Kali Nadi UttaraKhand काली नदी उत्तराखण्ड

काली नदी उत्तराखण्ड



GkExams on 14-03-2023


काली नदी उत्तराखण्ड (About Kali River In Hindi) : यह भारत के उत्तराखंड राज्य की प्रमुख नदियों में से एक है। इस नदी को "महाकाली, कालीगंगा या शारदा" के नाम से भी जाना (kali river is also known as) जाता है। इस नदी का उद्गम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में फैले हिमालय में 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कालापानी नामक स्थान से होता है।


काली नदी map :




Kali-Nadi-UttaraKhand


उपरोक्त तस्वीर के माध्यम से आप काली नदी map को आसानी से समझ सकते है। इस नदी की लम्बाई लगभग 350 km है। यह नदी दो देश यानी भारत और नेपाल (kali river himalaya) को अलग करती है। दरअसल, काली नदी का मूल स्रोत भारत और तिब्बत की सीमा पर लिपुलेख दर्रे के निकट कालापानी को माना जाता है और आगे चलकर तिब्बत और नेपाल से देश को अलग करती है।


आपको बता दे की काली नदी जौलजीबी नामक स्थान पर गोरी नदी से मिलती है। उसके बाद यह काली नदी के नाम से आगे बढ़ती है और पंचेश्वर में उत्तराखण्ड के कुमांऊ क्षेत्रों की लगभग सभी बड़ी नदियों को अपने में समेट कर आगे बढ़ती है और टनकपुर होते हुये बनबसा में पहुंचती है और यहां से इसे शारदा नदी के नाम से जाना जाता है।


इसके बाद यह नदी, करनाली नदी से मिलती है और बहराइच जिले में पहुँचने पर इसे एक नया नाम मिलता है, "सरयू" और आगे चलकर यह गंगा नदी में मिल जाती है। इस प्रकार यह नदी दुति, धारचूला से लेकर बहराइच तक भारत-नेपाल सीमा के सीमांकन के रुप में भी कार्य करती है।


उत्तराखंड राज्य में नदीं तंत्र :




यमुना तंत्र :




उद्गम स्थल- उत्तरकाशी के बंदरपूंछ पर्वत के दक्षिण-पश्चिम भाग में स्थित यमुनोत्री कांठा नामक स्थान से यमुना नदी निकलती है।


उत्तराखंड में यमुना नदी की लंबाई- 136Km है। यह उद्गम स्थल से प्रयाग तक (यमुना गंगा से मिल जाती है)। ध्यान रहें की यमुना नदी की लंबाई-1384Km है।


गंगातंत्र :


गंगा नदी भारत की सबसे लम्बी नदी है। उत्तराखंड में गंगा नदी को गंगा के नाम से देवप्रयाग के बाद जाना जाता है। देवप्रयाग में भागीरथी व अलकनंदा का संगम होता है जिसे आगे गंगा के नाम से जाना जाता है।


काली (शारदा) तंत्र :




काली नदी- काली नदी पिथौरागढ़ में स्थित लिपुलेख दर्रे के निकट कालापानी(ब्यास आश्रम) से निकलती है व भारत-नेपाल का बॉर्डर बनाते हुए आगे बढ़ती है।


यह पिथौरागढ़ के बाद यह चम्पावत में प्रवेश करती है व टनकपुर में पहुंच जाती है। और यहां से इसे आगे शारदा के नाम से भी जाना जाता है।


अलकनंदा नदी तंत्र :


चमोली से देवप्रयाग तक अलकनंदा की कुल लंबाई 195 किलोमीटर है, यह राज्य की तीसरी लम्बी नदी है, व राज्य की सबसे अधिक जलप्रवाह वाली नदी है। देवप्रयाग में अलकनंदा भागीरथी के साथ संगम बनाती हैं इनकी संयुंक्त धारा को गंगा कहा जाता है।




सम्बन्धित प्रश्न



Comments



नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Current affairs International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity

Labels: , , , , ,
अपना सवाल पूछेंं या जवाब दें।






Register to Comment