इस लेख के जरिए हम बढती हुई जनसंख्या के बढ़ते हुए नुकसान (Speech On Population In Hindi) के बारें में सब कुछ जानेंगे....
जनसंख्या (Population) की परिभाषा :
इसे जीव विज्ञान की भाषा में समझे तो विशेष प्रजाति के अंत: जीव प्रजनन के संग्रह को जनसंख्या कहते हैं, समाजशास्त्र में इसे मनुष्यों का संग्रह कहते हैं। वैसे जनसंख्या एक ही प्रजाति के जीवों की संख्या है जो एक ही समय में एक विशेष भौगोलिक क्षेत्र में रहते हैं।
ध्यान देने योग्य बात यह है की वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश की आबादी 121 करोड़ थी तथा अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्तमान में यह 130 करोड़
(population of india) को भी पार कर चुकी है, साथ ही वर्ष 2030 तक
(population statistics) भारत की आबादी चीन से भी ज़्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में भारत के समक्ष तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या एक बड़ी चुनौती है क्योंकि जनसंख्या के अनुपात में संसाधनों की वृद्धि सीमित है।
विश्व जनसंख्या दिवस के बारें में :
आपको बता दे की विश्व जनसंख्या दिवस
(World Population Day : 11th July) को प्रतिवर्ष 11 जुलाई को दुनियाभर में बढ़ती आबादी के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस समय दुनिया की कुल जनसंख्या 7 अरब 87 करोड़ 85 लाख से भी अधिक है।
गोरतलब हो की 11 जुलाई 1989 को संयुक्त राष्ट्र ने आम सभा में विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का फैसला किया था। दरअसल, साल 1987 तक दुनिया की जनसंख्या पांच अरब के पास पहुंच चुकी थी, जो चिंता का विषय बन गई थी। इसीलिए दुनियाभर के लोगों को बढ़ती जनसंख्या के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाने की शुरुआत की गई।
जैसा की दोस्तों हम सब जानते है की दुनियाभर में प्रतिदिन लाखों की संख्या में जनसंख्या बढ़ ही रही है। फिलहाल दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश चीन है, जबकि दूसरे स्थान पर भारत है। चीन की जनसंख्या जहां एक अरब 44 करोड़ से अधिक है, तो वही भारत की जनसंख्या एक अरब 39 करोड़ से अधिक है।
जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न समस्या :
अगर हम वर्तमान समय की बात करें तो आज जनसँख्या जटिल समस्या बन गयी है। इसकी वृद्धि से अनेक समस्या उत्पन्नं होती है. यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न समस्याओं से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...
कृषि भूमि पर अत्यधिक दबाव प्राकृतिक संसाधनों का शोषण प्रति व्यक्ति कम आय बेरोजगारी में वृद्धि जीवन स्तर में गिरावट पर्यावरण प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण मृदा प्रदूषण गरीबी तथा बेकारीजनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपाय :
उपरोक्त समस्याओं को देखते हुए हमें आज जनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपायों पर विचार करना चाहिए, जो इस प्रकार है...
शिक्षा का प्रसार करके परिवार नियोजन करके विवाह की आयु में वृद्धि करके सामाजिक सुरक्षा करके जीवन-स्तर को ऊॅंचा उठाने का प्रयास करके जनसंख्या शिक्षा देकर महिला शिक्षा जरूरी है जन संपर्क करके
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