
- भिक्षुक प्रत्येक व्यक्ति के सामने दीन वचन मत कहो । -- भिक्षुक! प्रत्येकं प्रति दिन वचः न वद्तु ।
- हंस नीर- क्षीर विवेक में प्रख्यात हैं । -- हंसः नीर-क्षीर विवेक प्रसिद्ध अस्ति ।
- सत्य से आत्मशक्ति बढ़ती है । -- सत्येन आत्मशक्तिः वर्धते ।
- अपवित्रता से दरिद्रता बढ़ती है । -- अशौचेन दारिद्रयं वर्धते।
- अभ्यास से निपुणता बढ़ती है। -- अभ्यासेन निपुणता वर्धते ।
- उदारता से अधिकतर बढ़ते है । -- औदार्येण प्रभुत्वं वर्धते ।
- उपेक्षा से शत्रुता बढ़ती है । -- उपेक्षया शत्रुता वर्धते।
- मानव जीवन को संस्कारित करना ही संस्कृति है । -- मानव जीवनस्य संस्करणाम् एव संस्कृतिः अस्ति
- भारतीय संस्कृति सर्वश्रेष्ठ है । -- भारतीयाः संस्कृतिः सर्वश्रेष्ठः अस्ति ।
- सभी निरोग रहें और कल्याण प्राप्त करें । -- सर्वे संतु निरामयाः सर्वे भद्राणि पश्यंतु च ।
- काम करके ही फल मिलता है । -- कर्म कृत्वा एव फलं प्राप्यति ।
- हमारे पूर्वज धन्य थे । -- अस्माकं पूर्वजाः धन्याः आसन्।
- हम सब एक ही संस्कृति के उपासक हैं। -- वयं सर्वेऽपि एकस्याः संस्कृतेः समुपासकाः सन्ति ।
- जन्म भूमि स्वर्ग से भी बड़ी है । -- जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी।
- विदेश में धन मित्र होता है। -- विदेशेषु धनं मित्रं भवति ।
- विद्या सब धनों में प्रधान है । -- विद्या सर्व धनं प्रधानम् ।
- मनुष्य को निर्लोभी होना चाहिये । -- मनुष्यः लोभहीनः भवेत्।
- आज मेरे विद्यालय मे उत्सव होगा। -- अद्य मम् विद्यालये उत्सवः भविष्यति ।
- ताजमहल यमुना किनारे पर स्थित है । -- ताजमहलः यमुना तटे स्थितः अस्ति ।
- हमे नित्य भ्रमण करना चाहिये । -- वयं नित्यं भ्रमेम ।
- गाय का दूध गुणकारी होता है । -- धेनोः दुग्धं गुणकारी भवति ।
- जंगल मे मोर नाच रहे हैं । -- वने मयूराः नृत्यन्ति ।
- किसी के साथ बुरा कार्य मत करो । -- केनापि सह दुष्कृतं मा कुरु।
- सच और मीठा बोलो । -- सत्यं मधुरं च वद ।
Comments
Sejal joshi on 08-12-2023
Rakhi on 28-08-2023
Sakshi on 23-08-2023
सुरज on 08-08-2023
Veena on 09-04-2023
Ar on 23-02-2023
Dj on 02-02-2023
Aditya on 01-02-2023
Shreya on 12-05-2019
Mera naam SHREYA hai use Sanskrit main kaise likhenge
pranjal on 12-05-2019
संस्कृत में पाँचों लकारों के वाक्य
Arpit Gupta on 12-05-2019
राम ने रावण को मारा अनुवाद संस्कृत
Vishal on 23-11-2019
Me kalam se likhta hu Sanskrit
लव कुमार on 05-05-2020
Shivansh on 26-06-2020
वह नियम से कक्षा में जाता है वाक्य का संस्कृत प्रयोग।
Parveen on 02-07-2020
Kokil durdin sadaiv nahi rahte hai
Parveen on 02-07-2020
Kokil durdin sadaiv nahi rahte hai ka sanskrit me anuwad
Nidhi on 09-07-2020
कोकिल दुदिऱन सदैव नहीं रहते हैं। स़स्कृत में अनुवाद कीजिए।
Shiv krupa hi kevalm on 12-07-2020
prajjawal verma on 06-08-2020
राम कल विद्यालय जाएगा हिंदी अनुवाद संस्कृत
इन्द्र on 12-08-2020
वह दिल्ली गया होगाका संस्कृत अनुवाद
Ffbg on 29-09-2020
Ram vidyalay jata hai uska
Sanskrit mein translate
Tum veer ho on 18-10-2020
Mona kumari on 19-10-2020
Hme deshbhakt bna chahiye
Hari Shankar sahu on 28-10-2020
AAham kim gashami on 29-10-2020
Ravikant on 22-11-2020
S on 03-12-2020
Mai gaind se khel raha hu
.. on 09-12-2020
Bharat pr hamesha videshi akarman hue.
Anragi shashankal me gawao ki awanit hui.
sukesh on 16-12-2020
जाते हुए मैंने साप को देखा
Ajeet on 17-12-2020
Cgatra vidhyalya se ata h
Piyush on 23-12-2020
Me apka mix hu in sanskrit
Shree,sant,kumar on 24-12-2020
तुम विधालय कब जाते हो इसका संस्कृत
Rohit kumar on 26-12-2020
हम सब विद्यालय से आते हैं
Rohit kumar on 26-12-2020
हम सब विद्यालय से आते हैं संस्कृत मेअनुवाद
Sachin Malpani on 29-12-2020
Hum dhnya ho gaye aesi gyan se
Vah ghar jata hai on 03-01-2021
Mohammad shafiullah on 13-02-2021
Kay tum viddyalay jate ho
Kuldeep tripathi on 15-02-2021
Sanskrit me anuvad kaise kren
Dinkar panchal on 23-02-2021
Ham sono vidhyalay Kate hai ka Sanskrit anuvad
Aman on 02-03-2021
Ayan shaikh on 18-03-2021
Mohan on 31-03-2021
गाय का दूध अमृत तुल्य होता है
Pramod kamar on 08-04-2021
भारतीय संस्कृति सर्वश्रेष्ठ संस्कृतिः अस्ति
Dilkumar on 09-04-2021
Shishu Rota Hai is ko Sanskrit mein kya Kahenge
Akash kumar on 11-04-2021
Sita Aam khati hai Sanskrit mein anuvad
Abu shahma
on 23-05-2021
Sanskriti anuvad on 13-06-2021
Ashok on 26-06-2021
Chanchal on 02-07-2021
Kal bache mandir me ghumne jaayengrle
Ganesh netam on 10-07-2021
पुत्र पिता का अनुसरण करता है
Ankit pal on 15-07-2021
परिश्रम के बीना विद्या नहीं होती है
Motish on 22-07-2021
Maidan me gaye charti hai
Guru ko pranam karo on 24-07-2021
Hari Ke Bina Sukh Nahin on 24-07-2021
Guru ko pranam karo on 24-07-2021
Pooja on 27-07-2021
Havan krne vale muni ashram me rahte hai
Kajal on 28-07-2021
Amar on 30-07-2021
बबिता on 31-07-2021
अध्यापिका पाठ पढ़ाती है। संस्कृत में बताओ
ठढण on 03-08-2021
pooja on 05-08-2021
hamara ghar bidyalay se 2 kilo mitar dhur he
Khushi on 14-08-2021
Hindi se Sanskrit me translate Kaise karte hai easy way
विभा जोशी on 17-08-2021
Maam I am not able to translate the content do I have to ask any teacher for help
हे ईश्वर मैं कितने सारे मासूमों की मृत्यु का कारण है मैंने कितने सारे घरों को उजाड़ दिया है मैंने बिना सोचे समझे कितनी सारी मा ओके उनसे पुत्र पत्नियों के उनसे पति बहनों के उनसे भाई और बच्चों के उनके पिता छीन लिए हैं परंतु अब मैं अपनी गलती का पश्चाताप करूंगा मैं यह सारे लाभ और प्रलोभन छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाता हूं आज से यह तलवार किसी की मृत्यु का कारण नहीं बनेगी और यह हाथ केवल लोगों की भलाई के लिए उठेंगे
These are the line I have made
Prakash Kunder on 08-09-2021
एकम सर्वेश्वरा का मतलब क्या है?
Nafees ahmad on 09-09-2021
जब on 10-09-2021
वह इधर उधर की बातें करता है
Ham log Vidyalay Jaate Hain on 10-09-2021
Gourav kumar on 15-09-2021
चींटी चढ़ती है संस्कृत अनुवाद
Manoj sahu on 16-09-2021
Sawaal-अस्य अनुच्छेदस्य कृते उपयुक्त शीर्षक संस्कृत भाषायाम लिखत । ans- asmaakam bharat desa ise sanskrit me kaise likhe?
Jas on 16-09-2021
आप कहाँ रहते हो? का संस्कृत में अनुवाद
Diya on 21-09-2021
Ve dono pustak padhte Hain
Manoj kumar on 23-09-2021
अतीतायां रजनयां समायति परभातवेला
Surya on 30-09-2021
देव on 02-10-2021
गाय का दूध मीठा होता है संस्कृत में अनुवाद
Ladka padhta hai on 06-10-2021
Yuvraj on 08-10-2021
ramrajsingh on 09-10-2021
ग्राम सभा के बैठक कौन बुलाता है
Shomya kumari on 11-10-2021
Manish Raj on 19-10-2021
Chhatra dekhta hai Sanskrit mein anuvad
Kunal kumar on 30-10-2021
रावण ने सीता से भीख मांगी
Gungun on 08-11-2021
Ati shalin asi. Ka hindi me anuvaad
Somesh
on 14-11-2021
Kartik saxena on 16-11-2021
Ram or sita asan pr baithe hai sanskrit anuvad
Arya Gupta on 25-11-2021
यहां प्रभात में शंखध्वनि होती है
Nikhil sharma on 02-12-2021
Main Ghar jata hun ko Sanskrit na Badli hai
Riya Singh on 03-12-2021
Me pustak ke bina keise padhunga
Dhirendra kumar on 08-12-2021
Julie on 09-12-2021
उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया, का संस्कृत में अनुवाद
Adarsh Kumar on 10-12-2021
Mera gaon mortal mein hai
Aayush Verma on 14-12-2021
यययरर on 16-12-2021
Rishi singh on 20-12-2021
फल मीठा हो ||||| संस्कृत में अनुवाद करें
Awam jallam pibawah on 21-12-2021
NAINA RAM on 21-12-2021
पुत्र पिता के साथ बाजार गया
Roshni jangde on 23-12-2021
Vriksh se patte girte Hain Sanskrit अनुवाद
Aman on 23-12-2021
मोहन को दूध पीना चाहिए संस्कृत अनुवाद करिए
shivaji ek veer purush the on 26-12-2021
shivaji ek veer purush the
Ashwa night
Ashwani on 27-12-2021
Adarsh on 27-12-2021
Ham sab padhne ke liye ghar se school jaate hai
Jamal. Yogi on 27-12-2021
Iski Yadav on 27-12-2021
आयुष on 07-01-2022
Swaya Singh
on 14-01-2022
Ronit on 14-01-2022
सानिया on 18-01-2022
Sanjay on 21-01-2022
प्रस्तुत चित्र मंदिर का है। मंदिर एक ऐसा स्थान है, जहाँ व्यक्ति श्रद्धाभाव से जाता है और अपने इष्टदेव की पूजा करके मानसिक शांति पाता है। अतः प्रातः काल सभी लोग मंदिर जाते हैं। इस चित्र में एक महिला हाथ में पूजा की थाली लिए मंदिर जा रही है। हिंदू धर्म में वृक्ष की पूजा का विधान है इसलिए प्रत्येक मंदिर के बाहर पीपल या केला का पेड़ एवं तुलसी का पौधा होता है। इस चित्र में भी एक वृक्ष है जिसके सामने खड़े होकर एक महिला पूजा कर रही है। एक बच्चा पूजा के लिए जाती हुई महिला से भिक्षा माँग रहा है उसके एक हाथ में पात्र है और उसने दूसरा हाथ भिक्षा के लिए फैला रखा है। सीढ़ियों के पास एक बच्चा बैठा है, जो कि अपाहिज है। वह मंदिर में आने वाले भक्तों से दया की भीख चाहता है।
Rahull on 03-02-2022
Jeevvan na toh bhavvishha mmai hai na attit mai hai jevan tooh is pal mai hai
Isse sanskrit mai traansslate krein
नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें
Culture
Current affairs
International Relations
Security and Defence
Social Issues
English Antonyms
English Language
English Related Words
English Vocabulary
Ethics and Values
Geography
Geography - india
Geography -physical
Geography-world
River
Gk
GK in Hindi (Samanya Gyan)
Hindi language
History
History - ancient
History - medieval
History - modern
History-world
Age
Aptitude- Ratio
Aptitude-hindi
Aptitude-Number System
Aptitude-speed and distance
Aptitude-Time and works
Area
Art and Culture
Average
Decimal
Geometry
Interest
L.C.M.and H.C.F
Mixture
Number systems
Partnership
Percentage
Pipe and Tanki
Profit and loss
Ratio
Series
Simplification
Time and distance
Train
Trigonometry
Volume
Work and time
Biology
Chemistry
Science
Science and Technology
Chattishgarh
Delhi
Gujarat
Haryana
Jharkhand
Jharkhand GK
Madhya Pradesh
Maharashtra
Rajasthan
States
Uttar Pradesh
Uttarakhand
Bihar
Computer Knowledge
Economy
Indian culture
Physics
Polity
Yah chitra kiska h Sanskrit anuvad