करीला Dham Ka Itihas करीला धाम का इतिहास

करीला धाम का इतिहास



GkExams on 28-04-2022


कारीला माता मदिंर के बारें में : ये चमत्कारी मन्दिर मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित है। अगर आप यहाँ के दर्शन करने की सोच रहे है तो आपको बेहतर जानकारी के लिए बता दे की यह मन्दिर अशोकनगर से 35 किमी की दूरी पर है एवं विदिशा से 80 किमी की दूरी पर स्थित है।


ध्यान रहे की कारीला माता मदिंर (karila mata ki rai) की मान्यता यह है की माता सीता ने लव और कुश को यहां जन्‍म दिया था। इसलिए यह काफी प्रसिद्द है। वैसे यहां सीता माता की जय जयकार होती है, क्योंकि यहां भगवान राम का नहीं बल्कि माता सीता का मंदिर है।


कारीला माता का मेला :


इस स्थान पर रंगपंचमी के दिन से बहूत बिशाल राई (नित्‍गानये) हाजरो की संख्‍या में नित करती यह मेला लगभग 1 महिने चलता हे जिसमे लाखो भाक्‍तजन भाग लेते हे। यह मेला रात के समय लगता है।


कारीला माता मदिंर से 8 किलो मी कि दूरी पर ग्राम दिपनाखेडा में माता बीजासन का फरवरी मार्च के महिने में मेला लगता हे यह पर भी हाजरो की संख्‍या में भक्‍तजन मेले का आन्‍नद लेने के लीए पहूचते हैं। माता बीजासन दिन में तीन वार रूप बदलती हे इस चमत्कारी स्‍वरूप को देख भक्‍तजन अपने मन के मनोराथ पूर्ण करते हैं।


करीला धाम का इतिहास :


इस धाम के इतिहास की बात करें तो आज से लगभग 200 वर्ष पहले महंत तपसी महाराज को रात में स्वप्न आया कि करीला गांव में टीले पर स्थित आश्रम में मां जानकी और लव-कुश कुछ समय रहे थे। लेकिन यह वाल्मिकी आश्रम वीरान पड़ा हुआ है। तुम वहां जाकर इस आश्रम को जागृत करो।


इसके बाद अगले दिन सुबह होते हुए तपसी महाराज करीला पहाड़ी को ढूढ़ने के लिए चल पड़े। जैसा उन्होंने सपने में देखा और सुना था वैसा ही आश्रम उन्होंने करीला पहाड़ी पर पाया। तपसी महाराज इस पहाड़ी पर ही रूक गए और स्वयं ही आश्रम की साफ-सफाई में जुट गए। उन्हें देख आस-पास के ग्रामीणजनों ने भी उनका सहयोग किया।


ऐसा कहा जाता है कि आश्रम में शेर और गाय एकसाथ रहते थे। इतना ही नहीं आश्रम में कई बन्दर भी थे, जो आश्रम के कार्यों में अपना हाथ बटांते थे।


करीला माता की आरती :




विनती करीला बारम्बार
हे माई दे द दर्शनियाँ...!


विनती करीला बारम्बार
हे माई दे द दर्शनियाँ...!


माता के देखेलागी छछनेला जियरा
खोजली बहिन सब खोजली भईया...!


बटिया जोहली सुबह शाम
हे माई दे द दर्शनियाँ...!


हँथवा में विणा माता हंस के सवारी
पैदल अइवो माता हम राउर दूआरी
हम सब मिली माता अइवों तोर दुआरी


माता-माता रटली सुबह शाम
हे माई दे द दर्शनियों...!


विनती करीला बारम्बार
हे माई दे द दर्शनियों...!


विणा के धून माता जिअरा से ना हटेला,
लोगवा हजार माता रहिया सेना हटेला...!


माता बिना निन्द्र भईल हराम
हे माई दे द दर्शनियों...!


विनती करीला बारम्बार
हे माई दे द दर्शनियों...!


Karila Mata Mandir Address :

8R8M+7QH, Ashoknagar, Madhya Pradesh 473331





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Comments GD on 29-03-2024

Kya yaha putra prati ke liye Jaya jata hai





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