Parmanu Shakti Par Nibandh परमाणु शक्ति पर निबंध

परमाणु शक्ति पर निबंध



Pradeep Chawla on 12-05-2019

भारत परमाणु शक्ति पर हिंदी में निबंध-: बहुत कम लोगो को यह ज्ञान होगा की राजस्थान के पोखरन क्षेत्र जो जीवन के निचे 5 परमाणु विस्पोट भारत ने मई 1998 में किये थे | उनके कारण विश्व अनेक देशो जैसे बीजिंग ,इस्लामाबाद ,वासिंगटन ,तथा यूरोप के देशो की राजधानियों में व् टोकियो में एक सिहरन पैदा हो गई |कई वर्ष पहले 1974 में बुध्द की हसी सुनाई दी थी उसके बाद 5 बार मई 11, 1998 ,व् 13 मई को पूर्णिमा के दिन परमाणु परिक्षण किया गया था | इस बात का उजागर तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने भारत व् समस्त विश्व के देशो को किया था |की अपनी रक्षा हेतु विश्व के अन्यपरमाणु देशो की तरह ही भारत भी उनके साथ जुड़ गया है | साथ ही उन्होंने उच्च वैज्ञानिको को मुबारक बाद दी थी व् उनकी भूमि - भूमि प्रसंसा की थी |





भारत जो आत्म सम्मान वाला देश है वह कभी भी कब्र की सन्ति का प्रचारक नहीं है और न ही अहिंसा को कमजोरो का अस्त्र समझता है यह एक दुःख की बात है की हमारे अहिन्सबाद के विस्वास को दुनिया एक कमजोरी समझती है और भारत को एक कमजोर राष्ट समझती है यदि कोई देश अपनी सुरक्षा के लिए कोई कम करता है तो उसे समां होने की प्राथी आवश्यकता नहीं है | भारत जो सदियों तक गुलामी के जंजीर में बाधा रहा उसे पूरा हक़ है की वह अपने सुरक्षा को मजबूत करे | भारत जो परमाणु सक्तियो के बिच में रहता है वह कभी संयोग या भाग्य पर निर्भय नहीं रह सकता |



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भारत परमाणु शक्ति पर हिंदी में निबंध



खतरे के समय भारत अपनी ही अर्जित सक्तियो पर निर्भय करते हुए अखंडता व् सुरक्षा कायम रख सकता है | इस देश पर किसी मुल्क की बुरी नजर बर्दाश्य नहीं की जा सकती |



इस कारन भारत ने ब्यापक परमाणु संधि पर हस्ताक्षण नहीं किये क्योकि वह एक देश व् दुसरे में भेदभाव पूर्ण रवैया अख्तियार किये हुए है |परमाणु सकती संम्पन्न होने में भारत का विश्वाश इसलिए है ताकि वह अपने स्वतंत्रता को मजबूती से कायम रख सके |



सहित युध्द हो अथवा उसके बाद भारत ने पूरी तरह समझ लिया है की ताकत ही ताकत को जन व् समझ सकती है व् मुकाबला कर सकती है |पोराखन परिक्षण ने यह ज्ञान करा दिया है की हससे हमें राजनीतिक मनौवैज्ञानिक व् फौजी लाभ मिलाता है |



17अगस्त 1999को भारत सरकार ने अपनी अभिकीय निति की घोसणाकी इस निति के अंतगत आवश्यकता पड़ने पर भारत अभिकीय हथियार तैयार कर सकता है |4जनवरी 2003 को भारत सरकार ने अभिकीय कमान का भी गठन किया जिसके अंतर्गत परमाणु हथियारों के प्रयोगों का निर्णय एक राजनितिक परिषद् करेगी जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री होंगे |



अंतिम शब्द -: दोस्तों जैसा की हमने आपको बताया भारत परमाणु शक्ति पर निबंध कैसे लिखते हैं आशा करते हैं यह निबंध लिखने का तरीका आपको पसंद आएगा आप चाहते हैं तो कि हम आपके लिए निबंध लिखे तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं हम आपके लिए जल्द से जल्द निबंध लेकर आएंगे हिंदी में निबंध पर हमेशा करें|




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Comments ABHAY on 08-06-2019

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