Salasar Balaji Ki Katha सालासर बालाजी की कथा

सालासर बालाजी की कथा



GkExams on 21-02-2023


सालासर बालाजी मंदिर (About Salasar Balaji Temple) : यह चमत्कारी मन्दिर भारत के राजस्थान राज्य के चुरू जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष देश - विदेश से करोड़ों की संख्या में लोग यहाँ इस मन्दिर के दर्शन करने को आते है। यह भारत में हनुमान जी का एकमात्र मंदिर है, जिसमें हनुमान जी के दाढ़ी और मूँछ है। इस धाम के बारे में यह प्रसिद्ध है कि यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता। सालासर बालाजी सभी की मनोकामनाएं (salasar balaji temple timings) पूर्ण करते हैं।


Salasar Balaji Images :



Salasar-Balaji-Ki-Katha


सालासर बालाजी मेला :




सालासर में वर्ष भर श्रद्धालुओं (salasar balaji distance) का तांता लगा रहता है। मंगल, शनि और प्रत्येक पूर्णिमा को दर्शनार्थी विशेष रूप से आते हैं। यहां प्रति वर्ष तीन बड़े मेले लगते हैं, जो इस प्रकार है...


प्रथम - चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को श्री हनुमान जंयती के अवसर पर
द्वितीय - आश्विन शुक्ल पूर्णिमा को
तृतीय - भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा को


इन मेलों में लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस अवसर पर छोटा-सा सालासर ग्राम महाकुभं- से कम नहीं लगता। हनुमान सेवा समिति, मंदिर और मेलों के प्रबन्धन (salasar balaji dharamshala) का काम करती है। यहाँ रहने के लिए कई धर्मशालाएँ और खाने-पीने के लिए कई जलपान-गृह (रेस्तराँ) हैं। वर्त्तमान में सालासर हनुमान सेवा समिति ने भक्तों की तादाद बढ़ते देखकर दर्शन के लिए अच्छी व्यवस्था कर रखी है।


सालासर बालाजी की कथा :




इस चमत्कारी मन्दिर के इतिहास (salasar balaji story) को लेकर बताया जाता है की मोहनदास बालाजी के भक्त थे। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर बालाजी ने इन्हें मूर्ति रूप में प्रकट होने का वचन दिया। भक्त मोहनदास को दिया वचन पूरा करने के लिए बालाजी नागौर जिले के आसोटा गांव में 1811 में प्रकट हुए।


फिर आसोटा में एक जाट खेत जोत रहा था तभी उसके हल की नोक किसी कठोर चीज से टकराई। उसे निकाल कर देखा तो एक पत्थर था। जाट ने अपने अंगोछे से पत्थर को पोंछकर साफ किया तो उस पर बालाजी की छवि नजर आने लगी। इतने में जाट की पत्नी खाना लेकर आई। उसने बालाजी के मूर्ति को बाजरे के चूरमे का पहला भोग लगाया।


कहते हैं कि जिस दिन जाट के खेत में यह मूर्ति प्रकट हुई उस रात बालाजी ने सपने में आसोटा के ठाकुर को अपनी मूर्ति सलासर ले जाने के लिए कहा। दूसरी तरफ बालाजी ने मोहनदास को सपने में बताया कि जिस बैलगाड़ी से मूर्ति सालासर पहुंचेगी उसे सालासर पहुंचने पर कोई नहीं चलाए। जहां बैलगाड़ी खुद रुक जाए वहीं मेरी मूर्ति स्थापित कर देना। मूर्ति को उस समय वर्तमान स्थान पर स्थापित किया गया।


Salasar Balaji Dham Address :




Shree Balaji Bhandhar Ishardas ji ka Trust, Balaji Temple Rd, near Shri Hanuman Seva Samiti, Salasar, Rajasthan 331506


Salasar Balaji Dham Phone :




096022 52749




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