Safed Rakt Cells Ki Sankhya Kaise Badhayein सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कैसे बढ़ाएं

सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कैसे बढ़ाएं



GkExams on 04-02-2019

प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) के प्रमुख घटक के रूप में सफेद रक्‍त कोशिकाओं की महत्‍वपूर्ण भूमिका होती है। ये खून में वायरस, बैक्‍टीरिया, और कवक आदि की खोज करके उन्‍हें नष्‍ट कर हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदान करती हैं। सफेद रक्‍त कोशिकाओं को ल्‍यूकोसाइट (Leukocytes) भी कहा जाता है, ये अलग अलग प्रकार के होते हैं। इन सभी का अपना अलग काम होता है, कुछ सीधे ही वायरस को नष्‍ट करते हैं, तो कुछ संक्रमित कोशिकाओं पर हमला करते हैं। कुछ सफेद रक्‍त कोशिकाएं एलर्जी प्रतिक्रियाओं में भी अपनी भूमिका निभाते हैं। आइए जाने सफेद रक्‍त कोशिकाएं कितने प्रकार की होती है।

सफेद रक्‍त कोशिकाओं के प्रकार – Types of White Blood Cells in Hindi

हमारे खून का प्रमुख घटक के रूप में सफेद रक्‍त कोशिकाएं (White blood cells) मौजूद रहती हैं जो शरीर की बीमारियों और संक्रमणों से हमारी रक्षा करती है। सफेद रक्‍त कोशिकाएं कई प्रकार की होती हैं जिनमे सभी का अलग-अलग काम होता है।


सामान्‍य रूप से सभी लोग प्रतिदिन लगभग 100 अरब सफेद रक्‍त कोशिकओं का उत्‍पादन करते हैं। खून के प्रति माइक्रो लीटर में आमतौर पर 4000 से 11000 सफेद रक्‍त कोशिका मौजूद होती हैं जो कि सामान्‍य स्थिति पर होती हैं। हांलाकि व्‍यक्ति यदि दौड़ता (Race) है तो इनकी संख्‍या में अंतर हो सकता है। सफेद रक्‍त कोशिकाओं के अलग-अलग प्रकार होते हैं जो इस प्रकार हैं :

  • लिम्‍फोसाइट्स (Lymphocytes) : ये एंटीबॉडी बनाने के लिए महत्‍वपूर्ण हैं जो आंतों के कीड़ें जैसे बड़े परजीवी, बैक्‍टीरिया, वायरस आदि से शरीर की रक्षा करते हैं। लिम्‍फोसाइट्स में 3 कोशिकाएं होती हैं – बी कोशिकाएं, टी कोशिकाएं और प्राकृतिक हत्‍यारा (Natural Killer) कोशिकाएं होती हैं। बी कोशिकाएं वायरस को पहचानती हैं और उनके खिलाफ एंटीबॉडी जारी करती है, जबकी टी कोशिकाएं (T cells) और एन के कोशिकाएं वायरस और कैंसर से संक्रमित कोशिकाओं से लड़ती हैं।
  • न्‍यूट्रोफिल (Neutrophils) : ये शक्तिशाली सफेद रक्‍त कोशिकाएं हैं जो बैक्‍टीरिया और कवक को नष्‍ट करती हैं।
  • बेसोफिल (Basophils) : ये शरीर को रक्‍त प्रवाह मे रसायनों को स्राव करके संक्रमण के लिए सतर्क करते हैं, साथ ही एलर्जी से भी लड़ने में मदद करते हैं।
  • ऐसिनोफिल (Eosinophils) : यह परजीवी और कैंसर कोशिकाओं को नष्‍ट करने के‍ लिए जिम्‍मेदार होते हैं।
  • मोनोसाइट्स (Monocytes) : ये शरीर मे प्रवेश करने वाले रोगाणुओं या जीवाणुओं पर हमला करने और इन्‍हें नष्‍ट करने के लिए जिम्‍मेदार होते हैं।

जब आवश्‍यक हो, मोनोसाइट्स अन्‍य अंगों जैसे प्‍लीहा, यकृत, फेफड़े और अस्थि मज्‍जा में जाकर मैक्रोफेज (Macrophage) नामक सेल में बदल जाते हैं।


मृत या क्षतिग्रस्‍त ऊतकों को हटाने, कैंसर की कोशिकाओं (Cancer cells) को नष्‍ट करने और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को विनियमित करने सहित कई कार्यों के लिए मैक्रोफेज जिम्‍मेदार होते हैं।



सफेद रक्‍त कोशिकाएं हमारी मदद कैसे करती हैं – How Do White Blood Cells Help in Hindi

हमारे शरीर में बैक्‍टीरिया और वायरस के प्रवेश को रोक कर सफेद रक्‍त कोशिकाएं हमारे शरीर को संक्रमण से बचाती हैं। ये कोशिकाएं एंटीबॉडी के उत्‍पादन को भी सुविधाजनक बनाती हैं और संक्रामक घटकों के साथ-साथ कैंसर की कोशिकाओं (Cancer Cell) को नष्‍ट करने में मदद करती हैं।

कई कारणों की वजह से सफेद रक्‍त कोशिकाओं की संख्‍या में उतार चढ़ाव होता है। जब आपका शरीर क्रियाशील रहता है जैसे कि आप दौड़ रहे हैं या व्‍यायाम कर रहे हैं तब आपके शरीर में सफेद रक्‍त कोशिकाओं (WBCs) की संख्‍या में वृद्धि होती है। यदि आप सो रहे हैं या आराम करते हैं तो इस समय इनकी संख्‍या कम हो सकती है। हालांकि कुछ मामलों में इनकी संख्‍या में बहुत अधिक कमी हो सकती हैं आइये जाने वे कौन से कारण जिनके कारण सफेद रक्‍त कोशिकाओं में कमी आ सकती है।



सफेद रक्‍त कोशिका के कम होने का कारण – What causes low white blood cells count in Hindi

आपकी हड्डीयों के अंदर स्‍पंजयुक्‍त ऊतकों जिन्‍हें अस्थिमज्‍जा कहते हैं उनसे सफेद रक्‍त कोशिकाओं का उत्‍पादन होता है। सफेद रक्‍त कोशिकाओं की संख्‍या के कम होने के निम्‍न कारण हो सकते हैं।

  • विषाणु संक्रमण
  • जन्‍मजात विकार
  • कैंसर
  • ऑटोम्‍यून्‍यून विकार
  • खराब पोषण
  • शराब का सेवन
  • गंभीर संक्रमण जिन्‍हें दूर करने के लिए बहुत सारे सफेद कोशिकाओं की खपत हो।

शरीर में सफेद रक्‍त कोशिकाओं की कमी संक्रमण से लड़ने में प्रभावी नहीं हो सकती है, और ल्‍यूकोपेनिया (leukopenia) नामक स्थिति में बदल जाती है। आइए जाने डब्‍लूबीसी के कम होने के लक्षण क्‍या है।


(और पढ़े – कैसे होता है ब्लड कैंसर कारण लक्षण और इलाज के उपाय…)

सफेद रक्‍त कोशिकाओं के कमी के लक्षण – Symptoms of Low White Blood Cell Count in Hindi

जिन लोगों में सफेद रक्‍त कोशिका की कमी होती है उनमें निम्‍न प्रकार के लक्षण हो सकते है जो शरीर में डब्‍लूबीसी की संभावित कमी को दर्शाते हैं :

  • तेज बुखार
  • सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द होना
  • खांसी, गले में खरास
  • मुँह के छाले
  • सूजन और त्‍वचा के लाल चकते
  • ठंड लगना, पसीना आना, रात का पसीना (night sweats)
  • वजन कम होना
  • पेट दर्द
  • बेहोशी


सफेद रक्‍त कोशिकाओं की सीमा क्‍या है – What are the White blood cell counts in Hindi

डब्‍लूबीसी की औसत सामान्‍य सीमा – खून के प्रति माइक्रोलिटर में 3500 से 10500 सफेद रक्‍त कोशिकाएं होती हैं।


कम डब्‍लूबीसी गणना – खून के प्रति माइक्रो लीटर में 4500 से कम सफेद रक्‍त कोशिकाओं की संख्‍या।


उच्‍च डब्‍लूबीसी गणना – खून के प्रति माइक्रो लीटर में 11,000 से अधिक सफेद रक्‍त कोशिकाओं की उपलब्‍धता ।

सफेद रक्‍त कोशिकाओं को बढ़ाने के तरीके – Increase White Blood Cells Count Naturally in hindi

जब आपके शरीर में सफेद रक्‍त कोशिकाओं की संख्‍या कम होने लगती हैं तब आपका शरीर संक्रमण का प्रतिरोध नहीं कर पाता है और आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है। ऐसी स्थिति में चाहिए कि आप कुछ ऐसे प्रयास करें जिनसे आप सफेद रक्‍त कोशिकाओं की संख्‍या को बढ़ा सकें। आइए जाने सफेद रक्‍त कोशिकाओं को बढ़ाने के आसान उपाय के बारे में।





Comments Hokamsingh prajapati on 22-06-2022

WBC count badane h





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