स्पेक्ट्रोस्कोपी In Hindi स्पेक्ट्रोस्कोपी इन हिंदी

स्पेक्ट्रोस्कोपी इन हिंदी



GkExams on 06-02-2023


स्पेक्ट्रोफोटोमीटर के बारें में (Spectrophotometer In Hindi) : यह विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम के एक विशिष्ट भाग के लिए प्रकाश की विशेषताओं के मापन हेतु उपयोग किया जाना वाला यंत्र है जो आम तौर पर सामग्री की पहचान के लिए स्पेक्ट्रोस्कोपी विश्लेषण में इस्तेमाल किया जाता है।


स्पेक्ट्रोफॉटमीटर (spectrophotometer principle) तरल पदार्थ, प्लास्टिक, कागज, धातु और कपड़ों सहित कुछ भी चीज़ों को माप सकते हैं, और यह सुनिश्चित करने में सहायता करते हैं कि रंग गर्भधारण से डिलीवरी तक संगत है। स्पेक्ट्रोफोटोमीटर द्वारा प्रदान की गई वर्णक्रमीय प्रतिबिंबित अवस्था को आमतौर पर रंग के फ़िंगरप्रिंट (spectrophotometer use) के रूप में जाना जाता है।


Spectrophotometer Diagram :



स्पेक्ट्रोस्कोपी-In-Hindi


उपरोक्त तस्वीर के माध्यम से आप Spectrophotometer Diagram को आसानी से समझ सकते है।


स्पेक्ट्रोफोटोमीटर का सिद्धांत :





इसे हम लैम्बर्ट्स नियम (Lambert’s Law) से समझें तो...


इसमें जब एकवर्णीय (Monochromatic) प्रकाश एक परादर्शक माध्यम में संवाहित होता है, तब माध्यम की मोटाई के साथ तीव्रता की दर में कमी प्रकाश की तीव्रता के अनुपात में होती है ।


गणना की दृष्टि से जब शोषित माध्यम की मोटाई में वृद्धि होती है, तब उत्सर्जनीय (Emitted) प्रकाश की तीव्रता घातीय रूप से कम होती है या दी गई माध्यम की कोई भी स्तर के ऊपर आवर्ती प्रकाश का कुछ अंश शोषित करती है ।


जब हम नियम को विभेदी/अंतराक्षयी समीकरण (Differential Equation) के द्वारा दर्शाते हैं..


-dI / dI = KI


जिसमें...


I = λ तरंगऔर्ध्य की आवृत्ति प्रकाश की तीव्रता,


l = संवाहित प्रकाश की तीव्रता,


K = तरंगदैर्ध्य (Proportionality Factor) ।


समीकरण (2) का समाकलन तथा प्रक्षेपण I = Io जब 1 = 0 तब हमको प्राप्त होता है-


In Io / It = KI


या


It = Io.e-kl


जहाँ Io = आवर्ती (i) प्रकाश की तीव्रता जो कि शोषित माध्यम की मोटाई I पर गिरती है ।


It = संवाहित प्रकाश की तीव्रता ।


K = तरंगदैर्ध्य (Wavelength) एवं शोषित माध्यम जो उपयोग हुआ का नियतांक (Constant) । प्राकृतिक से साधारण लघुगणक/लॉगेरिथ्म (Logarithm) में परिवर्तन कर हमको प्राप्त होता है-


It = Io-10-0.4343ki = Io-10-KI


जहाँ k = k / 2.3026 इसके अवशोषण गुणांक (Absorption Coefficient) कहते हैं ।


अवशोषण गुणांक (Absorption Coefficient) को इस प्रकार परिभाषित करते हैं कि यह प्रकाश की तीव्रता को I/10 कम करने के लिए मोटाई (1 cm) की आवश्यकता है जो कि उसका पारस्परिक/अन्योन्य (Reciprocal) होता है । यह समीकरण (4) का अनुगनम करता है-


It / Io = 0.1 = 10-kI या k1 = 1 एवं k = 1 / 1


It / Io का अनुपात आवर्ती प्रकाश (Incident Light) का प्रभाजित भाग (Fraction) है जो कि माध्यम की मोटाई 1 अपरादर्शिता (Opacity) है तथा माध्यम का ऐब्सोर्बेन्स (Absorbance) AC पूर्व में इसके प्रकाशीय घनत्व (Optical Density-D) या विलोपन = Extinction E कहते थे को दर्शाया जाता है...


A = log Io / It


एक मान्य तरंगदैर्ध्य (Wavelength) के लिए माध्यम ऐबसोर्बेन्स सहित 1 होता है आवर्ती प्रकाश के 10% भाग को संवाहित करता है।


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