रतन सिंह के बहादुर सैनिकों के नाम याद करने की शार्ट ट्रिक
मेवाड़ के शासक रावल रतन सिंह
Ratan Sinh के काल की प्रमुख घटना
चित्तौड़ का प्रथम साका थी।
चितौड़ में तीन साके हुए हुए हैं । चितौड़ पर
28 जनवरी , 1303 को दिल्ली के
सुल्तान अल्लाउद्दीन खिलजी Allauddin Khilji ने रतनसिंह की रूपवती
रानी पद्मिनी Padmini को प्राप्त करने के उद्देश्य ( मलिक मुहम्मद जायसी के पद्मावत के अनुसार ) से आक्रमण किया ।
इस युद्ध में रावल रत्नसिंह मारे गए व
रतनसिंह की रानी पद्मिनी ने जौहर किया ।
चितौड़ के इस युद्ध
War Of Chittaud में अल्लाउद्दीन की सेना का रतनसिंह के दो वीर सैनिकों
गोरा व बादल Gora - Badal ने डटकर सामना किया और अंत में वीरगति को प्राप्त हुए ।
रिश्ते में गोरा पद्मिनी का चाचा तथा बादल भाई थे । इन वीर सैनिकों को याद करने की ट्रिक आपके सामने प्रस्तुत हैं ।
ट्रिक = रतन बा गोरा है। |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
रतन | रतनसिंह के वीर सैनिक |
बा | बादल |
गोरा | गोरा |
है | ××× |
ट्रिक अकबर के दरबारी कवियों की जो नागौर के थे
मुगल सम्राट अकबर के दरबारी कवि Courtier Poet
बीरबल से कौन अंजान है ।
अकबर का यह दरबारी कवि अकबर के नवरत्नों में शामिल था जो राजस्थान के नागौर जिले से था ।
अकबर के नवरत्नों में से तीन व्यक्ति राज्य के
नागौर जिले से थे उनमें बीरबल Birbal को छोड़कर अबुल फजल और फैजी भी नागौर जिले से थे।
बीरबल का
वास्तविक नाम महेश पनवाड़ी था और ये
अकबर का प्रशासक Administrator व
हिन्दी का प्रमुख कवि भी था ।
अबुल फजल
सरकारी इतिहासकार Government Historian तथा
फैजी दार्शनिक एवं इतिहासकार था । आज में आपको अकबर के नवरत्नों की एक ऐसी ट्रिक देने जा रहा हूँ जो राजस्थान के नागौर जिले से थे ।
ट्रिक को आप समझ सकते है "
नाग अभी अभी फंस गया है ।
दोस्तो इस ट्रिक को आगे विस्तार से समझाया गया है ।
ट्रिक = नाग अबी फसा। |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
नाग | नागौर के रहने वाले अकबर के दरबारी |
अ | अबुल फजल |
बी | बीरबल |
फसा | फैजी |
अजमेर जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं की Trick
दोस्तो !
राजस्थान Short ट्रिक का आपको नमस्कार ।
मुझे अच्छा लग रहा है आपका सहयोग करते हुए और आप भी लगातार मेरा सहयोग
करते हुए मेरे साथ बने हुए हो , इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
मेरी हमेशा कोशिश रहती है मैं तुम्हारे लिए ऐसी ऐसी
हिन्दी में जीके ट्रिक लाऊँ जो आपके काम आये ।
General Knowledge की Short Trick की अगली कड़ी में आज आपके सामने है ,
अजमेर Ajmer जिले के
सामाजिक कार्यकर्ता Social Functionary ।आप जैसे दोस्त बुलाते है "
हरचंद यहाँ आजा " ।आगे ट्रिक को विस्तार से बताया जा रहा है ।
ट्रिक = आजा हरचंद। |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
आजा | अजमेर में कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले |
हर | हरविलास शारदा |
चंद | चांदकरण शारदा |
अकबर के समकालीन मेवाड़ी शासक
मेवाड़ जैसे छोटे से राज्य ने भारत के
महानतम विजेता व
मुगल साम्राज्य निर्माता सम्राट अकबर का विरोध किया । अकबर का ये
विरोध उदयसिंह ने शुरू किया तथा
प्रताप और अमरसिंह ने भी इसी रास्ते का अनुसरण किया ।
ये तीनो शासक अकबर के समकालीन Contemporary थे । मेवाड़
महाराणा उदयसिंह ने उदयपुर नगर की 1559 ई. में नींव रखी । Udaysinh उदयसिंह ने मालवा के के
पदच्युत शासक राजबहादुर को शरण देकर अकबर के लिए चित्तौड़ पर आक्रमण का
अवसर दे दिया ।
अकबर ने 25 फरवरी , 1568 को किले पर अधिकार कर लिया ।
28 फरवरी , 1572 ई. को
गोगुन्दा में उदयसिंह का देहांत हो गया ।
उदयसिंह की मृत्यु के बाद ,
जालोर के अखैराज व ग्वालियर के रामसिंह के विरोध के बावजूद जगमाल को राजगद्दी पर बैठा दिया। परन्तु प्रमुख
सरदारों की सहमति से गोगुन्दा में महाराणा प्रताप को राज सिंहासन पर बिठाया
गया ।
अकबर की पहल पर
1572 से 1573 तक प्रताप से समझौते के लिए चार प्रयत्न हुए । लेकिन चारों प्रयत्न असफल हुए ।
19 जनवरी , 1597 को चावंड में प्रताप का देहांत हुआ। प्रताप के देहांत के बाद अमरसिंह का राज्याभिषेक किया गया ।
प्रस्तुत है अकबर के समकालीन मेवाड़ महाराणाओं की ट्रिक ।
ट्रिक = U P A (यूपीए गठबंधन)। |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
U |
उदयसिंह |
P |
प्रताप |
A |
अमरसिंह |
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Rajsthan history ka janak