Gehun Ko Ankurit Kaise Karein गेहूं को अंकुरित कैसे करें

गेहूं को अंकुरित कैसे करें



GkExams on 20-02-2019

गेंहू के अंकुर या वीट जर्म (Wheat germ) गेहूं की गुठली का सबसे अच्छा हिस्सा है जिसमें अनाज की सभी खूबियां भरी होती हैं। गेहूं के एक अनाज के 3 भाग होते हैं: बाहरी परत, जिसे चोकर या ब्रैन (bran) कहा जाता है; आटा प्राप्त करने के लिए पाउडर बनाए जाने वाले एन्डोस्पर्म (endosperm); और अंकुर या जर्म (germ) या अनाज का सबसे भीतरी भाग। सेहत के साथ स्‍वाद भी दे स्‍प्राउट्स पुलाव कुल अनाज के वजन का केवल 2.5 से 3.8 प्रतिशत भाग ही वीट जर्म होता है, यह हिस्सा अनाज के बाकी सभी हिस्सों के मुकाबले अधिक पौष्टिक होता है। वास्तव में, इसे अनाज का भ्रूण कहा जाता है जिसमें से बीज अंकुरित होते हैं। गेहूं के अंकुर या वीट जर्म में 10-15 प्रतिशत लिपिड, 19 प्रतिशत प्रोटीन, 17 प्रतिशत शर्करा, 1.5-4.5 प्रतिशत फाइबर और 4 प्रतिशत खनिज पाए जाते हैं जो इसके पोषक तत्वों के प्रोफाइल के साथ एक प्रभावशाली पोषण संबंधी प्रोफाइल है। Wheat, गेहूँ | Health benefits | रोटी ही नहीं, इन कामो में भी काम का है गेहूँ | Boldsky यह ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) और एंटीऑक्सिडेंट्स(antioxidants) से समृद्ध होते हैं। साथ ही इसमें प्रोटीन की उच्च मात्रा के अलावा पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, ज़िंक और मैंगनीज जैसे खनिजों की मात्रा भरपूर है। प्रकृति ने बहुत से पोषक तत्वों को एक छोटे से कर्नेल में पैक किया है, और इसलिए इस बात पर हैरानी नहीं होनी चाहिए कि वीट जर्म को एक पूरक आहार के रुप में देखा जाता है। यदि आप वीट जर्म की सही ताकत को समझना चाहते हैं, तो ये रहीं 8 बातें जो कि आपको अपनी डायट में वीट जर्म को शामिल करने के लिए ठोस कारण बताएंगे। कब्ज (constipation) से राहत : सुस्त बोवेल मूवमेंट आपके दिन को ख़राब कर देता है। आमतौर पर ऐसा डायट में फाइबर की कमी के कारण होता है। जहां भोजन में फाइबर की मात्रा बढ़ाने के लिए भोजन में गेहूं की चोकर मिलायी जाती है, वहीं गेहूं का अंकुर या वीट जर्म भी समान रूप से फायदेमंद हो सकता है। इसका फाइबर प्रोफाइल काफी प्रभावशाली होता है, और इसीलिए यह आपके आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाता है और आपको कब्ज या कॉन्स्टिपेशन (constipation) से राहत दिलाता है! प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार : रोग-प्रतिरोधक प्रणाली या इम्यूनिटी पर फाइबर युक्त आहार के प्रभाव के बारे में हम सब अच्छी तरह से जानते हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम का एक दोस्त फाइबर, पेट से हानिकारक रोगाणुओं को साफ करने में मदद करता है और अच्छे बैक्टेरिया के प्रसार में मदद करता है। इसीलिए वीट जर्म जैसे फाइबर से भरपूर भोजन, आपकी रोग-प्रतिरोधक प्रणाली के लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है। ब्लड शुगर को कम करता है : अगर मधुमेह या डायबिटीज़ के मरीज़ इससे खाने से बचने की कोशिश कर रहे हैं, तो आप को डरने की ज़रूरत नहीं है। जैसा कि हम जानते हैं कि वीट जर्म में डायटरी फाइबर की एक अच्छी मात्रा होती है। यह भोजन के बाद या पोस्ट्प्रैन्डीअल (postprandial) ब्लड ग्लूकोज़ की प्रतिक्रिया को कम करने में मदद कर सकता है। अपने आहार में साबुत अनाज शामिल करने से आपको टाइप 2 डायबिटीज से बचने में मदद हो सकती है। दिल के लिए फायदेमंद : क्या आपको अपने दिल की सेहत की चिंता है? तो यहां आपके लिए एक अच्छी ख़बर है: गेहूं के रोगाणु हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ एकस्पर्ट्स ने हमेशा से बेहतर हार्ट हेल्थ के लिए साबुत अनाज खाने की सलाह दी है। अपने शानदार न्यूट्रिशनल प्रोफाइल के साथ, वीट जर्म, आपके दिल को स्वस्थ रखने और कोरोनरी हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए ज़रूरी होता है। कैंसर के जोखिम को कम करता है : आधुनिक डायट हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो रही हैं! इसके कई दुष्प्रभावों में से एक कैंसर का ख़तरा भी है जो तेज़ी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कैंसर के जोखिम को रोकने के लिए एंटीऑक्सिडेंट की एक अच्छी खुराक की सलाह देते हैं। वीट जर्म के सेवन से एंटीऑक्सीडेंट की आपकी दैनिक ज़रूरत पूरी हो जाएगी। दरअसल, वीट जर्म एक्स्ट्रैक्ट (wheat germ extracts) कैंसर रोगियों के लिए पोषक तत्वों की खुराक के रूप में भी उपयोग किया जाता है। (PMS) के लक्षणों में सुधार : पुरुष सोचते हैं कि पीएमएस जैसी कोई समस्या नहीं। लेकिन सच यह नहीं है। जी हां, पुरुषों के विचार के ठीक विपरीत, पीएमएस (PMS ) एक वास्तविकता है और अपने चिड़चिड़े व्यवहार को सही ठहराने के लिए महिलाओं द्वारा बनाया गया कोई बहाना भर नहीं है। यह भावनात्मक और शारीरिक समस्याओं का संकेत है है जो पीरियड्स से कुछ दिनों पहले से दिखाई देने लगता है। स्टडीज़ से पता चलता है कि वीट जर्म एक्स्ट्रैक्ट से पीएमएस के शारीरिक और भावनात्मक लक्षणों में काफी कमी आ सकती है। तो चॉकलेट और कप केक खाएं और वीट जर्म भी! मोटापा कम करता है : फाइबर से समृद्ध आहार, ज़्यादा वजन और मोटापे से बचा सकता है। वीट जर्म खाने से आपको न केवल पर्याप्त फाइबर मिलेगा, बल्कि आप कई घंटों के लिए ऊर्जा भी प्राप्त हो सकती है, जिससे आप बिना सोचे-समझे खाने से बच सकते हैं। तो अगर आप वेट लॉस के लिए एक असरदार भोजन की तलाश कर रहे हैं, तो वीट जर्म आपके लिए काफी है! पेट में प्रीबायोटिक्स की सप्लाई : गट माइक्रोबायोटा (Gut microbiota) या गुड इन्टेस्टनल बैक्टीरिया (good intestinal bacteria) आपके पेट के सबसे अच्छे दोस्त हैं। डायटरी प्रीबायोटिक्स (dietary prebiotics) की एक हेल्डी डायट गुड इन्टेस्टनल बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, जिससे आपकी रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। गेहूं की चोकर में डायटरी फाइबर में प्रीबायोटिक्स भी पाए जाते हैं जो पेट के बैक्टीरिया से लो चेन फैटी एसिड का उत्पादन करने के लिए उन्हें किण्वित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, इसके पेट के अनुकूल गुण आईबीएस (IBS) वाले लोगों के लिए इसे एक अच्छा भोजन साबित करते हैं। वीट जर्म कैसे बनता है? अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के कुछ दाने पानी में भिगोएं और इसे 2-3 दिनों के लिए कपड़े से ढंक दें। जल्द ही, अंकुरण प्रक्रिया शुरु हो जाएगी और अनाज से अंकुर निकलने लगेंगे। अब इन अंकुरित गेहूं को हल्का-सा पका लें या सलाद में मिलाएं। इस अनाज का एक पेस्ट भी बनाया जा सकता है और चिकन या करी में मिलाया जा सकता है। लेकिन अगर आप इसके फाइबर का सबसे अच्छी तरह इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो बेहतर है कि आप इसे साबुत रूप में ही खाएं।





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Comments Mukesh Bhatt on 04-06-2021

क्या गेहूं को उबालने के बाद भी अंकुरित किया जा सकता है?





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