Godavari Nadi Ka Mahatva गोदावरी नदी का महत्व

गोदावरी नदी का महत्व



GkExams on 15-12-2022


गोदावरी नदी के बारें में (About Godavari River In Hindi) : गोदावरी दक्षिण भारत की एक प्रमुख नदी है। यह नदी दूसरी प्रायद्वीपीय नदियों में से सबसे बड़ी नदी है। इसे दक्षिण गंगा (godavari river tributaries) भी कहा जाता है। जानकारी रहे की इस नदी की उत्पत्ति पश्चिमी घाट में त्रयंबक पहाड़ी से हुई है।


Godavari-Nadi-Ka-Mahatva


यह महाराष्ट्र में नासिक जिले से निकलती है। और इसकी लम्बाई प्रायः 1465 किलोमीटर है। इस नदी का पाट बहुत बड़ा है। इस प्रकार यह महाराष्ट्र,तेलंगना और आंध्र प्रदेश से बहते हुए राजहमुन्द्री शहर के समीप बंगाल की खाड़ी मे जाकर मिलती है तथा इस गोदावरी नदी के एक काफी गहरी, एक सबसे बड़ी गहराई है, इसकी औसत गहराई 17 फीट (5 मीटर) और अधिकतम गहराई 62 फीट (19 मीटर) है। यह केवल की गहराई 28 फीट (8.4) और मतलब गहराई 45 फीट (14 मीटर) है। 123 फीट (36 मीटर) से दूर बढ़ती है।


गोदावरी नदी (godavari river origin) का फैलाव राज्यों में इस प्रकार है....


  • महाराष्ट्र : 48.6%
  • आंध्र प्रदेश : 23.4%
  • छत्तीसगढ़ : 10.0%
  • उड़ीसा : 10.9%
  • कर्नाटक : 5.7%



  • गोदावरी नदी का महत्व :




    हिन्दू धर्म में गोदावरी नदी को 7 पवित्र भारतीय नदियों में से एक माना जाता है। और यह भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है। गोदावरी नदी को अपनी लंबाई, जलग्रहण क्षेत्र और निर्वहन को देखते हुए भारतीय प्रायद्वीप में सबसे बड़ी नदी होने का गौरव प्राप्त है। पुष्कर मेला, प्रत्येक 12 वर्षों के बाद, नदी के तट पर एक प्रमुख स्नान पर्व आयोजित किया जाता है।


    इस नदी को अपनी पवित्रता की वजह से गंगा की बहन से कम नहीं माना जाता है। नासिक शहर धार्मिक रूप से न केवल इस दक्षिण वाहिनी गंगा के जन्म स्थान के रूप में महत्वपूर्ण है, जहां उन्होंने अरब सागर में गिरने से इनकार कर दिया था, बल्कि रामायण के साथ शहर के गहरे जुड़ाव के कारण भी यह महत्वपूर्ण है।


    गोदावरी नदी प्रदूषण :




    वैसे तो नदियों का प्रदूषित होना आम सा हो गया है, हालाँकि इनको लेकर समय - समय पर सरकारें कदम उठाती रहती है। हाँ ये बात अलग है की सरकारों को इन पर आज तक सफलता नही मिल पाई है। इसका कारण साफ़ है की जब तक जनता नदियों के बारें में सही से नही जानेगी तब तक ये नदियाँ इसी प्रकार प्रदूषित होती रहेगी चाहे कितनी भी बड़ी योजनायें सरकार के द्वारा चलाई जाए।


    इसी कड़ी में गोदावरी नदी के प्रदूषण को लेकर मुंबई उच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार से कहा है कि वह गोदावरी नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए। ऐसा कहा जाता है की यह नदी वर्ष 2015 में नासिक में हुए कुंभ मेले और अन्य धार्मिक कारणों से प्रदूषित हो गई है।


    नदी प्रदूषण को रोकने के उपाय :




    यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा नदी प्रदूषण को रोकने के उपायों से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...


  • नदी किनारे बसे लोगों को नदी में गंदे कपड़े नहीं साफ करने चाहिए।
  • नदी किनारे मल-मूत्र त्याग करने पर प्रतिबंध होना चाहिए।
  • नदियों में शव न बहाए जाएं।
  • नदी में गिरने वाले सारे गंदे नालों को बंद करा देना चाहिए।
  • प्रदूषण दूर करने को ले सरकार को जागरूकता कार्यक्रम चलाना चाहिए।




  • सम्बन्धित प्रश्न



    Comments Pritam on 07-11-2021

    गोदावरी नदी चे महत्व





    नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Current affairs International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity

    Labels: , , , , ,
    अपना सवाल पूछेंं या जवाब दें।






    Register to Comment